ब्रिटेन की राजनीती में एक भारी उलटफेर हुआ है क्योंकि भारतीय मूल के ऋषि सुनक अब ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री बन गए हैं। इससे पहले पेनी मॉरडॉन्ट ने कंजरवेटिव पार्टी की नेता बनने की दौड़ से अपना नाम वापस ले लिया। इसके पश्चात सुनक को कंजरवेटिव पार्टी के 357 सांसदों में से आधे से अधिक का समर्थन मिल गया था और दल का नेतृत्व करने के लिए ऋषि सुनक को कम से कम 100 सांसदों के समर्थन की आवश्यकता थी।
इससे पहले पूर्व ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने प्रधानमन्त्री पद के लिए चुनाव लड़ने से मना कर दिया। जॉनसन ने रविवार की रात को यह कहते हुए प्रधानमंत्री पद की दौड़ से खुद को अलग कर लिया कि उनकी वापसी के लिए यह सही समय नहीं है। जिसके पश्चात भारतीय मूल के नेता ऋषि सुनक के नेतृत्व में कंजरवेटिव पार्टी ने सत्ता पर दावा ठोका दिया था।
सुनक की विजय के पीछे सबसे बड़ा कारण है बैंकर की छवि और वित्तीय मामलों में उनका अनुभव। ब्रिटेन इस समय आर्थिक समस्याओं से घिरा हुआ है और पिछली सरकारें और प्रधानमंत्री आर्थिक मोर्चे पर विफल रहे हैं । इसके अतिरिक्त दिन प्रतिदिन बढ़ती हुई महंगाई से भी देश त्रस्त है । ब्रिटेन को आर्थिक अस्थिरता से उबारने के लिए जॉनसन सरकार में वित्त मंत्री रह चुके सुनक इकोनॉमिक बेल आउट प्लान लाए थे, जिसे मध्यम वर्ग ने सराहा था, और यही कारण हैं कि सुनक की लोकप्रियता दिन प्रतिदिन बढ़ती ही गयी है।
सुनक बने ब्रिटेन के पहले ‘हिंदू’ प्रधानमंत्री
ऋषि सुनक को किंग चार्ल्स-तृतीय ने ब्रिटेन का नया प्रधानमंत्री नियुक्त कर दिया है । ऋषि सुनक मंगलवार, 25 अक्टूबर को लंदन के बकिंघम पैलेस में किंग चार्ल्स-तृतीय से मिले और उन्होंने उन्हें सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करते हुए देश का नया प्रधानमंत्री नियुक्त किया। इसी के साथ सुनक पिछले 210 वर्षों में ब्रिटेन के सबसे कम आयु के प्रधानमंत्री बन गए हैं।
चार्ल्स तृतीय से मिलने के पश्चात ऋषि सुनक ने 10 डाउनिंग स्ट्रीट पर अपने पहले संबोधन में कहा कि मैं गलतियों को सुधारने के लिए चुना गया हूं । मैं यह वचन देता हूँ कि मैं सत्यनिष्ठा और विनम्रता के साथ ब्रिटेन के लोगों की निरंतर सेवा करूंगा। हम साथ मिलकर अविश्वसनीय उपलब्धियां पाएंगे और योग्य भविष्य का निर्माण करेंगे।
ऋषि सुनक ने कहा कि यह सरकार हर स्तर पर ईमानदारी, व्यावसायिकता और जवाबदेही के बारे में होगी । विश्वास को अर्जित किया जाता है और मैं आप सबका विश्वास कमाऊंगा। ब्रिटेन एक महान देश है, लेकिन इसमें कोई संदेह नहीं है कि देश एक गंभीर आर्थिक चुनौती का सामना कर रहा है। इस समय हमारा देश गहरे आर्थिक संकट से जूझ रहा है, और इससे निबटने के लिए आगे हमे कठिन निर्णय लेने पड़ेंगे।
सुनक को मिला राजनीतिक दलों का समर्थन
प्रधानमंत्री चुने जाने के पश्चात सुनक कंजरवेटिव पार्टी मुख्यालय पहुंचे, जहां उनका अन्य सदस्यों ने जोरदार स्वागत किया। पूर्व प्रधानमंत्री लिज ट्रस ने ऋषि सुनक को कंजरवेटिव पार्टी के नेता और यूके के अगले प्रधानमंत्री के रूप में नियुक्त किए जाने पर बधाई दी। उन्होंने ट्वीट किया, “कंजरवेटिव पार्टी के नेता और हमारे अगले प्रधानमंत्री के रूप में नियुक्त होने पर ऋषि सुनक को बधाई, आपको मेरा पूरा समर्थन है।”
