भारत में सदियों से सभ्यताओं का संघर्ष चलता ही आया है, चाहे हमारी संस्कृति पर प्रहार हो या धर्म का अनादर, विधर्मियों ने हर प्रकार का षड्यंत्र किया है हमें नीचे दिखाने के लिए। इनका गज़वा-ऐ-हिन्द का सपना तो पूरा नहीं हो पाया, अब बदली हुई परिस्थिति में यह लोग पहले की तरह तलवारें निकाल कर युद्ध भी नहीं लड़ सकते। ऐसे में जिहाद करने और काफिरों को हराने के लिए नए नए तरीके अपनाये जाते हैं, लव जिहाद उनमे से एक है।
लव जिहाद एक मानसिक विकृति है, जिसका उपयोग समाज में जनसांख्यिक बदलाव लाने और हिन्दू महिलाओं का शोषण करने में किया जाता है। अपनी पहचान छुपा कर, हिन्दू नाम का उपयोग कर हिन्दू कन्यायों और महिलाओं को फंसाया जाता है, उनसे विवाह किया जाता है। उसके बाद शुशु होता है असली खेल, जब पहचान उजागर होती है, तब महिलाओं पर धर्मांतरण का दबाव डाला जाता है, उनका शोषण किया जाता है, और अधिकाँश की हत्या कर दी जाती है।
इस लेख में हम कुछ ऐसे ही मामलों का उल्लेख करेंगे, जो पिछले ही दिनों घटित हुए हैं। इन मामलों से यह बात बलवती होती जा रही है कि कट्टर इस्लामिक लोग अपने गजवा-ऐ-हिन्द के सपने को पूरा करने के लिए हर प्रकार का कार्य करने को तैयार है। इस कार्य के लिए उन्हें विदेशो से करोड़ों की फंडिंग भी दी जाती है।
ग़ाज़ियाबाद के शाहनवाज ने सुमित बन हिन्दू युवती को फंसाया
ऐसा ही एक मामला गाजियाबाद में सामने आया है, जहां एक हिन्दू युवती के अनुसार लगभग 8 साल पहले आरोपी युवक शाहनवाज आलम ने खुद को सुमित यादव बता कर उसे अपने प्रेम जाल में फंसाया। शाहनवाज ने उसे लिव इन में रखकर अवैध संबंध बनाये, एक बच्चे का भी जन्म हुआ। युवती ने जब आरोपी पर विवाह करने का दबाव बनाने का प्रयत्न किया तो युवक के मुस्लिम होने का पता लगा। मुस्लिम युवक ने पीड़ित युवती पर इस्लाम धर्म अपनाने का दबाव भी बनाया।
पुलिस के अनुसार पीड़ित युवती द्वारा शादी का दबाव डालने पर मुस्लिम युवक ने मनसा देवी में उसकी मांग भर शादी करने का झांसा दिया। लेकिन जब युवती पूरे रीति रिवाज से शादी की जिद पर अड़ी रही तो आरोपी उसे अपने मूल निवास स्थान बिहार लेकर गया। वहां युवती को पता लगा कि आरोपी एक मुस्लिम है। उसके पश्चात तो युवती का उत्पीड़न बढ़ता ही गया, उस पर धर्म परिवर्तन के लिए दबाब बनाने के साथ साथ अत्याचार भी किये जाने लगे । युवती के अनुसार शाहनवाज उसको और उसके बेटे को इस्लाम कबूल करवाना चाहता था। मुस्लिम युवक पर पहले भी लव जिहाद की घटना को अंजाम देने का आरोप लग रहा है।
आगरा में मुस्लिम महिला कर रही थी लव जिहाद
आगरा में एक आश्चर्यजनक मामला देखने को मिला है, जिसमें मुस्लिम युवकों से दो कदम आगे निकलते हुए एक मुस्लिम महिला ने लव जिहाद का कारनामा करके दिखाया है। आगरा में हिन्दू समाज की 18 साल की युवती को पड़ोसी की 30 साल की मुस्लिम महिला लेकर फरार हो गई थी। हिन्दू युवती के परिजनों ने इसे ‘लेडी लव जिहाद’ बताया है, वहीं आरोपी मुस्लिम महिला के परिजन दोनों के व्यस्क होने और आपसी सहमति से भागने की बात कह रहे हैं।
जानकारी के अनुसार, आगरा के थाना जगदीशपुरा में यह हिन्दू परिवार रहता है, जिसकी 18 वर्षीय युवती की घर के सामने रहने वाली मुस्लिम महिला से गहरी मित्रता थी। दोनों अच्छा खासा समय साथ व्यतीत करती थी, फोन पर भी खूब बात किया करती थीं। चूंकि दोनों महिला थी, इस कारण परिजन भी इस बात का ज्यादा विरोध नहीं करते थे।
परिजनों ने बताया कि उनकी बेटी एक दिन अचानक गायब हो गयी, उसे कई जगह खोजै गया, पुलिस से संपर्क किया गया, लेकिन उसका कोई पता नहीं चला। आसपास के सीसीटीवी कैमरे को जब जांचा गया, तब पता लगा कि युवती पड़ोस की मुस्लिम महिला के साथ उसका हाथ पकड़कर जाते हुई दिख रही है। परिजनों का आरोप है कि पहले मुस्लिम समुदाय के लड़के लव जिहाद करते थे, अब तो लड़कियां भी कर रही हैं, उन्हें संशय है कि कहीं उनकी बेटी के साथ कोई अनहोनी ना हो जाए।
यह बड़ी ही चिंताजनक स्थिति है कि कैसे जिहादी युवक हिन्दू युवतियों को लव जिहाद के मामलों में फंसा देते हैं। क्या हमारे समाज को इस विषय पर संज्ञान लेकर युवतियों और युवकों को जागरूक नहीं करना चाहिए? क्षणिक मित्रता और आनंद के लिए हमारे युवा ऐसी बुराइयों में फंस जाते हैं, और उसके पश्चात या तो वह धर्मांतरण करने को विवश हो जाते हैं, अन्यथा उनकी हत्या कर दी जाती है। इससे हजारों हिन्दू परिवार छिन्न भिन्न हो चुके हैं, और समाज में ऐसी घटनाओं के कारण नकारात्मकता भी फ़ैल रही है। हिन्दुओं को इस सामाजिक बुराई का एक दीर्घ हल जल्दी ही ढूंढना होगा।