“चिल्लाने से हिंदू राष्ट्र नहीं बनेगा! रामभद्राचार्य ने किस भगवान को बताया हीरो? PM मोदी से खास मांग”, नवभारत टाइम्स, अक्टूबर 18, 2025
“उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर के सूरापुर स्थित विजेथुआ धाम में वाल्मीकि रामायण कथा के अंतिम दिन चित्रकूट तुलसी पीठाधीश्वर स्वामी रामभद्राचार्य ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि केवल चिल्लाने से देश हिंदू राष्ट्र नहीं बनेगा, बल्कि इसके लिए हिंदूवादियों को संसद में कम से कम 470 सीटें मिलनी चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी से रामचरितमानस को राष्ट्रीय ग्रंथ घोषित करने की भी मांग की।
स्वामी रामभद्राचार्य ने अपने संबोधन में जोर दिया कि हिंदू राष्ट्र की स्थापना के लिए राजनीतिक प्रतिनिधित्व आवश्यक है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में सनातन परंपरा के संविधान के रूप में 18 स्मृतियां थीं, जिनमें समय-समय पर परिवर्तन होते रहे हैं। आतंकवाद पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि आतंकवादी की कोई जाति नहीं होती। सरकार को आतंकवाद के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने वर्तमान सरकार द्वारा आतंकवाद पर किए जा रहे कड़े प्रहार की सराहना की।
महाराज जी ने कहा कि बिना कठोरता के नियंत्रण संभव नहीं है और सरकारों को जनहित में कड़े फैसले लेने चाहिए। उन्होंने भगवान राम द्वारा शूर्पणखा को तत्कालीन संवैधानिक व्यवस्था के अनुसार दंड दिलवाने का उदाहरण दिया। उन्होंने न्यायालयों से दुष्कर्म के दोषियों को प्राणदंड देने की अपील भी की…….”
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