भारत में एक बड़ा वामपंथी समूह है, जो रावण को राम के समकक्ष ही नहीं बल्कि राम से बढ़कर ही प्रमाणित करने का प्रयास हमेशा करता रहता है। उसके लिए चूंकि राम त्याज्य हैं, अत: रावण का महिमामंडन करते हुए राम की भी प्रशंसा करते हैं। ऐसा ही बहुत चौंकाने वाला दृष्टांत अक्षय कुमार के अभिनय वाली आगामी फिल्म सम्राट पृथ्वीराज चौहान से सामने आया है।
सम्राट पृथ्वीराज फिल्म का हरि-हर गाना, जिसे वरुण ग्रोवर ने लिखा है, उसमें कहने के लिए पृथ्वीराज चौहान का महिमामंडन है, परन्तु एक पंक्ति ऐसी है जो हैरान करती है। सम्राट पृथ्वीराज की प्रशंसा करते हुए उसमें कहा गया है कि
ऐसा एक पृथ्वीराज जैसे,
गोकुल में हो मोहन ||
ऐसा एक पृथ्वीराज जैसे,
कुरुक्षेत्र में अर्जुन ||
ऐसा एक पृथ्वीराज जैसे,
लंका में दशानन ||
ऐसा एक पृथ्वीराज जैसे,
रावण को राम सतावन ||
लंका में दशानन जैसे सम्राट पृथ्वीराज चौहान कैसे हो सकते हैं? रावण की विद्वता अलग बात है, परन्तु वाल्मीकि रामायण के अनुसार रावण का चरित्र कैसा था, यह हर धर्म प्रेमी हिन्दू को ज्ञात है, फिर सम्राट पृथ्वीराज चौहान को लंका में दशानन जैसा बताकर कौन सा एजेंडा सेट किया जा रहा है? और फिर क्या लिखते हैं ऐसा एक पृथ्वीराज जैसा रावण को राम सतावन!
क्या प्रभु श्री राम ने रावण को सताया था? यह कैसा एजेंडा इस फिल्म के माध्यम से हमारे युवाओं में प्रक्षेपित किया जा रहा है? प्रश्न यही उठता है। और इस गाने को लिखने वाले वरुण ग्रोवर की सोशल मीडिया प्रोफाइल देखेंगे तो पता चलेगा कि वह कैसे राजनीतिक विरोध के नाम पर भाजपा का विरोध करते हुए हिन्दुओं का विरोध करता है।
यह वही वरुण ग्रोवर है जो कॉलेज और स्कूल में हिजाब के समर्थन में retweet करते हैं। और हिजाब को पहनने की आजादी बताने वाले वरुण ग्रोवर सम्राट पृथ्वीराज चौहान के गाने में दशानन के समकक्ष पृथ्वीराज चौहान को खड़ा करते हैं।
इतना ही नहीं इन दिनों भारतीय जनता पार्टी की प्रवक्ता नुपुर शर्मा को कट्टर इस्लामी जान से मारने की धमकी दे रहे हैं और साथ ही नुपुर के सिर पर फतवे जारी हो रहे हैं। और यह सब हो रहा है आल्ट न्यूज़ के मुहम्मद जुबैर द्वारा एक वीडियो मो मनचाहे और भड़काऊ तरीके से दिखाने के कारण। इधर नुपुर शर्मा को कट्टर इस्लामी जुबैर के कारण यह तक चर्चा कर रहे हैं कि किन गुनाहों में क़त्ल जायज है तो वहीं कथित रूप से महिला के अधिकारों के लिए खड़ा होने वाला वरुण ग्रोवर मोहम्मद जुबैर के पक्ष में आ गया है और उसने ट्वीट किया कि वह मोहम्मद जुबैर के साथ है। उसने एक घृणा से भरे टीवी चैनल पर एक नफरत फैलाने वाली की असली क्लिप साझा की है।
हालांकि शायद जब यह विवाद हुआ तो शायद वरुण ग्रोवर ने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया। आज जब अक्षय कुमार की वह तस्वीरें वायरल हुईं जिसमें वह वाराणसी में सम्राट पृथ्वीराज चौहान के प्रचार के लिए गए थे तो लोगों ने अक्षय कुमार को याद दिलाया कि वह हिन्दुओं से घृणा करने वाले वरुण ग्रोवर के लिखे गानों वाली फिल्म देखने नहीं जाएँगे।
अब यूजर्स ने भी इस गाने के बोलों को लेकर आपत्ति दर्ज करनी आरम्भ कर दी है कि आखिर यह क्या लिखा है?
नुपुर शर्मा की डिबेट को हेटस्पीच कहे जाने पर लोगों ने नुपुर शर्मा को मिलने वाली धमकियां साझा करते हुए कहा कि वरुण ग्रोवर जी, यह होती है हेट स्पीच, क्या कभी इसकी आलोचना कर पाओगे?
पर नहीं, वरुण ग्रोवर ऐसा कुछ नहीं करेंगे! वरुण ग्रोवर नहीं कर सकते, यहाँ तक कि अक्षय कुमार जैसे लोग भी वरुण ग्रोवर की इन सब बातों का विरोध नहीं कर सकते हैं, हाँ अपनी फिल्म के फ्लॉप होने के डर के कारण बस ट्वीट डिलीट करा सकते हैं। परन्तु क्या ट्वीट डिलीट करने से वरुण ग्रोवर के पहले के सभी पाप धुल जाएंगे?
और सबसे बड़ा प्रश्न यह भी है कि ऐसा क्या कारण और बाध्यता है कि बॉलीवुड में एक ऐसे व्यक्ति को महान हिन्दू सम्राट पृथ्वीराज चौहान के लिए गाने आदि लिखने का दिया गया, जो उसी हिन्दू विचार से घृणा करता है, जो विचार सम्राट पृथ्वीराज चौहान के थे?
यह कैसी बाध्यता है? और जब एक छोटे से गाने में वरुण ग्रोवर ने अपना वामपंथी एजेंडा परोस दिया है तो इस बात की क्या गारंटी है कि पूरी फिल्म में ऐसा कोई एजेंडा नहीं होगा?
यह बात सत्य है कि इसका निर्देशन डॉ चंद्रप्रकाश द्विवेदी ने किया है, जिनकी मंशा पर कोई संदेह नहीं कर सकता, परन्तु फिर भी यह बात कहीं न कहीं खटक रही है कि आखिर वह कौन सा कारण है कि गाने में ही वामपंथी एजेंडा अर्थात राम द्वारा रावण को सताया जाना और पृथ्वीराज चौहान को लंका में दशानन जैसा बताया गया है?
और आखिर हिन्दू शासक की प्रशंसा में बनी फिल्म में हिन्दू-विरोधी वरुण ग्रोवर को क्यों लिया गया? यह सोशल मीडिया पर साधारण प्रश्न घूम रहा है!