अभी तक श्रद्धा और आफताब के मामले से ही लोग उबर नहीं पाए हैं कि लगातार ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं, जो वीभत्सता में इससे भी कहीं भयानक है। प्यार की आजादी की गुहार लगाने वाले कभी भी श्रद्धा के लिए नहीं रोते, और अब एक और लड़की उसी नृशंसता का शिकार पाई गयी है। उसकी उम्र मात्र 22 वर्ष थी।
25 वर्षीय शादीशुदा दिलदार अंसारी ने अपनी बीवी रिबिका पहाडिन की लाश के 50 से अधिक टुकड़े किए।
और यह भी तब पता चला जब लोगों ने जानवरों को मानव देह के टुकड़े खाते हुए देखा। हालांकि अभी तक रिबिका का सिर नहीं मिला है। मीडिया के अनुसार रिबिका और दिलदार कई वर्षों से दूसरे से प्यार करते थे, हालांकि वह शादीशुदा था और यही कारण है कि उसके घरवाले रिबिका के साथ उसके रिश्ते को लेकर खुश नहीं थे।
जागरण के अनुसार रिबिका की हत्या में उसके ससुरालवाले भी शामिल हैं। ससुरालवाले इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि कुछ ही दिन पहले उन दोनों ने शादी कर ली थी।
इस शादी के बाद दिलदार ने उसे बोरियो संथाली के हेमंती मुर्मू के मकान में रखा था। यह मकान उसने दो हजार रुपया प्रतिमाह किराए पर लिया था। मकान मालकिन हेमंती ने बताया कि दिलदार मकान किराया दो हजार रुपये दे चुका था। महज पांच-छह दिन ही युवती उसके मकान में किराए पर रही। इसके बाद दिलदार के स्वजन रबिता पहाड़िन को अपने घर बेल टोला ले गए।
हिन्दुस्तानटाइम्स के अनुसार रिबिता की सास मरियम ही उसे अपने भाई मोइनुल हक के बोरियो मांझा तोला स्थित आवास में लेकर गयी थी। और शनिवार शाम को ही बोरियो संताली के निर्माणाधीन आँगनबाड़ी केंद्र के पीछे स्थानीय लोगों ने जब इंसानी अंगों को देखा तो पुलिस को सूचना दी।
क्रूरता की पराकाष्ठा कि थैले में भर रखे गए टुकड़े
स्थिति यह थी कि पुलिस को शव के टुकड़े बटोरने पड़े। पुलिस ने जब दिलदार अंसारी को हिरासत में लिया तो उसकी निशानदेही पर पुलिस ने आंगनबाड़ी केंद्र से तकरीबन 300 मीटर दूर स्थित मांझ टोला के एक बंद पड़े मकान से शव के कुछ टुकड़े बरामद किए हैं। कुछ टुकड़े फर्श पर बिखरे हुए थे तो वहीं कुछ टुकड़ों को बोरे में भरकर रखा गया था।
पाठक कल्पना ही कर सकते हैं कि उस हैवानियत की जो एक जिंदा इंसान को लाश तो बनाती ही है, साथ ही उसे मारकर बोरे में भी भर सकती है!
यह कहा जा रहा है कि शुक्रवार को रिबिका की गला रेतकर हत्या की गयी और फिर बिजली से चलने वाले कटर से 50 टुकड़े किए गए।
जागरण के अनुसार इसके तार देह व्यापार से भी जुड़े हो सकते हैं। जागरण ने यह भी कहा है कि इस मामले के तार देह व्यापार से भी जुड़ रहे हैं। उसके अनुसार पिछले दिनों बोरियो में एक होटल से दो नाबालिग पहाड़िया किशोरी, एक किशोर व एक युवक को पकड़ा गया था। सूत्रों की मानें तो पकड़ी गयी दोनों किशोरी रबिता पहाड़िन की रिश्तेदार थी। ऐसे में यह पूरा मामला देह व्यापार से भी जुड़ता दिख रहा है।
यदि जागरण के अनुसार यह मामला देह व्यापार से भी जुड़ा हो सकता है क्योंकि दो नाबालिग पहाड़िया लड़कियों को एक होटल से पकड़ा गया था, तो भी और जिस प्रकार से रिबिका पहाड़िया के साथ नृशंसता की गयी है, इन सभी मामलों में वह लोग जो बार बार यह विमर्श देते हैं कि आदिवासी हिन्दू नहीं हैं, वह क्यों कुछ नहीं बोल रहे हैं, यह एक हैरानी का प्रश्न है!
यह प्रश्न इसलिए और महत्वपूर्ण हो जाता है क्योंकि रिबिका आदिम पहाड़िया जनजातीय समुदाय की थी।
इस घटना के सामने आने के बाद लोगों के मन में फिर से वही प्रश्न उठ रहे हैं कि आखिर कब तक ऐसे ही लडकियां मारी जाती रहेंगी? यह लड़की आदिवासी समुदाय की थी, क्या इसी कारण दिलदार के घरवाले गुस्सा थे? या क्या कारण था? कितना भी बड़ा कारण हो, यह अपराध जघन्यतम है!