“दवाओं के साथ मिला हिंदू विरोधी साहित्य:इलाज के बहाने धर्मांतरण के आरोप; झोलाछाप डॉक्टर की क्लिनिक सील, आरोपी हिरासत में”, दैनिक भास्कर, जून 26, 2025
“जबलपुर के रिछाई क्षेत्र में मंगलवार को एक बड़ी कार्रवाई के दौरान झोलाछाप डॉक्टर की क्लिनिक से भारी मात्रा में बिना लाइसेंस की एलोपैथिक दवाएं और हिंदू धर्म विरोधी आपत्तिजनक साहित्य बरामद हुआ है। खाद्य एवं औषधि विभाग की टीम ने क्लिनिक को सील कर दिया है, वहीं रांझी थाना पुलिस ने आरोपी फर्जी डॉक्टर दशरथ कुमार बैरागी को हिरासत में ले लिया है। विश्व हिंदू परिषद ने आरोपी पर धर्मांतरण कराने का आरोप लगाते हुए कड़ी आपत्ति जताई है।
20 रुपए में इलाज, साथ में धर्म परिवर्तन की कोशिश
डिंडोरी जिले का रहने वाला 50 वर्षीय दशरथ बैरागी जनस्वास्थ्य रक्षक के रूप में प्रशिक्षित था। लेकिन प्रशिक्षण के दायरे से बाहर जाकर वह वर्षों से रिछाई में अवैध रूप से क्लिनिक चला रहा था। महज 20 रुपए में गरीब और मजदूर वर्ग के मरीजों का इलाज करने के बहाने वह न सिर्फ झोलाछाप तरीके से एलोपैथिक दवाएं देता था, बल्कि उनके हाथों में हिंदू धर्म विरोधी किताबें थमाकर उन्हें धर्म बदलने के लिए प्रेरित करता था।
छापे में मिला बड़ा स्टॉक दवाओं का, नहीं था लाइसेंस
कलेक्टर को शिकायत मिलने के बाद सीएमएचओ के निर्देश पर खाद्य सुरक्षा अधिकारियों शरद जैन और प्रवीण कुमार ने दशरथ की क्लिनिक पर छापा मारा। वहां मरीजों की भीड़ लगी थी और बिना पंजीकरण के बड़ी मात्रा में एलोपैथिक दवाओं का भंडारण किया गया था। क्लिनिक से करीब 20-25 हजार रुपए कीमत की दवाएं, मल्टीविटामिन, इंजेक्शन और अन्य मेडिकल सामग्री बरामद की गई। न तो क्लिनिक रजिस्टर्ड थी और न ही दवाओं के लिए कोई अनुमति या फार्मासिस्ट उपलब्ध था……”
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