“न दुख-न पश्चाताप… पवित्रा का यह मुस्कुराता चेहरा बताता है कि पर्दे के सितारों में ‘नायक’ का दर्शन न करें, हर फैन के लिए सबक है रेणुका स्वामी की हत्या”, ऑपइंडिया, जून 18, 2024
“पिछले दिनों कर्नाटक में हुए ‘फैन हत्याकांड’ के मामले में नई बातें सामने आने से लोग हैरान हो रहे हैं कि आखिर ये सब हुआ क्या है? किसी ने कभी कल्पना भी नहीं की होगी कि कोई सुपरस्टार हीरो अपने फैन की हत्या करवा सकता है वो भी इतनी बेरहमी से… लेकिन ये सच है… ऐसा हुआ है और इस पूरे मामले से दो चीजें लोगों को अब सबक लेने की जरूरत है।
पहली तो ये कि पर्दे पर जिनके बदलते हाव-भाव और एक्शन देख हम फैन हो जाते हैं, जरूरी नहीं वो असल जिंदगी में भी वैसा ही हों, इसलिए किसी एक्टर/एक्ट्रेस का प्रशंसक होना एक हद तक उचित हो सकता है लेकिन उस कलाकार के पीछे पागल हो जाना हर मायने में घातक ही होता है।
दूसरा ये कि खुद को फैन कहे जाने वाले लोगों को ये समझना जरूरी है कि पर्दे पर दिखने वाले लोगों के जीवन में उन फैन्स का सिर्फ इतना महत्व होता है कि वो लोग उन्हें नाम दिलाएँ, उनके घर के बाहर भीड़ लगाएँ, और उन्हें हमेशा प्रांसगिक और चर्चा में बनाए रखें ताकि कभी उन्हें काम मिलने में समस्या न हो… इसके अलावा बड़े से बड़े हीरो के लिए फैन का अर्थ कुछ नहीं होता…..”
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