11 अगस्त को रिलीज हुई लाल सिंह चड्ढा, जिसके विज्ञापन में मीडिया आने कोई भी कसर नहीं छोड़ी थी उसने जम कर ऐसी समीक्षाएं की थीं, जिससे यह दिख रहा था कि क्यों लाल सिंह चड्ढा देखनी है? क्यों यह मस्ट वाच है? परन्तु फिर भी लाल सिंह चड्ढा अंतत: फ्लॉप हो ही गयी। हालांकि लालसिंह चड्ढा के साथ रक्षाबंधन फिल्म भी फ्लॉप हुई है, और इस समय बॉलीवुड पूरी तरह से सदमे में है। उसे समझ नहीं आ रहा है कि क्या किया जाए, क्या ऐसा किया जाए कि लोग उनकी फिल्मों को देखने के लिए आएं!
सबसे अधिक मजे की बात यही है कि वह लोग समझ ही नहीं रहे हैं कि आखिर गलती कहाँ हुई है? जहां एक ओर लाल सिंह चड्ढा का समर्थन करने वालों को भी गुस्से का शिकार होना पड़ रहा है, तो वहीं दक्षिण की फ़िल्में सुपरहिट हो रही है। हाल ही में रिलीज हुई कार्तिकेय 2 फिल्म सफलता के झंडे गाढ़ रही है, वहीं लाल सिंह चड्ढा आमिर की फिल्मों में सबसे बड़ी फ्लॉप घोषित हुई है।
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार आमिर खान की लाल सिंह चड्ढा ऐसी दुर्लभ फिल्मों में से एक है, जिसमें छुट्टी होते हुए भी लोग फिल्म देखने नहीं गए। तरन आदर्श ने कहा कि लाल सिंह चड्ढा अंतत: रिजेक्ट हो गयी। इसके पांच दिनों का कुल मिलाकर भी ठग्स ऑफ हिन्दुस्तान के पहले दिन के व्यापार जितना भी नहीं हो पाया है।
यहाँ तक कि इस स्थिति के चलते आमिर खान सदमे में हैं। यहाँ तक कहा गया कि आमिर खान से वितरकों ने अपना पैसा मांग लिया है। परन्तु बाद में यह समाचार खारिज हो गया। इतना ही नहीं जैसे ही हृतिक रोशन ने लाल सिंह चड्ढा का समर्थन करने की बात की, तो उनका भी विरोध आरम्भ हो गया। इतना ही नहीं बॉक्स ऑफिस वर्ल्डवाइड ने 15 अगस्त को ट्वीट किया कि यह हृतिक रोशन, शाहरुख खान, सलमान खान और अक्षयकुमार के लिए भी चिंता का विषय है क्योंकि अब उनकी फिल्मों को निशाना बनाया जाएगा।
हर कोई यह तो कह रहा है कि सभी को सावधान रहना चाहिए यहाँ तक कि करण जौहर ने तो यहाँ तक कह दिया कि उन्हें अब चिंता होने लगी है। पर किस बात की चिंता! दरअसल करण जौहर की फिल्म ब्रह्मास्त्र रिलीज होने जा रही है, जिसका निर्देशन किया है अयान मुखर्जी ने! मगर जिस प्रकार से उन्होंने अयान मुखर्जी को 15 अगस्त को जन्मदिन की बधाई दी, उससे लोग हैरान हो गए।
उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा कि हमें नहीं पता कि 9 सितम्बर को क्या होगा, इसकी भविष्यवाणी नहीं की जा सकती है, परन्तु जो आपका काम के प्रति समर्पण है वह एक जीत है ही।”
अर्थात क्या इसका अर्थ है कि करण डरे हुए हैं? करण किस कारण डरे हुए हो सकते हैं? दरअसल करण एक बात को लेकर डरे हुए हैं और वह है उनका यह कहा जाना कि उन्हें हिन्दी पसंद नहीं थी। करण जौहर को हिन्दी में बात करना जरा भी पसंद नहीं था। उन्हें हिन्दी डाउन मार्केट लगती थी।
दैनिक जागरण के अनुसार
करण जौहर ने अपनी आत्मकथा ‘एन अनसूटेबल बॉय’ में स्टार किड्स के साथ बड़े होने के बारे में बताया हैl उन्होंने बताया है कि क्यों उन्हें आदित्य चोपड़ा के साथ घूमना पसंद नहीं थाl करण जौहर लिखते है कि आदित्य चोपड़ा उनसे हिंदी में बात करते थे जो कि उन्हें पसंद नहीं थाl करण जौहर ने आदित्य चोपड़ा की फिल्म दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे से बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर डेब्यू किया था लेकिन करण जौहर को आदित्य चोपड़ा के साथ रहना पसंद नहीं था क्योंकि वह उनकी लगातार हिंदी में बात करने की आदत से खुश नहीं थेl करण जौहर यश जौहर के बेटे हैंl वहीं आदित्य चोपड़ा यश चोपड़ा के बेटे हैंl करण जौहर की मां हीरू जौहर यश चोपड़ा की बहन थींl
अब इसी बात को लेकर लोग विरोध कर रहे हैं कि जिस हिन्दी को करण जौहर पिछड़ा कहते थे, वह हिन्दी में अपनी फिल्म ला रहे हैं, जिसमें ब्रह्मास्त्र के बहाने कई एजेंडा साधने की कोशिश की गयी है। अब लोग कह रहे हैं कि करण जौहर को हिन्दी से घृणा है, तो अब हिन्दी प्रेमी करण के प्रति घृणा दिखाएंगे:
वहीं इंडिया टुडे का अपना एजेंडा चालू है। लाल सिंह चड्ढा और रक्षाबंधन दोनों ही फिल्मों को व्यापार के मामले में धूल चटा चुकी दक्षिण भारत की फिल्म कार्तिकेय 2 हिन्दी में धमाल मचा रही है और शानदार व्यापार कर रही है:
परन्तु मीडिया का सौतेला व्यवहार उस फिल्म के प्रति दिख रहा है। भगवान श्री कृष्ण पर आधारित इस फिल्म की समीक्षा में इंडिया टुडे ने लिखा कि बहुत ही अधिक श्री कृष्ण के सन्दर्भ हो गए, मगर कहानी कहाँ है?
इतना ही नहीं इंडिया टुडे ने यहाँ तक कहा कि हालांकि यह हिंदुत्व की बात करती है फिर भी हम बताते हैं कि आपको क्यों नहीं देखनी चाहिए यह मूवी? या फिर शायद पहले यह श्रीर्शक दिया होगा, और बाद में बदल दिया? क्योंकि नीचे दिया गया चित्र भी इन्टरनेट पर वायरल है!
जहां एक ओर हिंदी फिल्मों को दर्शक नहीं मिल रहे हैं, जबकि इन फिल्मों के लिए मीडिया ने पूरा दम लगा दिया था, और वहीं दूसरी ओर जिस फिल्म को देखने के लिए दर्शक आ रहे है, उसके लिए मीडिया का यह कहना कि लोग इसे देखने न जाएं, मीडिया का हिन्दुओं के साथ छल दिखाता है!