“ ‘हिन्दू बच्चों को पढ़ाई जा रही उर्दू की लाइनें, छात्राओं को बता रहा बुर्के ही अहमियत’: शिक्षक गफ्फार के खिलाफ शिकायत – पढ़ाई की आड़ में चला रहा धर्मांतरण की साजिश”, ऑपइंडिया, अप्रैल 20, 2024
“उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में एक सरकारी स्कूल के अंदर नाबालिग हिन्दू छात्रों को उर्दू भाषा के साथ इस्लामी तालीम देने का मामला सामने आया है। मामले की शिकायत बजरंग दल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित सहारनपुर के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक से की है। आरोपित टीचर का नाम गफ्फार अहमद बताया जा रहा है। आरोप यह भी है कि गफ्फार हिन्दू बच्चियों को हिजाब और बुर्का की खूबियाँ भी गिनाता है। यह शिकायत बुधवार (17 अप्रैल, 2024) को ई-मेल के माध्यम से भेजी गई है।
सहरानपुर से बजरंग दल पदाधिकारी हरीश कौशिक ने यह शिकायती पत्र मुख्यमंत्री और अधिकारियों को भेजा है। अपनी शिकायत में उन्होंने बताया है कि सहारनपुर के ब्लॉक सढौली कदीम क्षेत्र में आने वाले फैज़ाबाद इलाके में राजकीय प्राथमिक विद्यालय है। इसी स्कूल में गफ्फार अहमद बतौर टीचर तैनात है। गफ्फार पर आरोप है कि वह स्कूल में पढ़ने वाले हिन्दू बच्चों को जबरन अरबी किताबें पढ़ाता है। इसमें से कुक किताबें इस्लाम की मजहबी तालीम वाली बताई जा रहीं हैं।
हरीश कौशिक ने आरोप लगाया है कि हिन्दू छात्रों को पढ़ाई जा रही इन अरबी भाषा वाली किताबों का उनके कोर्स से कोई वास्ता नहीं है। इन किताबों को टीचर गफ्फार अहमद द्वारा खुद लाने की बात कही गई है। इसी पत्र में गफ्फार द्वारा हिन्दू बच्चियों को हिजाब और बुर्का की तारीफ भी सुनाए जाने का आरोप है। आरोप तो यह भी है कि गफ्फार की मजहबी तालीम का असर कुछ छात्र-छात्राओं के बात-व्यवहार में भी दिखने लगा है। गफ्फार से प्रभावित हो रहे छात्रों में अनुसूचित जाति (SC) की संख्या अधिक बताई गई है….”
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