“फैजान और तंजीम ने की दुकान में घुस मारपीट, दुकानदारों ने पकड़ा तो ‘मॉब लिंचिंग’ का झूठ फैलाने लगे इस्लामी-वामपंथी: यूपी पुलिस ने बताई सच्चाई”,ऑपइंडिया, जुलाई 03, 2024
“उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में कुछ मुस्लिम युवकों ने एक दुकान में घुस कर दुकानदार और नौकरों के साथ मारपीट की। उन्होंने दुकान पर काफी हंगामा किया। इसके बाद जब आसपास के दुकानदारों ने उन्हें पकड़ लिया और दोंनो के बीच हाथापाई हुई तो इसे इस्लामी हैंडल और वामपंथी मॉब लिंचिंग का एजेंडा चलाने लगे।
लगातार कई सामान्य घटनाओं की जानकारी को तोड़मोड़ कर पेश करने वाले सचिन गुप्ता आने एक वीडियो डालते हुए लिखा, “UP के जिला बुलंदशहर में भीड़ हिंसा, तंजीम और फैजान कार्बोनेट को बदलने संतलाल की दुकान पर गए थे। वहाँ दुकानदार ने मना कर दिया। विरोध पर भीड़ ने दोनों भाइयों को खूब पीटा। भीड़ पर कोई एक्शन नहीं, बल्कि पिटने वाले दोनों भाई CRPC-151 (शांतिभंग) में अरेस्ट हुए।”
अंसार इमरान ने इस घटना को मॉब लिंचिंग बताने की कोशिश की। उसने लिखा, “ताजा मामला यूपी के बुलंदशहर का है जहाँ मुस्लिम लड़के तंजीम और फैजान को वहाँ की हिंसक भीड़ ने बहुत बुरी तरीके से मारा पीटा है। मोब लिंचिंग का पूर्ण प्रयास किया गया है। सबसे हैरानीजनक बात यह है कि उस हिंसक भीड़ पर एक्शन की जगह पुलिस ने उल्टा शांति भंग के आरोप में उन दोनों को ही गिरफ्तार कर लिया है…..”
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