पिछले दिनों एक अचानक से मुस्लिम लड़कियों के विषय में एक आपत्तिजनक एप नज़र आया और देखते ही देखते कई लड़कियों की प्रोफाइल उस पर अपलोड हो गईं, लड़कियों की तस्वीरें अपलोड हो गईं। यह बेहद ही घिनौना कार्य था, जिसने भी किया उसे सज़ा मिलनी चाहिए और फिर जैसे ही वह चर्चा में आया, वैसे ही वह डिलीट हो गया, पर किसी भी लड़की के लिए यह बहुत बड़ा आघात होता है, कि उसकी तस्वीर ऐसे किसी एप या साईट पर जाए। अभी पुलिस जांच कर रही है, और जल्दी ही दोषी पकड़ा जाएगा ऐसी उम्मीद है। कोई भी ऐसे जघन्य कृत्य का समर्थन नहीं कर सकता है। और लड़कियों के साथ हुए इस अपराध के लिए तो हर कोई कड़ी से कड़ी सजा की मांग करेगा और हम भी मांग करते हैं कि जिसने भी यह अपराध किया है उसे ऐसी सजा मिले, जो रेयरेस्ट ऑफ रेयर हो।
पर क्या आपको पता है कि जिन लोगों ने कल ट्विटर पर और फेसबुक पर सुल्ली डील पर शोर मचाया, उनमें से आधे लोगों को यह पता ही न होगा कि हिन्दू लड़कियां तो इस प्रकार के सोशल मीडिया फ्रॉड का न जाने कब से शिकार हो रही हैं। जो लोग कल यह ताना मार रहे थे कि फेमिनिस्ट इसलिए नहीं बोल रही हैं कि सुल्ली डील में मुस्लिम लड़कियां हैं, तो उन्हें यह जानना जरूरी है कि फेमिनिस्ट इतने वर्षों से उन लड्कियों पर भी शांत रही थीं, जो मुस्लिमों द्वारा इस ऑनलाइन धोखे का शिकार हो रही थीं।
दरअसल कल भी आप लोगों ने केवल सुल्लीडील और मुस्लिम लड़कियों की बात की, कल भी आपने यह नहीं सोचा कि लड़कियों के इस शोषण में हिन्दू लड़कियों के उस शोषण को शामिल किया जाए जिसमें कहीं आपके समुदाय के व्यक्ति तो शामिल नहीं हैं? कल बहुत अफ़सोस हुआ कि आपमें से किसी ने भी उस सुनियोजित अपराध के विषय में बात नहीं की, जिसके कारण हिन्दू लडकियां अपनी जान गँवा रही हैं। आपको कल हिन्दुओं का साथ भी चाहिए था और उन्हें कोसना भी था। और हिंदुत्व को गाली देनी थी?
क्या यह अभी तक साबित हो गया है कि सुल्ली डील जिसने बनाया वह किसी भी तरह से कथित कट्टर हिंदुत्व और भाजपा का समर्थक था? क्या यह साबित हुआ कि वह पूजापाठ करने वाला था? ऐसा क्या कारण था कि बिना पुलिस की जांच का नतीजा आए, आप लोगों ने हिन्दुओं को बदनाम करना शुरू कर दिया कि माता रानी की पूजा करने वाले ने ऐसा किया? सुल्ली डील के पक्ष में कोई भी संवेदनशील व्यक्ति नहीं आएगा और आना भी नहीं चाहिए, बल्कि लड़कियों के साथ ऐसा अपमानजनक कार्य करने वाले को स्वयं भगवान ही अपना भक्त मानने से इंकार कर देंगे?
