“केरल में वामपंथी सरकार में फूटा बारूद, पीएम श्री योजना को लेकर CPI ने पिनराई विजयन सरकार पर बोला तीखा हमला”, सुदर्शन न्यूज़, अक्टूबर 25
“केरल की राजनीति में इन दिनों वाम मोर्चे के भीतर ही घमासान मचा हुआ है। सत्तारूढ़ लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (LDF) के दो प्रमुख घटक दल CPI और CPM अब आमने-सामने आ गए हैं। वजह है केंद्र सरकार की PM श्री योजना में शामिल होने का राज्य सरकार का फैसला। शिक्षा विभाग ने केंद्र के साथ इस योजना के तहत एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसके बाद सहयोगी दल CPI ने मुख्यमंत्री पिनराई विजयन और शिक्षा मंत्री वी. शिवनकुट्टी पर सीधा हमला बोला है।
CPI बोली- यह फैसला ‘एकतरफा’ और ‘मर्यादा’ के खिलाफ
सीपीआई के राज्य सचिव बिनॉय विश्वम ने कहा कि यह कदम न केवल एकतरफा है, बल्कि एलडीएफ की वैचारिक एकता पर भी गहरा प्रहार है। उन्होंने आरोप लगाया कि शिक्षा मंत्री ने पार्टी सहयोगियों से कोई परामर्श किए बिना ही इस समझौते पर साइन कर दिए। विश्वम ने अपने पत्र में सीपीआई के राष्ट्रीय महासचिव डी. राजा से अपील की है कि इस मुद्दे पर कड़ा रुख अपनाया जाए और सीपीएम के इस व्यवहार को ‘गठबंधन के सिद्धांतों का उल्लंघन’ बताया जाए।
CPI का बड़ा फैसला संभव, कैबिनेट से दूरी बना सकती है पार्टी
पार्टी सूत्रों के अनुसार, सीपीआई इस विवाद पर कोई बड़ा कदम उठा सकती है। चर्चा यह भी है कि पार्टी फिलहाल कैबिनेट बैठकों में शामिल न होकर केवल बाहर से सरकार को समर्थन देने का विकल्प चुन सकती है। इस मुद्दे पर आज पार्टी की अहम बैठक बुलाई गई है। वहीं, सीपीएम के राज्य सचिव एमवी गोविंदन से भी औपचारिक बातचीत की जाएगी ताकि मतभेद और न बढ़ें…….”
पूरा लेख सुदर्शन न्यूज़ पर पढ़ें
