अपने आप के लिए कट्टर ईमानदार एवं अपनी पार्टी के लिए सबसे ईमानदार पार्टी का दावा करने वाले अरविन्द केजरीवाल की पार्टी के जेल में बंद नेता सत्येन्द्र जैन का एक वीडियो वायरल हो रहा है! यह बार-बार कहा जा रहा था कि सत्येंद्र जैन जेल में अपने विशेषाधिकार का दुरूपयोग करते हैं, और कई प्रकार की सुख सुविधाओं का प्रयोग करते हैं। जब यह कहा जा रहा था तो आम आदमी पार्टी ने इसे भी झूठ बताया और भाजपा पर इस विषय पर ओछी राजनीति करने का आरोप लगाया। लेकिन कहा जाता है, कि सत्य ज्यादा समय तक छुपाया नहीं जाता।
आम आदमी पार्टी के दावों को झुठलाते हुए एक वीडियो सामने आया है, जिससे सत्येंद्र जैन की समस्या और बढ़ गई है। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में तिहाड़ जेल में बंद सत्येंद्र जैन जेल में ही मालिश करवाते दिख रहे हैं । यही नहीं उन्हें 3-4 सहायक भी दिए गए हैं, इसके अतिरिक्त समाचार पत्र, मिनरल वाटर, और टीवी की सुविधा भी उन्हें जेल में दी गयी है।
यह वीडियो तिहाड़ जेल में लगे सीसीटीवी का ही फुटेज है, जो प्रवर्तन निदेशालय पहले ही न्यायालय में प्रस्तुत कर चुकी है। जेल सूत्रों के अनुसार यह वीडियो सितंबर महीने का है। बता दें कि सत्येंद्र जैन अब तक बर्खास्त नहीं हुए हैं और वह अब भी बिना किसी पोर्टफोलियों के मंत्री हैं।
भाजपा और कांग्रेस ने किया आम आदमी पार्टी पर हमला
इस प्रकार की सुविधाएं देना सीधे तौर पर जेल के नियमों का उल्लंघन है, और सबसे बड़ी बात यह है कि तिहाड़ जेल का प्रशासन पूरी तरह से दिल्ली सरकार के अधीन ही होता है। इस वीडियो के सामने आने के पश्चात भाजपा ने आम आदमी पार्टी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर तीखा हमला बोला है। भाजपा ने कहा कि ऐसा लगता है कि अरविंद केजरीवाल ने अपराधियों के लिए तिहाड़ जेल में मसाज पार्लर खोल दिया है।
वीडियो में यह साफ दिख रहा है कि तिहाड़ जेल में जैन को वीवीआईपी सुविधाएं मिल रही हैं। भाजपा के नेता हरीश खुराना का कहना है कि जेल में जैन को पीने के लिए मिनरल वाटर मिलता है, इसके भी साक्ष्य दिख रहे हैं। वहीं कई बाहर के लोग भी जैन से मिलने आते हैं, जो सीधा सीधा कानून का उल्लंघन है।
वहीं भाजपा के प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि केजरीवाल ने सत्येंद्र जैन को मंत्री बनाए रखा है । 5 महीने से सत्येंद्र जैन को जमानत नहीं मिली है, उसे बार बार न्यायालय द्वारा रद्द कर दिया जाता है । आज पता चला है कि क्यों केजरीवाल ने सत्येंद्र जैन को मंत्री बनाए रखा है, ताकि उनको वीवीआईपी सुविधा मिल सके, वो अपना मसाज करा सके, और जेल में ही विलासिता का जीवन जी सकें। यह तो ऐसा है जैसे तिहाड़ जेल के अंदर इस तरह के अपराधियों के लिए अरविंद केजरीवाल ने मसाज पार्लर खोल रखा हो।
वहीं कांग्रेस के नेता श्रीनिवास ने आम आदमी पार्टी पर हमला करते हुए कहा है, “कट्टर ईमानदार पार्टी ने तिहाड़ जेल में ही अपने भ्रष्ट मंत्री सत्येंद्र जैन के लिए खोला मसाज पार्लर..सत्येन्द्र जैन जेल में यूं करवट बदल बदल कर दिन काट रहे हैं….!
