“ ‘आने वाले युद्ध अब तोप-गोले नहीं, AI और एल्गोरिद्म से लड़े जाएंगे’; रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह बोले- भारत बनेगा ‘डिफेंस टेक्नोलॉजी’ का विश्व गुरु”, सुदर्शन न्यूज़, अक्टूबर 08, 2025
“नई दिल्ली के विज्ञान भवन में मंगलवार (7 अक्टूबर) को आयोजित ‘रक्षा नवाचार संवाद: आई-डेक्स स्टार्टअप्स से संवाद’ कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि आने वाले समय में युद्ध का स्वरूप पूरी तरह बदल चुका है। अब युद्ध केवल बारूद और बंदूकों से नहीं, बल्कि एल्गोरिद्म, स्वायत्त प्रणालियों और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से लड़े जाएंगे।
उन्होंने कहा कि ड्रोन, एंटी-ड्रोन सिस्टम, क्वांटम कंप्यूटिंग और डायरेक्टेड-एनर्जी वेपन्स भविष्य के युद्ध की असली पहचान होंगे। रक्षा मंत्री ने कहा- “हमने इसका प्रदर्शन ऑपरेशन सिंदूर में भी देखा है। हमें अब नकल करने वाले नहीं, बल्कि तकनीक के निर्माता और वैश्विक मानक तय करने वाले बनना है।”
आत्मनिर्भरता अब नारा नहीं, आंदोलन बन चुका है
राजनाथ सिंह ने बताया कि देश में रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भरता की दिशा में अभूतपूर्व प्रगति हुई है। रक्षा क्षेत्र में घरेलू स्रोतों से पूंजीगत खरीद 2021-22 के ₹74,000 करोड़ से बढ़कर 2024-25 में ₹1.2 लाख करोड़ तक पहुंच गई है। उन्होंने इसे केवल आंकड़ों का बदलाव नहीं, बल्कि “निर्भरता से आत्मविश्वास की यात्रा” बताया……”
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