“PAK में न्यूक्लियर साइट पर हमले की इंदिरा गाँधी ने नहीं दी थी मंजूरी: पूर्व CIA अधिकारी का दावा, कहा- भारत और इजरायल मिलकर नष्ट करने वाले थे कहूटा परमाणु संयंत्र”, ऑपइंडिया, नवंबर 09, 2025
“पूर्व CIA अधिकारी रिचर्ड बार्लो ने खुलासा किया है कि भारत और इजरायल ने 1980 के दशक की शुरुआत में पाकिस्तान के कहूटा परमाणु संयंत्र को नष्ट करने की एक गुप्त संयुक्त योजना पर चर्चा की थी। बार्लो ने कहा कि अगर यह योजना पूरी हो जाती, तो कई समस्याएँ खत्म हो जातीं लेकिन यह ऑपरेशन इसलिए नहीं हुआ क्योंकि उस समय की प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी ने इसे मंजूरी नहीं दी।
उन्होंने इंदिरा गाँधी के इस फैसले को शर्मनाक बताया। समाचार एजेंसी ANI से बात करते हुए बार्लो ने बताया कि यह ‘गुप्त अभियान’ पाकिस्तान के परमाणु हथियार कार्यक्रम को शुरुआती दौर में ही रोकने के लिए तैयार किया गया था। उन्होंने कहा कि उन्होंने इस योजना के बारे में खुफिया हलकों में सुना था लेकिन इसमें उनकी सीधी भूमिका नहीं थी क्योंकि यह ऑपरेशन कभी हुआ ही नहीं। उन्होंने कहा, “मैंने इसके बारे में कभी सुना था लेकिन मैंने इस पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया क्योंकि ऐसा कभी हुआ ही नहीं।”
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ’60 मिनट्स’ कार्यक्रम के बाद आया बयान
बार्लो का यह बयान उस समय आया जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने CBS न्यूज के कार्यक्रम ‘60 Minutes’ में कहा कि अमेरिका ने पिछले 30 सालों से कोई परमाणु परीक्षण नहीं किया है लेकिन कुछ देश, जिनमें पाकिस्तान भी शामिल है, अब भी भूमिगत परमाणु परीक्षण कर रहे हैं……”
पूरा लेख ऑपइंडिया पर पढ़ें
