लव जिहाद हिन्दू समाज के लिए एक विकराल समस्या बन गया है, हम रोजाना ही इस प्रकार की घटनाओं के बारे में सुनते ही रहते हैं। दुर्भाग्य की बात है कि इस समस्या के प्रति अभी भी कई स्तरों पर समाज और प्रशासन का मौन जारी है। कई राज्यों ने लव जिहाद के विरुद्ध कड़े कानून बनाये हैं, कई मामलों में कार्यवाही भी हुई है, लेकिन इसके उपरांत भी लव जिहाद के मामले कम होते नहीं दिख रहे हैं।
इस सप्ताह देखते हैं ऐसे ही कुछ मामले:
इंदौर में अवयस्क हिन्दू युवती के साथ हुआ लव जिहाद
इंदौर के महू इलाके से लव जिहाद का मामला सामने आया है, जहां दो मुस्लिम युवकों ने एक अवयस्क हिंदू लड़की को उनसे निकाह ना करने पर जीवन बर्बाद करने की धमकी दी है। इस अवयस्क लड़की के परिवार ने कोतवाली थाने में मुस्लिम युवकों के विरुद्ध एक शिकायत दर्ज की है। पीड़िता ने बताया कि दो मुस्लिम युवक उसके पीछे पड़े हुए थे और रास्ते में उसके साथ छेड़छाड़ किया करते थे । लड़की ने जब उनका विरोध किया तो दोनों मुस्लिम युवकों ने उसे निकाह करने के लिए कहा। जब लड़की ने मना किया तो आरोपियों ने उसे धमकी दी कि अगर वह निकाह नहीं करेगी तो उसे कही मुंह दिखाने लायक नही छोड़ेंगे।
महू के कोतवाली थाना प्रभारी महेंद्र सिंह भदोरिया के अनुसार आरोपियो के नाम वाहिद और अमान हैं । वह दोनों इस अवयस्क लड़की के साथ अश्लील हरकतें कर रहे थे और विरोध करने पर उसका मखौल भी उदा रहे थे। यह दोनों कह रहे थे हिंदू समाज में तुम लड़कियों का कोई महत्त्व नहीं होता है, इसलिए तुम धर्मांतरण कर मुस्लिम बन जाओ और हमसे निकाह कर लो। पुलिस ने शिकायत के आधार पर दोनों मुस्लिम युवकों के विरुद्ध अश्लील हरकतें करने और मप्र धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम सहित पाक्सो एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार करने की कार्यवाही शुरू कर दी है।
बांदा में अवयस्क हिन्दू लड़की को लव जिहादी ने घर से भगाया
उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में लव जिहाद का एक मामला सामने आया है। यहां ट्यूशन पढ़ाने वाला एक मुस्लिम युवक एक अवयस्क हिन्दू हिंदू लड़की को लव जिहाद में फंसाकर घर से भगा ले गया। उसने लड़की के साथ दुष्कर्म किया, उस पर धर्म परिवर्तन कराने का दबाव भी बनाया। लड़की के परिवार की शिकायत पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पीड़िता को रेलवे स्टेशन से बरामद किया, जहाँ वह बुर्का पहने खड़ी थी। वहीं आरोपी जिहादी युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उस पर बलात्कार, पॉक्सो, धर्म परिवर्तन अधिनियम की धाराओं के अंतर्गत केस दर्ज किया गया है।
यह मामला अतर्रा थाना क्षेत्र का है, जहां हमीरपुर जिला निवासी अफजल एक 14 साल की हिन्दू लड़की को टूशन पढ़ाया करता था। उसने लड़की को लव जिहाद के जाल में फंसाया और 2 जनवरी, सोमवार दोपहर भगा ले गया था। लड़की के पिता की शिकायत करने के पश्चात पुलिस ने लड़की की लोकेशन ट्रेस की और मौके पर पहुंची। लड़की ने पुलिस को बताया कि युवक ने उसके साथ दुष्कर्म किया और साथ ही धर्म परिवर्तन का दबाव भी बनाया। लड़की के बयान के आधार पर केस दर्ज कर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
भोपाल में फैजान अब्बास ने शान पंडित बनकर दलित अवयस्क लड़की को फंसाया
मध्य प्रदेश के भोपाल से लव जिहाद का एक नया मामला सामने आया है। फैजल सैयद अब्बास नाम के एक युवक ने एक अवयस्क हिन्दू दलित लड़की को स्वयं का नाम शान पंडित बताकर अपने ‘प्रेम’ जाल में फंसा लिया। एक बार लड़की के झांसे में आने के बाद उसने कई बार उसका यौन शोषण किया और पीड़िता से कई बार पैसे भी वसूले। आरोपी ने पीड़िता के निजी वीडियो और फोटो दिखाकर उसे डरा धमकाकर धर्म परिवर्तन के लिए विवश कर दिया। लड़की तीन बार गर्भवती भी हुई और आरोपी ने उसे हर बार गर्भपात करने के लिए विवश कर दिया।
लड़की के परिजनों द्वारा अजाक थाने में शिकायत दर्ज कराई गयी, जिसके आधार पर पुलिस ने फैजल सैयद अब्बास को गिरफ्तार कर लिया है। भोपाल पुलिस ने अवयस्क लड़की का गर्भपात करने वाले डॉक्टर को भी गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया है। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (एसीपी) निधि सक्सेना ने बताया, “13 दिसंबर को एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी, जांच में पता लगा कि 16 वर्षीय लड़की का गर्भपात कराया गया था, इस कारण डॉक्टर को भी गिरफ्तार किया गया है, वह भोपाल में बीएससी एमडी के नाम से क्लीनिक चला रहा था।
लव जिहाद के षड्यंत्र से बचने का क्या है उपाय?
लव जिहाद की घटनाएं हर दिन बढ़ती ही जा रही हैं, या हो सकता है सोशल मीडिया के माध्यम से अधिक पता चल रही हैं। यूं तो कई राज्यों ने इस कुरीति के विरुद्ध कड़े कानून भी बना लिए हैं, फिर भी इस पर रोक नहीं लगाई जा सकी है। समस्त हिन्दू समाज को एकत्रित हो कर इस बात पर गहराई से मंथन करना चाहिए कि इस कुरीति से हिन्दू समाज को कैसे बचाएँ, कैसे हमारी युवतियों को इस दुष्चक्र से निकालें। यह एक सामाजिक समस्या है, इस पर कानूनी तरीके से किसी सीमा तक रोक लगाई जा सकती है, लेकिन इस पर पूर्णतः रोक लगाने के लिए एक सामाजिक अभियान चलाना ही होगा।