नई दिल्ली में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसमें एक हिन्दू युवक की हत्या चाकू घोंप कर उसकी मुस्लिम गर्लफ्रेंड के परिवार वालों ने कर दी है। डब्लू नाम का युवक मुस्लिम समुदाय की लड़की लाडली से प्यार करता था। यह प्यार एकतरफा नहीं था, वह लड़की भी डब्लू से प्यार करती थी। मगर लाडली के परिवार वालों को यह पसंद नहीं आया और उसके भाई ने डब्लू और उसके परिवार से कहा कि वह उसकी बहन से दूर रहें।
डब्लू की माँ शोभावती ने कहा “मैंने उनसे हाथ जोड़कर उनसे अपने बेटे के व्यवहार के लिए माफी मांगी और उन्हें भरोसा दिलाया कि वह लाडली से कभी नहीं मिलेगा!”
कुछ दिनों बाद ही लाडली का मामा शाहआलम उन्हें फिर से धमकाने आ गया क्योंकि लाडली पुलिस स्टेशन चली गयी थी और उसने यह लिखित में आवेदन दिया था कि वह अपनी मर्जी से डबलू से शादी करना चाहती है। इस पर शाह आलम ने उन्हें एक प्रस्ताव दिया कि वह शादी तो करा सकता है, पर उसके लिए डब्लू को हिन्दू से मुसलमान बनना होगा।
डब्लू की भाभी नेमा के अनुसार शाह आलम ने दो लाख रूपए का लालच धर्म बदलने के लिए दिया था। मगर परिवार वाले कहते हैं कि डब्लू ने कहा कि वह हिन्दू पैदा हुआ है, एक चौहान है और वह अपना धर्म कभी नहीं बदलेगा!
इस पर वह लोग उन्हें धमकी देते हुए चले गए। उन्होंने उनसे कहा कि अगर डब्लू ने फिर से लाडली से संपर्क करने की कोशिश की तो उसका नतीजा उन्हें भुगतना होगा। नेमा ने कहा कि वह उन सभी को मार देगा।
लाडली को गाँव भेज कर डब्लू को घेरा
फिर उन्होंने लाडली को बंगाल में गाँव भेज दिया तो सभी को लगा कि मामला सुलझ गया है। परन्तु मामला सुलझा नहीं था और उन्हें यह भी नहीं पता था कि डब्लू पर हमला हो सकता है। शोभावती के अनुसार उन्हें नहीं पता कि ऐसा क्या हुआ कि शाह आलम अपनी धमकी को पूरा करने के लिए आ गया।
वह कहती हैं “मुझे नहीं पता। मुझे वास्तव में नहीं पता। मुझे बस इतना पता है कि मंगलवार को कुछ लोगों ने डब्लू को बहार बुलाया और कहा कि वह अभी वापस आएगा, मगर जब वह आया तो बुरी तरह से चाकुओं से गुदा हुआ आया!”
डब्लू एक मांस की दुकान पर काम करता था जो बंगाली बस्ती के पास थी।
पुलिस ने कहा कि साम्प्रदायिक रंग न दिया जाए
हालांकि घरवाले कह रहे हैं कि धर्म का एंगल हैं, मगर फिर भी पुलिस का कहना है कि इस मामले में धर्म की राजनीति न की जाए। इसमें धर्म का कोई हाथ नहीं है। डीसीपी (पश्चिम) उर्विजा गोयल के अनुसार “इस युवक को निजी दुश्मनी के चलते गले पर चाकू मारा है, पुलिस ने लाडला अथात लड़की के भाई और शाह आलम को हिरासत में ले लिया है। और इसमें कोई भी साम्प्रदायिक कोण नहीं है!”
टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार जाँच करने वाले अधिकारी ने कहा कि लाडला को अपनी बहन का सम्बन्ध डब्लू के साथ पसंद नहीं था, इसलिए उसने यह कदम उठाया। डब्लू के घर पर सुरक्षा प्रदान कर दी गयी है जिससे अब परिवार के साथ कोई अनहोनी न हो जाए!
यह वही रघुबीर नगर है जहाँ पर अंकित सक्सेना की भी हत्या हुई थी
पाठकों को याद होगा कि दिल्ली में वर्ष 2018 में भी ऐसी ही एक घटना हुई थी, जिसमें अंकित सक्सेना की भी ह्त्या किसी कारण हो गयी थी। रघुबीर नगर में 23 साल के अंकित सक्सेना की हत्या उसकी मुस्लिम प्रेमिका के घरवालों ने कर दी थी। अंकित की माँ ने चश्मदीदों के आधार पर बताया था कि हालांकि उन लोगों ने पूरी कोशिश की थी कि उसे रोडरेज का मामला बना दिया जाए। मगर यह एक सुनियोजित हत्या थी और लड़की की माँ ने भी इसमें भूमिका निभाई थी।
पुलिस ने भी कहा था कि अंकित और शहजादी एक दूसरे से प्यार करते थे और शादी करना चाहते थे। मगर लड़की के परिवारवाले इससे नाराज थे और उन्होंने अंकित की भरी सड़क पर गला काट कर हत्या कर दी!
इस्लाम में मुस्लिम बनकर ही हो सकता है निकाह
इस्लाम कभी भी गैर मुस्लिम और मुस्लिम की शादी की इजाजत नहीं देता है। इसलिए गैर-मुस्लिम जीवनसाथी को हर हाल में इस्लाम स्वीकार करना ही होता है। यही कारण है कि नाम बदलकर प्यार करने वाले लड़के हिन्दू लड़कियों को इस्लाम कुबूल करवाने पर जोर देते हैं और यदि लड़की मुस्लिम है और लड़का हिन्दू है तो लड़के पर दबाव डाला जाता है।
मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने भी गैर-मजहब में शादी करने से किया है मना
अगस्त में ही ऑल इंडिया पर्सनल लॉ बोर्ड ने इस बात पर आपत्ति जताई थी कि गैर मुस्लिमों में शादियाँ हो रही हैं। इसलिए इन पर रोक लगनी चाहिए, क्योंकि यह शरीयत के अनुसार नहीं है:
ऐसे एक नहीं कई मामले हुए हैं, जिनमें हिन्दू लड़कों को मुस्लिम लड़की से प्यार करने पर अपनी हाथ से जान धोना पड़ा था।