आम आदमी पार्टी ने किया पलटवार, सत्येंद्र जैन को बताया ‘बीमार’
दिल्ली के शराब मंत्री मनीष सिसोदिया ने इस विषय पर एक प्रेस कांफ्रेंस की। उन्होंने कहा कि, “भाजपा घटिया राजनीति पर उतर आई है, वह सत्येंद्र जैन की बीमारी का मजाक बना रही है। क्रूरता से मजाक बनाने की हद तक बीजेपी उतर आई है, देश में कोई भी बीमार हो सकता है। देश के प्रधानमंत्री भी बीमार हो सकते हैं, इस तरह की घटिया हरकत करना सही नहीं है। इलाज के वीडियो जारी करने की घटिया हरकत बीजेपी ही कर सकती है।”
सत्येंद्र जैन 6 महीने से जेल में बंद हैं। उन्हें गिरने से चोट लगी है, उनकी रीढ़ की हड्डी में एल-5 एस-1 डिस्क में चोट है। उनकी नर्व पिंच हो गई है। अस्पताल में उनकी दो सर्जरी भी हुई हैं, और उनके नर्व ब्लॉक भी डाले गए हैं। उन्हें चिकित्सक ने फिजियोथैरेपी करने के लिए भी कहा है। किसी भी व्यक्ति को चोट लगती है तो उनकी फिजियोथैरेपी करनी पड़ती है, इसका उपहास करना बहुत ही गलत है।
सिसोदिया ने कहा कि भाजपा एमसीडी और गुजरात में चुनाव हार रही है, और यही कारण है कि उन्होंने शक्ति का दुरूपयोग कर सत्येंद्र जैन को जेल में दाल दिया है । आप किसी भी जेल का सीसीटीवी फुटेज निकलवा लीजिए, वहां भी मरीज को इसी तरह की थैरेपी दी जा रही होगी। न्यायालय ने प्रवर्तन निदेशालय को निर्देश दिया था कि ये वीडियो रिलीज नहीं किया जाए, फिर भी इस आदेश का उल्लंघन किया। कुलमिलाकर मनीष सिसोदिया वीडियो वायरल होने से ज्यादा दुखी लग रहे हैं।
आम आदमी पार्टी ने जारी की सत्येंद्र जैन की स्वास्थ्य रिपोर्ट
आम आदमी पार्टी ने अपने कट्टर ईमानदार स्वास्थ्य मंत्री की स्वास्थ्य रिपोर्ट भी जारी की है। इसमें चिकित्सक ने उन्हें फिजियोथैरेपी करवाने की सलाह दी है, क्यूंकि उन्हें स्पाइनल इंजरी हुई है । आम आदमी पार्टी ने विपक्ष पर हमला करते हुए इस मामले को अलग दिशा में मोड़ने का प्रयत्न किया है। हालांकि उन्हें कुछ महत्वपूर्ण प्रश्नों का उत्तर देना ही पड़ेगा।
अरविन्द केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के दावे और हमारे कुछ प्रश्न
जैसा कि हमेशा होता आया है, कोई भी विषय उठने पर आम आदमी पार्टी और उनके नेता प्रेस कांफ्रेंस करते हैं, आरोपों को झुठलाते हैं। इस विषय में भी आम आदमी पार्टी ने कुछ दावे किये हैं
- सत्येंद्र जैन बीमार हैं, उनकी याददाश्त चली गयी है
- सत्येंद्र जैन के फेफड़ों में कोरोना के पश्चात समस्या उत्पन्न हो गयी है
- सत्येंद्र जैन को स्पाइनल इंजरी है, जिसके लिए उनकी मालिश की जा रही है
सत्येंद्र जैन जून 2020 में कोरोना से संक्रमित हुए थे, उसके पश्चात वह कुछ दिन अस्पताल मे भी रहे। इस बात को आज लगभग ढाई वर्ष हो चुके हैं । इस बीच सत्येंद्र जैन स्वास्थ्य और अन्य मंत्रालय संभालते रहे, कई राज्यों का चुनाव प्रभार भी उन्होंने देखा, कई पत्रकार वार्ताएं की, कई यात्राएं भी की , लेकिन कभी भी उन्हें याददाश्त से समबन्धित कोई समस्या नहीं आयी। उन्हें यह समस्या तभी आई जब प्रवर्तन निदेशालय ने उनसे पूछताछ करनी शुरू की, यानी जून 2022 मे, कोरोना से संक्रमित होने के पूरे 2 वर्ष बाद।
मनीष सिसोदिया ने कहा कि सत्येंद्र जैन के फेफड़ों मे कोरोना के पश्चात कुछ बीमारी उत्पन्न हो गयी थी, जिसके लिए उनका इलाज करवाना पड़ रहा है। लेकिन यह दावा भी सदेहास्पद है , क्योंकि पिछले ढाई वर्षों से यह जानकारी कहीं भी नहीं बताई गयी है कि जैन के फेफड़ों मे कोई समस्या है। और चलिए अगर मान भी लेते हैं, तो क्या पिछले ढाई वर्षों मे उनका दिल्ली के अस्पतालों मे कोई उपचार नहीं हुआ?
यह कैसी बीमारी है जिसका ढाई वर्षों मे इलाज नहीं हुआ? क्या दिल्ली के अस्पताल अपने स्वास्थ्य मंत्री का इलाज करने मे अक्षम हैं? क्या दिल्ली का प्रचारित और कथित रूप से दुनिया मे सबसे अलग स्वस्थ्य मॉडल झूठा है? वैसे दिल्ली सरकार के मंत्री निजी अस्पतालों मे इलाज कराना पसंद करते हैं। उसमे लाखों रूपए का खर्च होता है, जो दिल्ली के करदाताओं की जेब से जाता है।
आम आदमी पार्टी ने जो रिपोर्ट्स ट्वीट की हैं, उनमे दिखाया गया है कि सत्येंद्र जैन की एमआरआई जांच 23 सितम्बर को हुई है, जिसके आधार पर चिकित्सक ने उन्हें मालिश और फिजियोथेरेपी करने की सलाह दी है। लेकिन यहाँ यह जानना महत्वपूर्ण है कि सत्येंद्र जैन कि जो सीसीटीवी फुटेज वायरल है, वह 13, 14 और 21 सितम्बर की हैं, मतलब उनकी एमआरआई जांच से कई दिन पहले की। इससे यह साफ़ है कि मालिश की सेवा उन्हें किसी चिकित्सक की सलाह पर नहीं दी जा रही थी, यह सीधे तौर पर विशेषाधिकार का दुरूपयोग किया गया है।
कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि कथित कट्टर ईमानदार आम आदमी पार्टी और ब्रह्माण्ड के सबसे अच्छे स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन इस विषय पर फंस चुके हैं। यह लोग जितना ज्यादा सफाई दे रहे हैं, उतना ही फंसते जा रहे हैं। अरविन्द केजरीवाल ने जब राजनीति मे पदार्पण किया था, उन्होंने राजनेताओं को वीआईपी सुविधा देने का विरोध किया था, और आम आदमी पार्टी का गठन करने के पीछे मूलभूत भावना यही थी कि उनके नेता आम नागरिक की तरह सादा रहन ही रखेंगे।
हालांकि उन्होंने क्या किया है, वह जनता के सामने आ चुका है।