“ईरान में लाशों की सफाई करने को मजबूर महिलाएँ: हिजाब न पहनने पर कुछ ऐसे दी जा रही सज़ा, पागलखाने में भी भेज रहे”, ऑपइंडिया, अगस्त 7 , 2023:
“ईरान कभी एक खुला समाज हुआ करता था, लेकिन इस्लामी कानूनों के लागू होने के बाद हालात अब वहाँ पहले जैसे नहीं रहे। हिजाब न पहनने पर मोरलिटी वाली पुलिस महिसा अमीनी वाला हाल कर देती है, तो अदालतों पर कट्टरपन का ऐसा पागलपन चढ़ा है कि वो हिजाब पहनने का विरोध करने वालों को ही पागल करार दे रही है। यही नहीं, सजा के तौर पर वो महिलाओं को सप्ताह में एक दिन मेंटल डॉक्टर के पास जाने को मजबूर कर रही है, ताकि ‘ऐसी महिलाएँ पारिवारिक मूल्यों’ को याद कर सकें और हिजाब पहनकर सामाजिक जीवन जी सकें।
‘फ्रांस 24’ के हवाले से मीडिया में चल रही रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि तेहरान की कोर्ट ने एक महिला को पूरे एक माह तक मॉर्चुरी (शव गृह) में मुर्दों की साफ-सफाई की सजा दी है, क्योंकि वो बिना हिजाब के गाड़ी चलाती हुई पकड़ी गई थी। इसी मामले के बाद मशहूर ईरानी एक्ट्रेस Afsaneh Bayegan को सुनाई गई दो साल की सजा पर बहस शुरू हो गई। उन्होंने महिला अमीनी की हत्या के बाद विरोध में सोशल मीडिया पर अपनी कई तस्वीरें पोस्ट की थी, जिसमें उन्होंने हिजाब नहीं पहना था।
इस मामले में उनकी उम्र को देखते हुए उन्हें पागल करार दे दिया गया और सजा के तौर पर 2 साल की जेल की जगह सप्ताह में एक दिन मेंटल डॉक्टर से मिलने को कहा गया है…..”
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