ऋषि सुनक ने प्रधानमंत्री चुने जाने के पश्चात ब्रिटेन की जनता को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि अपने संसदीय सहयोगियों का समर्थन पाकर और कंजरवेटिव और यूनियनिस्ट पार्टी के नेता के रूप में चुने जाने पर विनम्र और सम्मानित महसूस कर रहा हैं। यह मेरे जीवन का सबसे बड़ा सौभाग्य है, जिसके लिए मैं बहुत आभारी हूं । ऋषि सुनक 28 अक्टूबर को पीएम पद की शपथ लेंगे और 29 अक्टूबर को कैबिनेट का गठन किया जा सकता है।
सुनक ने कहा कि ब्रिटेन एक महान देश है, लेकिन हम एक गहन आर्थिक चुनौती का सामना कर रहे हैं। अब हमें स्थिरता और एकता की आवश्यकता है, और देश एवं पार्टी को एक साथ लाना ही उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता होगी, क्योंकि यही एकमात्र तरीका है जिससे हम चुनौतियों से पार पा सकते हैं और अपने बच्चों और नाती-पोतों के लिए बेहतर भविष्य का निर्माण कर सकते हैं। मैं प्रतिज्ञा करता हूं कि मैं ईमानदारी और नम्रता के साथ आपकी सेवा करूंगा।
जानिये कौन हैं ऋषि सुनक
ऋषि सुनक भारतीय मूल के हैं, उनके पूर्वज पंजाब के रहने वाले थे, जो विदेश में जाकर बस गए थे। ऋषि का जन्म 12 मई 1980 साउथेम्प्टन, इंग्लैंड में हुआ था, उनके माता पिता पंजाबी हिंदू है जिनका नाम यशवीर(पिता) और उषा(माता) सुनक है। इनकी मां फार्मासिस्ट थी और पिताजी एक सामान्य चिकित्सक थे।
ऋषि ने विनचेस्टर कॉलेज और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से राजनीति, दर्शनशास्त्र और अर्थशास्त्र की पढ़ाई की। वह अमेरिका के स्टैनफोर्ड विश्विद्यालय में एक फुलब्राइट स्कॉलर भी थे, जहां से उन्होंने एमबीए की पढ़ाई की थी। उसके पश्चात उन्होंने कई वर्षों तक बैंकर के रूप में दुनिया के कुछ महत्वपूर्ण संस्थानों में कार्य भी किया, और उनकी वित्तीय समझ का लोहा भी मनवाया।
ऋषि ब्रिटिश कंजरवेटिव पार्टी के सदस्य है और काफी लोकप्रिय भी है। ऋषि 2015 से उत्तरी यॉर्कशायर में रिचमंड (यॉर्क) से सांसद हैं, उन्हें फरवरी 2020 में ब्रिटेन का वित्त मंत्री बनाया गया था। वह पहले 24 जुलाई 2019 से 13 फरवरी 2020 तक ट्रेजरी के मुख्य सचिव और 9 जनवरी 2018 से 24 जुलाई 2019 तक आवास, समुदाय और स्थानीय सरकार मंत्रालय में संसदीय अवर सचिव के पद पर आसीन रहे थे।
ऋषि का विवाह भारत की विख्यात आईटी कंपनी इंफोसिस के संस्थापक नारायण मूर्ति की बेटी अक्षता मूर्ति से वर्ष 2009 में हुआ था । अक्षता मूर्ति से ऋषि की जान पहचान स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में पढ़ाई करते हुए हुई थी। ऋषि अपने सौम्य व्यवहार और अच्छी जनसम्पर्क क्षमता के लिए जाने जाते हैं।
ऋषि सुनक ने एक नया इतिहास बनाया है, लेकिन वहीं उनके लिए यह पद एक काँटों का ताज भी हो सकता है। इस समय ब्रिटेन सही सम्पूर्ण यूरोप एक भयानक मंदी और ऊर्जा संकट से जूझ रहा है। सुनक ऐसे समय में प्रधानमंत्री बन रहे हैं, जब उनके देश को एक सक्षम और दृढ़ नेतृत्व की सबसे ज्यादा आवश्यकता है। ऐसे में यही आशा होगी कि ऋषि अपने देशवासियों के लिए अच्छे कार्य करें, आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करें, भारत के साथ अच्छे सम्बन्धो को बनाने पर जोर दें।