रविवार 10 अप्रैल को शाम करीब 5:30 बजे खरगोन, मध्य प्रदेश में राम नवमी के अवसर पर निकाली गई श्रीराम की शोभा यात्रा पर कुछ उपद्रवियों ने अचानक पथराव करना शुरू कर दिया, जिससे राम भक्तों में भगदड़ मच गई और पुलिसकर्मियों सहित कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। यही नहीं कुछ कट्टरपंथियों ने जुलूस पर पेट्रोलबम भी फेंके और कुछ वाहनों में आग लगा दी।
हिंदी साप्ताहिक पांचजन्य के हवाले से यह खबर मिली है कि तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए एसडीएम सुमेर सिंह मुजाल्दे ने क्षेत्र में कर्फ्यू लगा दिया। पुलिस बल और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ने लगातार पैट्रोलिंग की थी।
पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार रामनवमी का जुलूस खरगोन का चक्कर लगाने वाला था लेकिन लाउडस्पीकर से संगीत बजाने को लेकर विवाद शुरू हुआ और फिर उपद्रवियों द्वारा पत्थरबाजी शुरू कर दी गई जिसके कारण शोभायात्रा बीच में ही छोड़नी पड़ी।
पांच स्थानों पर आगजनी की घटना हुई थी। लगभग 27 लोग घायल हुए थे.
घटना के बाद सरकार ने की थी कार्यवाही
घटना के बाद प्रदेश सरकार तुरंत हरकत में आ गई थी। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के तुरंत बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि-” मध्यप्रदेश की धरती पर दंगाइयों के लिए कोई स्थान नहीं है।उन्हें चिन्हित कर लिया गया है और उन पर ठोस कार्यवाही की जाएगी।”उन्होंने बताया कि-“मध्यप्रदेश में लोक एवं निजी संपत्ति को नुकसान का निवारण एवं नुकसान की वसूली विधेयक पारित किया गया है।क्लेम ट्रिब्यूनल का गठन किया जा रहा है। नुकसान का आकलन कर दंगाइयों से निजी और सरकारी संपत्तियों के नुकसान की वसूली की जाएगी, साथ ही कठोरतम दंड भी दिया जाएगा।”
प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी कहा कि-” मध्य प्रदेश में कानून का राज है और सांप्रदायिक सौहार्द को बिगड़ने नहीं दिया जाएगा। जिन घरों से पत्थर आए हैं उन घरों को पत्थर का ढेर बना दिया जाएगा।”
इसी क्रम में मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का यह साक्षात्कार बहुत ही वायरल हो रहा है जो उन्होंने एजेंडा पत्रकार बरखा दत्त को दिया है. इस वीडियो में एक विशेष बात यह है कि सोशल मीडिया पर यूजर इस बात के लिए मजाक उड़ा रहे हैं कि एजेंडा पत्रकार बरखा दत्त जो कभी मंत्री बनाया करती थीं, उन्हें अब राज्य के गृह मंत्री भी खाना खाते खाते साक्षात्कार दे रहे हैं
वहीं लोग अब नरोत्तम मिश्रा के राजदीप सरदेसाई के भी साक्षात्कार को साझा कर रहे हैं:
लोग बरखादत्त के साक्षात्कार का मजाक जमकर उड़ा रहे हैं
लोगों को यह “अनअपोलोजिटिकल” रूप बहुत अच्छा लग रहा है क्योंकि कहीं न कहीं लोग इस एकतरफा और बिना कारण के हिन्दुओं पर हुई हिंसा से दुखी हैं और त्रस्त हैं!
My humble submission is that Sh Mishra ji should have responded by skipping his food. One should avoid food when talking!