गुजरात और हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनावों के परिणाम आ चुके हैं। यदि आम आदमी पार्टी की बात की जाए तो गुजरात में उन्हें लगभग 13 प्रतिशत वोट के साथ 5 सीटें मिली हैं, वहीं हिमाचल प्रदेश में पार्टी का प्रदर्शन बहुत ही चिंताजनक रहा है, वहां उन्हें मात्र 1 प्रतिशत वोट के साथ एक भी सीट जीतने का अवसर नहीं मिला है।
अरविन्द केजरीवाल अपनी पार्टी के गुजरात चुनाव के प्रदर्शन को भी एक बहुत बड़ी सफलता के रूप में दर्शा रहे हैं, और आम आदमी पार्टी को एक राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिलने का दावा कर रहे हैं। वहीं आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह के अनुसार अपने गठन के मात्र 10 वर्षों में राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा पाने वाली आम आदमी पार्टी देश की पहली राजनीतिक पार्टी है। उन्होंने बताया कि आम आदमी पार्टी को गुजरात में 35 लाख वोट मिले हैं, जिसे भारतीय जनता पार्टी का गढ़ माना जाता है।
अरविन्द केजरीवाल बेशक आज नए दावे करें, लेकिन यह भी सच है कि उनके पुराने दावे झूठ निकले हैं। गुजरात और हिमाचल प्रदेश के चुनाव अभियान के समय अरविन्द केजरीवाल ने भांति भांति के दावे किये, लेकिन अंततः सभी दावे निष्फल हुए। इस लेख में हम केजरीवाल के कुछ ऐसे ही दावों के बारे में आपको बताना चाहेंगे, जो केजरीवाल ने किये और उन्हें मुँह की खानी पड़ी।
केंद्र की आईबी एजेंसी के अनुसार गुजरात में आम आदमी पार्टी की सरकार बन रही है ?
अरविन्द केजरीवाल ने एक चुनावी रैली में कहा कि केंद्र सरकार ने अपनी एक एजेंसी आईबी को गुजरात में सर्वेक्षण के लिए भेजा था। आईबी के अनुसार दिसंबर में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने जा रही है। आईबी केंद्र सरकार के अधीन एक खुफिया विभाग होता है, जिसका कार्य राष्ट्रीय सुरक्षा के विषयों पर गुप्त जानकारी जुटाना और सरकार को जरूरी सूचना देना होता है, ताकि सरकार उपयुक्त कार्यवाही कर सके।
इस वीडियो में आप देख सकते हैं की केजरीवाल किस प्रकार अपने समर्थकों को भ्रमित कर रहे हैं, और इतना बड़ा झूठ बोल रहे हैं। वहीं सच केजरीवाल के दावों के एकदम विपरीत है, जहां वह पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने का सपना देख रहे थे, उन्हें मात्र ५ सीटें मिली हैं।
केजरीवाल ने अपने 3 प्रमुख नेताओं के जीतने का दावा किया था
अरविन्द केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी गुजरात के तीन प्रमुख नेताओं के जीतने की भविष्यवाणी की थी। उन्होंने एक कागज़ पर यह लिख कर दिया था कि गुजरात में पार्टी अध्यक्ष गोपाल इटालिया, आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री उम्मीदवार इसुदान गढ़वी, और एक अन्य नेता अल्पेश की जीत सुनिश्चित है।
हालांकि जब परिणाम आये, तो कहानी कुछ और निकली।
आम आदमी पार्टी को 10 वर्ष के भीतर देश की पहली राष्ट्रीय पार्टी बनने का झूठा दावा
आप के वरिष्ठ नेता और दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि गुजरात की जनता के वोट से आम आदमी पार्टी आज राष्ट्रीय पार्टी बन रही है शिक्षा और स्वास्थ्य की राजनीति पहली बार राष्ट्रीय राजनीति में पहचान बना रही है, इसके लिए पूरे देश को बधाई। आम आदमी पार्टी ने ट्वीट किया कि एक छोटी सी आम आदमी पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी बनाने के लिए गुजरात की जनता का बहुत-बहुत शुक्रिया और सभी देशवासियों को बहुत-बहुत बधाई ।