फिर आपकी सुई हमेशा भगवान को बदनाम करने और कोसने तक क्यों जाती है? पुलिस जांच पूरी होने दीजिये, पर आप तो स्वयं उन अपराधों पर मौन रहती हैं, जो हिन्दू लड़कियों को एक कम्युनिटी के रूप में लक्षित करके किये जाते हैं।
अंशुल सक्सेना ने कल एक थ्रेड में बताया कि कैसे हिन्दू लड़कियों को विभिन्न प्लेटफोर्म पर निशाना बनाया जा रहा है! हालांकि कई ग्रुप की शिकायत की गयी है और सफलतापूर्वक उन्हें हटवाया गया है। पर हिन्दू लड़कियों के साथ होने वाले संगठित अपराध में आपकी चुप्पी क्यों है सहेलियों?
1. In this thread, I am going to tell you how Hindu girls' photos are leaked in Telegram groups
Specific groups have been created on Telegram where the pictures of only Hindu girls are shared.
Though, some groups were recently reported & removed successfully.
Share this thread
— Anshul Saxena (@AskAnshul) July 12, 2021
टेलीग्राम पर एक ग्रुप था, (बहुत अश्लील नाम है), और वह हिन्दू लड़कियों को ही निशाना बनाने के लिए बनाया था। उसके नियम क्या थे:
1- तुरंत ही दो मिनट के भीतर एज और लोकेशन बतानी है!
2- केवल मुस्लिम बुल्स और हिन्दू स्लटी
और भी नियम हैं, पर खैर!
कई और प्लेटफॉर्म पर ऐसे ग्रुप बने हुए हैं। reddit पर भी ऐसे कई समूह बने हुए हैं, और discord पर भी।
सुल्लीडील और इन सभी ग्रुप पर जांच होनी चाहिए और जो भी लड़कियों को धर्म के आधार पर निशाना बनाते हैं, उन पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए, परन्तु जब तक अपराधी नहीं पता तब तक #HindutvaDealCulture ट्रेंड करवाने का उद्देश्य समझ नहीं आया। क्या आपका उद्देश्य हिंदुत्व को निशाना बनाना था या फिर उन मुस्लिम बहनों के लिए न्याय मांगना, जिन्हें इस अपराध में निशाना बनाया गया। क्या आपने हिन्दुत्व के प्रति अपनी घृणा प्रदर्शित करने के लिए अपनी बहनों के दर्द का इस्तेमाल किया?
क्या विपक्षी दलों का उद्देश्य न्याय दिलवाना था या हिंदुत्व पर प्रहार करना? यदि न्याय दिलवाना था तो सुल्लीडील्स तक रहना चाहिए था, उसमें हिंदुत्व को बीच में लाने की आवश्यकता क्या तब तक थी जब तक अपराधी पकड़ा नहीं गया है? यदि वह आपके अनुसार कथित कट्टर हिंदुत्व का समर्थक होगा भी तो भी आप देखिएगा कि ट्विटर पर या जमीन पर कोई भी हिन्दुओं का संगठन उसके साथ नहीं आएगा!
जितना गलत है सुल्लीडील नामक एप बनाना उतना ही गलत है हिंदुत्व को इन सबमें खींचना और हिंदुत्व को बदनाम करना! हिंदुत्व से इतनी नफरत क्यों है आपको? नेशनल वीमेन फ्रंट आदि हिन्दू लड़कियों के साथ हुए अपराधों पर चुप्पी साधे रहती हैं। चुप्पी चलिए राजनीतिक कारणों से ठीक भी हो सकती है, परन्तु पूरे धर्म पर प्रहार करने का अधिकार आपको किसी ने नहीं दिया है। अभी पुलिस जांच चल रही है और अपराधी पकड़ा जाएगा, पर इस बहाने आपकी हिन्दुओं के प्रति घृणा बहुत दुखदायी है!
क्या आप को यह लेख उपयोगी लगा? हम एक गैर-लाभ (non-profit) संस्था हैं। एक दान करें और हमारी पत्रकारिता के लिए अपना योगदान दें।
हिन्दुपोस्ट अब Telegram पर भी उपलब्ध है। हिन्दू समाज से सम्बंधित श्रेष्ठतम लेखों और समाचार समावेशन के लिए Telegram पर हिन्दुपोस्ट से जुड़ें ।