उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की नेता प्रियांका गांधी रोज ही यह नारा लगाती हुई नजर आ रही हैं कि “लड़की हूँ, लड़ सकती हूँ” और दिनों दिन कांग्रेस की समस्त महिला मंडली के साथ कथित निष्पक्ष कांग्रेसी भी यही नारा लगा रहे हैं। परन्तु अपने राजस्थान में नहीं देख रहे हैं, जहाँ पर बलात्कार से पीड़ित लडकियां खड़ी ही नहीं हो पा रही हैं, या तो वह मारी जा रही हैं। या फिर वह इस स्थिति में होती ही नहीं हैं कि खड़ी हो सकें।
राजस्थान बार बार ऐसी घटनाओं से दहलता है, परन्तु लड़की प्रियांका गांधी के पास समय नहीं है कि वह वहां जा सकें। अलवर में ऐसा दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जिसके सामने सारी मानवता लज्जा से अपना सिर झुका ले। परन्तु कांग्रेस के साथ साथ मीडिया भी मौन है। अलवर में एक मूक बधिर बच्ची के साथ गैंग रेप में दरिंदगी की हद पार हो गयी है। दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार बच्ची को लहूलुहान स्थिति में अस्पताल लाया गया था। बच्ची का करीब ढाई घंटे तक ऑपरेशन चला था। बच्ची के शरीर के भीतरी अंगों को नुकसान हुआ है।
इस सम्बन्ध में वसुंधरा राजे सिंधिया ने भी सरकार को घेरते हुए कहा
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार
“ऑपरेशन के बाद बच्ची को आईसीयू में रेफर कर दिया है। फिलहाल उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। उसे दो से तीन दिन तक डॉक्टर्स के ऑब्जरवेशन में रखा जाएगा। जेके लॉन अस्पताल के अधीक्षक डॉ अरविंद शुक्ला ने बताया कि बच्ची का 5 डॉक्टरों की टीम ने ऑपरेशन किया है। बच्ची के अंदरूनी हिस्से में काफी गहरे घाव है। बच्ची का रेक्टम अपनी जगह से खिसक गया है। उसे जब अस्पताल में लाया गया तो काफी ब्लीडिंग हो रही थी। उसके प्राइवेट पार्ट में शार्प कट है। बच्ची के पेट में छेद करके अलग से रास्ता बनाया गया है, जिससे मल को बाहर निकाला जा सके। इसे प्लास्टिक सर्जन की मदद से रिपेयर कर रहे है। आपरेशन के बाद उसे आईसीयू में शिफ्ट कर दिया गया है।“
अलवर में मंगलवार की रात को एक नाबालिग बच्ची को सामूहिक बलात्कार के बाद पुलिया पर फेंक दिया गया था। वह बच्ची एक घंटे तक दर्द में तड़पती रही थी। वह बेचारी चीख भी नहीं सकती थी क्योंकि वह बोल ही नहीं सकती थी।
सोशल मीडिया पर लोगों का कहना है कि जहाँ पर यह बलात्कार की जघन्य घटना हुई है, उसी के पास वाले जिले में प्रियांका गांधी अपना जन्मदिन मनाने गयी हुई थीं।
जहाँ एक ओर राजस्थान में ऐसी घटनाएं दिनों दिन बढ़ रही है, कांग्रेस उत्तर प्रदेश में बलात्कार को राजनीतिक रंग दे रही है। उन्नाव में बलात्कार पीड़िता की माँ को कांग्रेस ने टिकट दिया है,
लोग सोशल मीडिया पर राजस्थान की घटना पर प्रश्न पूछ रहे हैं कि आखिर अलवर की बच्ची के विषय में आप कब बोलेंगे?
लोगों में इस घटना को लेकर गुस्सा भरा हुआ है:
हालांकि पुलिस ने त्वरित अनुसंधान और कार्यवाही के लिए एसआईटी का गठन कर दिया है, पुलिस की पांच टीमें आरोपियों की तलाश अनवरत कर रही हैं:
कल्पना करें कि ऐसी कोई घटना यदि भारतीय जनता पार्टी की सरकार में हुई होती तो क्या हाल होता?
11 जनवरी को ही भरतपुर में एक सोलह साल की लड़की ने बलात्कार के बाद ब्लैकमेल से पीड़ित होकर आत्महत्या कर ली थी। उस लड़की को बलात्कार के बाद अश्लील वीडियो भी बना ली थी। इस बच्ची के परिजनों का कहना था कि उनकी बेटी जब खेत पर कुछ काम करने गयी थी, तब गाँव खोहरा के ही दो युवकों ने उस बच्ची के साथ बलात्कार कर लिया।
और बाद में वीडियो बनाकर बच्ची को पीड़ित करने लगे थे। और जब बच्ची ने उनकी बात नहीं मानी तो उन्होंने वीडियो और फोटो वायरल कर दिए थे। इस पर बच्ची ने परेशान होकर विषैले पदार्थों का सेवन कर लिया था, और बाद में उसकी मृत्यु हो गयी।
राजस्थान में हर दिन स्त्रियों के शोषण और उत्पीड़न की घटनाएं सामने आ रही हैं, और कांग्रेस के नेता उत्तर प्रदेश में “लडकी हूँ, लड़ सकती हूँ!”
परन्तु स्वयं द्वारा शासित प्रदेश में वह नहीं देख रहे हैं!