वहीं आम आदमी पार्टी यह भी प्रचार कर रही है कि वह भारत का पहली राजनीतिक दल है जिसने अपनी स्थापना के 10 वर्ष के भीतर ही राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा प्राप्त कर लिया है। परन्तु आंकड़ों में उनका यह दावा भी गलत ही निकला है। भाजपा के प्रवक्ता तजिंदर पाल बग्गा ने इस विषय पर कुछ तथ्य साझा किये हैं, जिनसे यह ज्ञात होता है कि भारत में पहले से ही 5 ऐसे राजनीतिक दल हैं जो अपनी स्थापना के 10 वर्ष से पहले ही राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा प्राप्त कर चुके हैं।
एमसीडी में आप की हुई जीत, लेकिन दावों के विपरीत नहीं मिली विजय
दिल्ली में बहुचर्चित एमसीडी चुनावों में आम आदमी पार्टी की जीत हुई है। आप के प्रचार और केजरीवाल के दावों के विपरीत इन चुनावों में केजरीवाल के दल की प्रचंड विजय नहीं हुई है, उन्हें 134 सीटें मिली हैं, वहीं भाजपा को 104 सीटें मिली हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें, अरविन्द केजरीवाल ने एमसीडी चुनावों में 230 सीटें जीतने का दावा किया था, वहीं भाजपा के लिए उन्होंने कहा था कि उन्हें 20 से ज्यादा सीटें नहीं मिल पाएंगी।
अरविन्द केजरीवाल ने एक प्रेस वार्ता में कहा था, जिस हिसाब से विधान सभा में सबको धो दिया था और 70 में 62 सीटें अपने नाम करी थी ऐसे ही निगम में कम से कम 230 सीटें हम ले आएंगे और गुजरात में तो जनता हमारा काम देख कर हमें वोट करेगी आज गुजरात का आदिवासी जो पढ़ा लिखा भी नहीं है वो भी हमारे स्कीमों के बारे में बात कर रहा है, गुजरात में हमारी सरकार बन रही है।
एमसीडी चुनावों के पश्चात क्यों बढ़ रही हैं केजरीवाल की चिंताएं?
एमसीडी चुनावों में बेशक आम आदमी पार्टी जीत गयी है, लेकिन कुछ ऐसे परिणाम आये हैं जिनसे अरविन्द केजरीवाल और मनीष सिसोदिया की चिंताएं बढ़ गयी हैं। दिल्ली सरकार के मंत्री सिसोदिया, सत्येंद्र जैन, और केजरीवाल के अत्यंत निकट समझे जाने वाले अमानतुल्लाह खान के क्षेत्र में आम आदमी पार्टी को हार का सामना करना पड़ा है।
आम आदमी पार्टी के कई मंत्रियों जिनमे मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन सम्मिलित हैं, उन पर विभिन्न भ्रष्टाचार के मामले दर्ज किये गए हैं। भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने ट्वीट करते हुए कहा कि
भाजपा के नेता कपिल मिश्रा ने यह आह्वान किया है कि वह दिल्ली की हर विधानसभा में जनसंपर्क अभियान शुरू कर रहे हैं। वह 31 जनवरी तक महिलाओं, युवाओं और कच्चे कर्मचारियों के साथ 100 जनसभाएँ करेंगे और आम आदमी पार्टी के भ्रष्टाचार की पोल खोलेंगे। कपिल मिश्रा ने कहा कि “केजरीवाल के ज़्यादातर मंत्रियों के यहाँ निगम के सारे वार्ड AAP ने हारे हैं, AAP की नींव हिल रही हैं “।
दिल्ली के एमसीडी चुनावों में 15 वर्षों के शासन के पश्चात भी भाजपा का वोट बैंक सुरक्षित रहा है, और उन्हें 104 सीटें मिली हैं। इससे यह स्पष्ट है कि एमसीडी में आम आदमी पार्टी की विजय तो हुई है, परन्तु वैसी नहीं जैसा उसने दावे किए थे। ऐसे में लोग भी तरह-तरह की बातें कर ही रहे हैं!