“ ‘ग्लोबल टाइम्स’ को भारतीय दूतावास ने लताड़ा, DW और Bloomberg ने चलाया पाकिस्तानी प्रोपेगंडा: इस्लामी आतंकियों को आतंकवाद कहने में फिर झिझका विदेशी मीडिया”, ऑपइंडिया”, मई 08, 2025
“पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकी हमला होता है, जिसमें 26 निर्दोष लोगों को उनका धर्म पूछ-पूछकर मार डाला जाता है। इसके बाद विदेशी मीडिया उन आतंकवादियों के लिए ‘बंदूकधारी’ और ‘बाग़ी’ जैसे शब्दों का इस्तेमाल करता है। फिर इस घटना के 13 दिन बाद भारत पाकिस्तान में 9 आतंकी ठिकानों पर हमला कर उन संरचनाओं को तबाह कर देता है, जहाँ वर्षों से भारत की धरती पर ख़ून बहाने की साजिशें रची जा रही थीं। इनमें मसूद अजहर के ठिकाने भी शामिल थे, जिसे छुड़ाने के लिए 1999 में एक भारतीय विमान को हाईजैक करके कंधार ले जाया गया था।
जर्मनी के DW को फिर आतंकी को आतंकी कहने में आई शर्म
अब विदेशी मीडिया का वही धड़ा एक बार फिर से भारत के विरुद्ध प्रपंच फैलाने में लग गया है। अब जर्मन मीडिया संस्थान DW को ही ले लीजिए। वो अपने शीर्षक में लिखता है, “भारत ने कहा कि उसने पाकिस्तान में ‘आतंकी’ ठिकानों को निशाना बनाया”। यानी, एक बार फिर से उसने आतंकी को आतंकी कहने में हिचक दिखाई है। जिस शख्स को छुड़ाने के लिए विमान हाईजैक कर लिया जाता है, वो आतंकी नहीं? साथ ही इस ख़बर में उसने पाकिस्तानी एजेंडा चलाते हुए कहा है कि भारत ने नागरिकों को निशाना बनाया।
जबकि भारत स्पष्ट कर चुका है कि उसने न नागरिक ठिकानों को निशाना बनाया है और न ही सैन्य ठिकानों को। साथ ही इसे DW द्वारा ‘तथाकथित ऑपेरशन सिंदूर’ नाम दिया गया। सबसे पहले उसके वीडियो में यही कहा गया कि पाकिस्तान ने 26 नागरिकों के मारे जाने की बात कही है। साथ ही इसकी दिल्ली ब्यूरो चीफ सैंड्रा पीटर्समैंन ने कहा कि भारत के प्रेस कॉन्फ्रेंस में सवाल पूछने की अनुमति नहीं थी। साथ ही लश्कर-ए-तैय्यबा को सीधे आतंकी संगठन कहने की बजाए घुमा-फिर कर उन्होंने कहा कि ये एक ‘समूह’ है जिसे UN ने आतंकी संगठन घोषित कर रखा है…….”
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