“तमिलनाडु में फिर हुआ मंदिर पर हमला, फिर तोड़ीं देव-प्रतिमाएं” पाञ्चजन्य, 24 मई 2023
“तिरुप्पूर का यह अविनाशीलिंगेश्वर मंदिर बहुत भव्य है और प्रदेश ही नहीं, देश भर में बहुत पूज्य है। परसों रात मंदिर बंद होने के बाद, कुछ संदिग्ध तत्वों ने परिसर में रखीं देव प्रतिमाओं को खंडित किया।
तमिलनाडु में स्टालिन की सरकार है। स्टालिन द्रमुक के नेता हैं। द्रमुक अनीश्वरवादी है। तमिलनाडु में दक्षिण के किसी भी राज्य के मुकाबले सबसे ज्यादा हिन्दू रहते हैं। उन पर अब ऐसे मुख्यमंत्री का शासन है जिसकी ईश्वर या हिन्दू धर्म में कोई आस्था ही नहीं है।
स्टालिन की सरकार में मंदिरों की देखरेख का जिम्मा हिन्दू धार्मिक और धर्मादा विभाग देखता है, या कहें ‘हिन्दू मंदिरों के पैसे पर हाथ करता है लेकिन रखरखाव व संरक्षण की अनदेखी करता है’। ऐसे विभाग के तहत गत कुछ समय से हिन्दू मंदिर अनीश्वरवादियों और गैर-हिन्दुओं की नफरत के शिकार होते आ रहे हैं…
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