“Video : आतंकवादियों ने धर्म पूछकर हिंदुओं की हत्या की, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा”, प्रभात खबर, अक्टूबर 02, 2025
“आरएसएस के शताब्दी समारोह को संबोधित करते हुए संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि पहलगाम की घटना के बाद हमारे नेतृत्व का संकल्प, सशस्त्र बलों की वीरता और समाज की एकता उजागर हुई. आतंकवादियों ने पाहलगाम में 26 भारतीयों की हत्या की. इसके बाद सरकार ने कड़ा कदम उठाया. आतंकवादियों ने धर्म पूछकर हिंदुओं की हत्या की. हमारी सरकार और सेना ने पूरी तैयारी के साथ इसका जोरदार जवाब दिया. इस घटना ने हमें दोस्त और दुश्मन की पहचान करावा दी.
हिंसक आंदोलन से कोई लक्ष्य प्राप्त नहीं होता : मोहन भागवत
मोहन भागवत ने कहा कि जब सरकार लोगों से दूर रहती है. उनकी समस्याओं से अनजान रहती है और नीतियां उनके हित में नहीं बनती, तो लोग सरकार के खिलाफ हो जाते हैं. लेकिन अपनी नाराजगी व्यक्त करने के लिए हिंसा का रास्ता किसी के लिए भी लाभकारी नहीं है. इतिहास में अब तक हुई सभी राजनीतिक क्रांतियों को देखें, किसी ने भी अपने उद्देश्य को पूर्ण रूप से हासिल नहीं किया. हिंसक आंदोलन से कोई लक्ष्य प्राप्त नहीं होता, बल्कि विदेशी ताकतों को अपने खेल खेलने का मंच मिल जाता है. सभी देशों में सरकारों के खिलाफ हुई क्रांतियों ने उन्हें पूंजीवादी राष्ट्र में बदल दिया.
हमले से पूरा देश शोक और गुस्से में था : भागवत
भागवत ने कहा कि सीमा पार से आए आतंकवादियों ने धर्म पूछकर 26 भारतीयों की हत्या की. इस हमले से पूरा देश शोक और गुस्से में था. पूरी तैयारी के साथ हमारी सरकार और सशस्त्र बलों ने इसका बेहतरीन जवाब दिया. देश में सरकार की निष्ठा, सशस्त्र बलों की वीरता और समाज की एकता ने आदर्श वातावरण प्रस्तुत किया. इस घटना और ऑपरेशन के बाद विभिन्न देशों की भूमिका ने हमारे सच्चे मित्रों की पहचान कराई. वहीं, देश के भीतर भी असंवैधानिक तत्व हैं जो देश को अस्थिर करने का प्रयास करते हैं. इस अनुभव ने देश की एकता और सुरक्षा की आवश्यकता को और मजबूती दी…….”
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