“बांग्लादेश में हिंदू युवक की हत्या के मामले में पिता का आया पहला बयान, कहा-जले हुए सिर और धड़ को…”, पत्रिका, दिसंबर 20, 2025
“भारत के पड़ोसी देश बांग्लादेश में एक बार फिर हिंसा भड़क गई है। बीते दिनों युवा नेता शरीफ उस्मान हादी की मौत के बाद देश में अशांति का माहौल है। इसी दौरान मयमनसिंह जिले में शुक्रवार को भीड़ ने पीट-पीटकर एक हिंदू युवक की हत्या कर दी। मृतक की पहचान 27 वर्षीय दीपू चंद्र दास के रूप में हुई है। इस घटना के बाद दीपू के पिता रविलाल दास का पहला बयान सामने आया है। उन्होंने गहरे दुख के साथ बताया कि किस तरह प्रदर्शनकारियों ने उनके बेटे को मौत के घाट उतार दिया।
ढाका से 100 किलोमीटर दूर तक तोड़फोड़
मयमनसिंह में एक कपड़ा कारखाने में काम करने वाले दीपू चंद्र दास की गुरुवार रात कथित तौर पर इस्लाम का अपमान करने के आरोप में पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। उस्मान शरीफ हादी की हत्या के लिए न्याय की मांग कर रहे कुछ हिंसक प्रदर्शनकारियों ने ढाका से 100 किलोमीटर से अधिक दूर तक प्रमुख स्थलों में तोड़फोड़ की।
‘जले हुए सिर और धड़ को बाहर बांध दिया था’
दीपू दास की पीट-पीटकर हत्या करने के बाद उसके बेजान शरीर को एक पेड़ से बांधकर आग लगा दी गई। इस दौरान दर्जनों लोगों को इस बर्बर घटना का जश्न मनाते हुए देखा गया। पीड़ित के पिता रविलाल दास ने एनडीटीवी से बातचीत में घटना का भयावह विवरण साझा करते हुए गहरी निराशा जताई। हालांकि मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार ने लिंचिंग की निंदा करते हुए कार्रवाई के आदेश देने की बात कही है। रविलाल दास ने कहा, ‘सरकार की ओर से किसी ने कोई आश्वासन नहीं दिया। किसी ने कुछ नहीं कहा….”
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