एक ओर डरे हुए मुसलमान की बातें होती हैं, तो वहीं डरा हुआ मुसलमान रोज ही हिन्दू लड़कियों के जीवन से खेल रहा है। रोज ही नए नए मामले सामने आ रहे हैं। राजस्थान में एक मामले में जहाँ एक अरशद ने स्वाति की गला काट कर हत्या कर दी तो वहीं गुजरात में नांदेड में यासिर खान पठान ने एक दलित लड़की को पहले दुबई भेजा, देह व्यापार में धकेलने की कोशिश की और फिर चार महीने तक उसका यौन शोषण किया।
राजस्थान में 22 मार्च की शाम को स्वाति की लाश मिली। उसके घर वालों ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि वह दोपहर के ढाई बजे से लापता है। स्वाति के चचेरे भाई कमल सिंह ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराते हुए कहा कि उसकी बहन स्वाति 2.30 बजे से गायब है।
स्वाति कक्षा बारह पास करने के बाद किसी एंट्रेस परीक्षा की तैयारी कर रही थी और वह बच्चों को ट्यूशन भी पढ़ाती थी। आज कल के युवाओं और किशोरों की तरह स्वाति को भी सोशल मीडिया और instagram का शौक था। वहीं उसकी मुलाक़ात अरशद से हुई थी। अरशद उस पर घर से भागने का और शादी का दबाव डाल रहा था,
मगर स्वाति उसे बार बार मना कर देती थी। स्वाति अभी अट्ठारह साल की भी नहीं हुई थी। अरशद उसे मानसिक रूप से परेशान करता था और उस पर कई तरह के मानसिक दबाव डालता था। स्वाति के भाई कमल के अनुसार उन दोनों की चैट से पता चला है कि वह बार बार शादी के लिए दबाव डालता था, मगर स्वाति बार बार उससे यह कह देती थी कि उसकी शादी किसी और से तय हो चुकी है।
अरशद की प्रोफाइल में उसकी फोटो के साथ कई ब्रेक अप गाने लगे हुए हैं। और उसने एक वीडियो भी 5 मार्च को पोस्ट किया था, जिसमें उसने लिखा था “आई विल मिस स्वाति!” उसमें उसने खुद को आग लगाते हुए दिखाया था
कमल के अनुसार जैसे ही उसकी चाची ने बताया कि स्वाति अभी तक आई नहीं है, तो उसे स्वाति का फोन उसके बिस्तर पर ही मिल गया और फिर उस पर अज्ञात व्यक्ति की संदिग्ध चैट दिखाई दी। वह तुरंत ही घर से निकल गया और आसपास खोजने लगा और फिर उन्हें स्वाति की लाश रस-मंगलियावास हाईवे पर मिली।
कमल के अनुसार जांच से पता चला है कि अरशद ने स्वाति पर 22 मार्च को मिलने का दबाव डाला था, और यह कहा था कि अगर वह ऐसा नहीं करेगी तो वह उसके घर आ जाएगा।
उसने लिखा था कि “अम्मी की कसम, आ रहा हूँ तेरे घर पर!” और इससे स्वाति डर गयी और उससे मिलने के लिए तैयार हो गयी। उस समय लगभग 3 बजे था। वह उसे लेकर जंगल में गया और उसकी हत्या कर दी।
स्वाति का परिवार पाली जिले में जैतरतन तहसील में पिपली का बस गाँव में रहता है और उसकी लाश अजमेर जिले की पिसंगान तहसील में धुवडिया गाँव में मिली है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि अरशद यहाँ पर बाहर से आया था और गैरेज में काम करता है। उनका यह भी आरोप है कि कुछ समय से यहाँ पर बहुत मुस्लिम कामगार आ रहे हैं, जिस कारण हिन्दू लडकियों के लिए “लव – जिहाद” के लिए खतरा बढ़ गया है।
गुजरात में नांदेड में लड़की को दुबई भेज दिया
गुजरात में नांदेड से एक और मामला आया, जिसमें भी यासिर ने लड़की को इन्स्टाग्राम पर संपर्क किया। धीरे धीरे बातचीत बढ़ी और जब लड़की पूरी तरह से जाल में फंस गयी तो उसने लड़की से कहा कि अगर तुम अपने मातापिता से यह कहती हो कि तुम्हें पोलैंड में नौकरी मिल रही है, और उसके लिए तुम्हे पांच लाख रूपए चाहिए। तुम यह रूपए ले आओ तो हम लोग दुबई चलेंगे और शादी करेंगे।”
प्रेम में अंधी युवती ने उसकी बात मानकर अपने पिता से पांच लाख रूपए लिए और फिर उस यासिर ने उस लड़की को दुबई में उस होटल में भेज दिया, जहाँ पर देह व्यापार किया जाता है। मीडिया के अनुसार उसे एक भारतीय वेटर ने सच बता दिया कि यहाँ पर क्या होता है, तो वह उस जाल में फंसने से पहले ही भाग गयी।
उसके बाद पंद्रह दिनों के बाद उसे टिकट भेजा गया और जब वह गुजरात पहुँची तो उसे चार महीनों तक एक घर में कैद रखा गया।
उसके साथ बलात्कार किया गया। इस दलित युवती पर कुरआन पढने का और बुर्का पहनने का भी दबाव डाला गया, जिसका इस दलित युवती ने विरोध किया। मीडिया के अनुसार उस युवती ने कई बार उस युवक के परिजनों को अपने साथ हुए गलत व्यवहार के बारे में बताया, मगर उन्होंने उसकी मदद करने के स्थान पर उस पर ही नस्लीय टिप्पणियाँ कीं।
फिर अंत में उसने अपने घरवालों को पूरी बात बताई। हालांकि उसके घरवालों को अभी तक यही लग रहा था कि उनकी बेटी पोलैंड में है। सच जानकर वह भी हैरान रह गए और उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने कुल दस लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज की है जिसमे 8 परिवार के लोग हैं और 2 सहायक हैं।
दोनों ही मामलों में instagram ही माध्यम रहा है। अब समय आ गया है कि इसके खतरों के विषय में जागरूक किया जाए, क्योंकि instagram हिन्दू लड़कियों के मानसिक शोषण का एक नया अड्डा बनता जा रहा है!
परन्तु जहाँ एक ओर लव जिहाद के मामले में हिन्दू लडकियां मारी जा रही हैं, धोखे का शिकार हो रही हैं तो वहीं कुछ लोग हैं जो इसके लिए हिन्दू लड़कियों को जिम्मेदार ठहराते हैं और कहते हैं कि उनके कारण मुस्लिम लड़कियों को अच्छे लडके नहीं मिल पाते हैं. पूर्व चुनाव आयुक्त कुरैशी ने भास्कर के साथ बात करते हुए कहा कि “वैसे तो लव जिहाद से मुसलमान लड़कियां सबसे ज्यादा नुकसान में हैं। पढ़े-लिखे मुसलमान लड़कों को हिंदू पढ़ी-लिखी लड़कियां उड़ाकर ले जाती हैं। मुसलमान औरतों के एंगल से इसे किसी ने देखा ही नहीं।“
ऐसे बयान कहीं न कहीं सच से मुंह मोड़ने के लिए होते हैं और पीड़ित लड़कियों लड़कियों की उस पीड़ा को नकारने के लिए होते हैं, जो वह झेल रही हैं!