फतेहपुर के अभयपुर टोला का प्राथमिक विद्यालय का ताला छह दिनों से खुल रहा है। शिक्षक भी आ रहे हैं लेकिन एक भी बच्चे पढ़ने नहीं पहुंच रहे हैं। अभिभावक भय वश बच्चों को स्कूल नहीं भेज रहे। फतेहपुर गांव के अभयपुर टोले के रहने वाले दबंग प्रेमचंद यादव की दो अक्टूबर को लेहड़ा टोले में हत्या कर दी गई थी।
जागरण संवाददाता, पकड़ी बाजार (देवरिया)। फतेहपुर के अभयपुर टोला का प्राथमिक विद्यालय का ताला छह दिनों से खुल रहा है। शिक्षक भी आ रहे हैं, लेकिन एक भी बच्चे पढ़ने नहीं पहुंच रहे हैं। अभिभावक भय वश बच्चों को स्कूल नहीं भेज रहे। फतेहपुर गांव के अभयपुर टोले के रहने वाले दबंग प्रेमचंद यादव की दो अक्टूबर को लेहड़ा टोले में हत्या कर दी गई थी। जिसके बाद प्रेमचंद के स्वजन और उसके सहयोगियों ने सत्यप्रकाश दुबे, उनकी पत्नी, दो बेटी व बेटे को मार डाला।
उनके अभिभावकों से संपर्क किया जा रहा है, लेकिन वह बच्चों को स्कूल भेजने को तैयार नहीं हो रहे हैं। खंड शिक्षा अधिकारी भलुअनी सूरज कुमार ने बताया कि पुरुष सदस्य घर पर नहीं मिल रहे हैं। घर पर सिर्फ महिलाएं हैं, जो बच्चों को नहीं भेज रही हैं।
जागरण की रिपोर्ट के अनुसार फतेहपुर के अभयपुर टोला में स्थित प्राथमिक विद्यालय का ताला छह दिनों से खुल रहा है, लेकिन इसके बावजूद वहां कोई बच्चे पढ़ने नहीं आ रहे हैं। अभिभावक डर के कारण अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेज रहे हैं। इसके पीछे की एक घटना है, जिसमें दबंग प्रेमचंद यादव की हत्या हुई थी और उसके बाद उसके सबसे नजदीकी लोगों ने भी दुसरों की हत्या की। इससे गांव के लोग डरे हुए हैं और बच्चे स्कूल जाने के लिए तैयार नहीं हैं। विद्यालय में 114 बच्चे हैं, लेकिन वे पढ़ने नहीं आ रहे हैं। प्रधानाध्यापक ने बताया कि वे अभिभावकों से मिलकर उन्हें स्कूल भेजने के लिए मना रहे हैं, और पुरुष सदस्य भी नहीं मिल रहे हैं।
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