उत्तर प्रदेश में कैराना एक बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान है। कैराना से हिन्दुओं का पलायन भी सभी ने देखा था और यह भी देखा था कि कैसे कट्टरपंथी मुस्लिमों के कारण हिन्दुओं को अपना घर छोड़कर पलायन करना पड़ा था। वर्ष 2017 से पहले कैराना में हिन्दुओं की स्थिति क्या थी, यह पूरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सभी को पता था।
हिन्दुओं के साथ छेड़छाड़ आम बात थी और यही कारण है कि 2017 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से जनता ने अनुरोध किया था कि वहां पर पीएसी बटालियन की स्थापना की जाए। आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घोषणा की कि आज कैराना में पीएसी बटालियन के भवन की आधारशिला रखी गई और अब यहाँ पर पी.ए.सी.के जवान रहा करेंगे।
पी.ए.सी.का डंडा जब चलेगा तो बड़े से बड़ा दंगाई भी अपने आप ही दूसरे लोक की यात्रा करता हुआ दिखाई देगा।
लोगों को याद होगा कि कैसे वर्ष 2016 में मजहब विशेष के अपराधियों के कारण 300 से अधिक परिवारों ने पलायन कर लिया था। लोगों का कहना था कि जेल से फिरौती की मांग की जाती है, फोन पर धमकी दी जाती है, और अगर वह पैसे नहीं देते थे तो उनकी ह्त्या भी करा दी जाती थी। कई व्यापारियों ने कैराना को पाकिस्तान की संज्ञा दे दी थी, जहाँ पर हत्या, लूटपाट और अपहरण बहुत आम बात हो गयी थी।
परन्तु यह भी बात सही है कि तत्कालीन प्रदेश सरकार के कारण इस मुद्दे पर सुनवाई भी बहुत मुश्किल से हुई थी और साथ ही मीडिया ने भी इस मुद्दे को नकारने का अपना पूरा प्रयास किया था। भारतीय जनता पार्टी को जहर फैलाने का दोषी बताया था। परन्तु जो सच था, वह सच था। लोगों ने पलायन को होते देखा था। फिर भी इसे लगातार नकारने का कुकृत्य चलता रहा था।
वर्ष 2017 में उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार के आने के बाद से ही योगी सरकार क़ानून व्यवस्था को सुधारने के लिए कार्य कर रही है। इसी क्रम में बड़े बड़े अपराधियों के साथ पश्चिमी उत्तर प्रदेश में उन सभी आपराधिक तत्वों पर भी कार्यवाही कर रही है, जिन्हें पहले की सरकारों में मजहब के आधार पर छूट मिल जाती थी।
कैराना में कल मुख्यमंत्री योगी का यह सन्देश देना कई राजनीतिक दलों को रास नहीं आ रहा है। वजह है कथित किसान आन्दोलन के नाम पर भाजपा-विरोधी माहौल बनने का दावा विपक्ष कर रहा है। विपक्ष अपना दावा कर रहा है कि भाजपा सरकार किसान विरोधी है और यही कारण है कि मुख्यमंत्री योगी यदि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सही समस्याओं पर कदम उठा रहे हैं, तो विपक्ष को लग रहा है कि कहीं भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में तो माहौल नहीं बन जाएगा।
विपक्ष द्वारा उनके कैराना के दौरे पर प्रश्न उठाए जाने पर उन्होंने कहा कि यदि पीड़ित हिन्दू है तो उससे मिलना गुनाह नहीं है।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि यह उनका दायित्व है कि वह हर पीड़ित से मिलें और यदि पीड़ित हिन्दू है, तो उससे मिलना गुनाह नहीं है। इसलिए उन पीड़ित लोगों से मिलने आए हैं, जिन्हें पिछली सरकार के समय प्रताड़ित करके भगा दिया गया था।”
उल्लेखनीय है कि पलायन के पीड़ित कई परिवार अब वापस आ गए हैं। और मुख्यमंत्री योगी जी ने कई परिवारों के साथ संवाद किया। और उन्होंने यह भी कहा कि अधिकतर लोगों का विश्वास वापस आ रहा है।
दंगाइयों के खिलाफ जीरो टोलरेंस की नीति की बात दोहराते हुए कहा कि यदि कोई भी दंगा करेगा तो उसे दंड चुकाना होगा। उन्होंने कहा कि दंगा किसी भी स्थिति में स्वीकार्य नहीं होगा। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि कोई भी अराजकता का प्रयास करेगा तो उसकी आने वाली पीढियां यह भूल जाएँगी कि दंगा कैसे होता है?
उन्होंने जाति की राजनीति करने के आरोप पर भी कहा कि जब हिन्दुओं के घर जलाए जा रहे थे, तब जातिवाद की राजनीति करने वालों को जाति नजर नहीं आ रही थी। साथ ही उन्होंने कहा कि जो कल तक मन्दिर जाने से बचते थे, वह आज इतना बड़ा तिलक लगाते हैं जैसे यही सबसे बड़े हिन्दू हैं।
सबसे बड़ी बात है कि मुख्यमंत्री योगी ने उस मुद्दे पर बात की, जो मुद्दा पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सबसे महत्वपूर्ण है और जिसे कथित किसान आन्दोलन के साए में दबाने की कोशिश विपक्ष द्वारा की जा रही है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कई स्थानों पर हिन्दुओं का रहना वास्तव में ही दूभर हो गया था। मजहबियों द्वारा उन्हें हर प्रकार से प्रताड़ित किया जाता था। न ही रोजगार था और न ही विकास।
वहीं कैराना में वापस हुए परिवार के सदस्यों के साथ बातचीत का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें परिवार की बच्ची से कहा जा रहा है कि “डरना मत, बाबा के बगल में बैठी हो!” कैराना के उन सभी परिवारों ने बताया कि पहले शाम को पांच बजते ही कैराना में कर्फ्यू जैसा छा जाता था परन्तु अब रात को दस ग्यारह बजे तक भी बाजार में आप जा सकते हैं।
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार मुख्यमंत्री योगी जी का यह दौरा भारतीय जनता पार्टी के लिए गेम चेंजर हो सकता है तो वहीं कुछ का कहना है कि किसान आन्दोलन से कहीं अधिक क़ानून व्यवस्था का मुद्दा उत्तर प्रदेश के लिए महत्वपूर्ण है। तो वहीं मुख्यमंत्री योगी जी का सन्देश स्पष्ट है!