हिन्दू त्योहारों पर सेक्युलर ज्ञान देने का सिलसिला यद्यपि कम हुआ है, परन्तु बंद नहीं हुआ है। कथित रूप से राष्ट्रवादी कलाकार अजयसे देवगन, जो इस प्रकार के ऐसे किसी भी वक्तव्य से दूर रहते हैं, जिससे हिन्दू या कहें एक बड़ा वर्ग उनका विरोध करे, तो वहीं उनकी पत्नी काजोल बीच बीच में ऐसा कदम अवश्य उठाती रहती हैं जिसे फर्जी ज्ञान बघारना कहा जाता है और हिन्दू त्योहारों पर अपना श्रेष्ठता बोध जताना होता है।
होली पर इस बार अधिकतर लोग जहां पानी बचाओ या सेव वाटर जैसे हर अभियान से दूर रहे, तो वहीं विज्ञापनों में भी कोई विवादास्पद विषय नहीं था। परन्तु ऐसा प्रतीत होता है कि कुछ कलाकारों को और क्रिकेटर्स को यह शांति पसंद नहीं आती है और वह कुछ न कुछ ऐसा जरूर करते हैं, जिससे उनका पाखण्ड प्रदर्शित होता है।
अब काजोल ने होली पर जल बचाने को लेकर वीडियो जारी किया और कहा कि
आप लोग खुशी खुशी होली मनाएं और पानी बचाएं!
लोगों को होली पर यह ज्ञान पसंद नहीं आया और लोगों ने काजोल को उनके पाखण्ड के लिए जम कर घेर लिया और इस बात के लिए आलोचना की कि जब नकली बारिश के लिए पानी प्रयोग होता है तब पानी नहीं बर्बाद होता?
लोगों ने काजोल के बारिश वाले सीन साझा करते हुए प्रश्न किये किनकली बारिश की शूटिंग करते समय काजोल पानी बचाने का ज्ञान दे रही हैं. एक यूजर ने लिखा कि तम्बाकू से कैंसर होता है, परन्तु काजोल को अपने पति द्वारा पान मसाला बेचे जाने पर दुःख नहीं होता, हाँ, पानी बचाने का ज्ञान जरूर देना है!
कभी लोगों का प्रिय रहे फ़िल्मी कलाकार धीरे धीरे लोगों के दिलों से उतरते जा रहे हैं। अभिनय की दुनिया में हिन्दुओं के पैसे से ही अपना कैरियर बनाने वाले यह कलाकार हिन्दुओं को ही उनके त्योहारों पर कोसते हुए दिखाई देते हैं। हिन्दुओं के त्योहारों से उन्हें क्या समस्या है, यह नहीं समझ आता है! क्या हिन्दू कभी उनसे उनके जीवन के विषय में बात करते हैं? कि वह क्या पहने या नहीं, वह कैसे अपनी ज़िन्दगी जियें? फिर इन कलाकारों को ही यह कीड़ा क्यों काटता है कि वह हर हिन्दू पर्व पर अपना पाखंड सामने लेकर आएं?
फिल्मों की शूटिंग में, जिनमें नकली बारिश से लेकर नकली तालाब आदि होते हैं, उनमें होने वाली पानी की बर्बादी नहीं दिखाई देती है, मगर हिन्दू त्योहारों पर यह बर्बादी दिखाई देती है। इतने बड़े बड़े इनके घर होते हैं, वहां पर रोज सफाई में पानी जो खर्च होता है क्या वह पानी की बर्बादी नहीं है? क्या काजोल को इतने बड़े घर में रहने में लज्जा नहीं आती, जिसकी सफाई में इतना पानी खर्च होता है?
हाल ही में काजोल एक फिल्म में दिखाई दी थीं, जिसे राष्ट्रवादी विचार रखने वाले आशुतोष राणा की पत्नी रेणुका शहाणे ने बनाया था, त्रिभंग नाम था। त्रिभंग फिल्म की कहानी जो भी हो, कहानी पर बात न करते हुए, मात्र भाषा पर बात करते हैं तो पाते हैं कि काजोल ने इस पूरी फिल्म में जमकर गालीबाजी की है। क्या एक सफल आधुनिक महिला की सफलता इसी में है कि वह फिल्मों में गाली गलौज वाले संवाद बोले? परन्तु काजोल ने बोले थे! वह पूरी फिल्म हिन्दू परिवार की अवधारणा को तोड़ती हुई थी, परन्तु काजोल ने यह फिल्म की थी। खैर, यह पैसे लेकर काम करने वालों की दुनिया है और पैसे के लिए धर्म, परिवार आदि सब कुछ तोड़े जा सकते हैं।
काजोल को न केवल उनके ट्विटर प्रोफाइल पर बल्कि फेसबुक पेज पर भी लोग घेर रहे हैं। सभी की आपत्ति इसी बात को लेकर है कि आप इतना पाखण्ड कर कैसे सकते हैं?
रोहित शर्मा ने भी होली के रंगों को लेकर पशुप्रेम का ज्ञान दिया
क्रिकेटर रोहित शर्मा ने भी एक बार फिर से होली के रंगों से जानवरों को बचाने के लिए ज्ञान दिया। उन्होंने इंस्टाग्राम पर एक मज़ेदार वीडियो डाला पर साथ ही में लिखा कि मैं आप सभी को हैपी होली कहना चाहता हूँ, आप आनंद उठाएंगे तो वहीं अपने बेजुबान दोस्तों को ध्यान में रखियेगा और उन पर कोई रंग न डालियेगा। यह बात सच है की रोहित एक वास्तविक पशु-प्रेमी हैं और कई ऐसी संस्थानों का सहयोग भी करते हैं, परन्तु एक त्यौहार और हर्षोल्लास के अवसर पर ऐसे उपदेश देने से बचना चाहिए। साल के बाकी ३०० से अधिक दिन हैं लोगों तक ऐसे सन्देश पहुँचाने के लिए। वैसे, जब ईद पर अनगिनत पशु खुले में काटे जाते हैं, तब सारे पशु-प्रेमी सेलिब्रिटी गायब दिखते हैं!
सोशल मीडिया के कुछ यूजर्स का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने रोहित शर्मा को उनके ऊपर “बीफ प्रेमी” होने के आरोप की याद दिलाई। पाठकों को याद होगा कि पिछले वर्ष बीफ को लेकर विवाद हुआ था। सोशल मीडिया पर किसी ऑस्ट्रेलियाई रेस्टोरेंट के बिल की असत्यापित प्रति साझा की गयी थी और दावा किया गया था कि यह बिल रोहित शर्मा, गिल और पन्त अदि का है।
इसी घटना को लेकर आज भी लोगों ने रोहित शर्मा को घेरा और याद दिलाया। रोहित तथा अन्य क्रिकेटरों ने अब तक उस बिल को लेकर कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया है।
हालांकि इस बार विराट कोहली का होली का सन्देश बहुत सकारात्मक था और उसमें कुछ भी पाखण्ड नहीं था। इस पर भी लोगों ने चुटकी लेते हुए कहा कि इस बार विराट कोहली का कोई ज्ञान नहीं आया!
इन कथित सेलेब्रिटीज के सम्मुख यह बात पूरी तरह से स्पष्ट होनी चाहिए कि अब इनका पाखण्ड नहीं चलेगा, हिन्दुओं के पर्वों पर यदि पाखंडी लोग ज्ञान देंगे तो उसका प्रतिकार भी हिन्दू समाज करेगा!