कथित कॉमेडियन और अश्लील कलाकार वीरदास का कल का वीडियो दोगलेपन की पराकाष्ठा है। वीरदास ने हिन्दुओं के बारे में यह कहा कि “मैं उस भारत से आता हूं, जहां हम दिन में औरतों की पूजा करते हैं और रात में गैंगरेप करते हैं।”
वीरदास ने जब यह कहा कि हम दिन में औरतों की पूजा करते हैं, और रात में गैंगरेप करते हैं, तो शायद यह कहना भूल गए कि वह ऐसी फिल्म इंडस्ट्री से आते हैं, जहाँ पर रेप कल्चर को बढ़ावा दिया जाता है, जहाँ पर ड्रग्स का कारोबार होता है तो वहीं जहाँ पर सुशांत सिंह जैसे युवाओं की हत्या की जाती है।
वीरदास जब रात में गैंगरेप की बात करते हैं तो वह अपनी फिल्म मस्तीजादे को देखकर ही कहते होंगे या फिर अपनी भाषा देखकर कहते होंगे, जो किसी का भी भाषिक बलात्कार करने के लिए पर्याप्त है।
एक यूजर ने वीरदास का एक पुराने ट्वीटस का स्क्रीन शॉट लगाया, जिसमें वीर दास ने कई भद्दी और अश्लील टिप्पणियाँ की हैं:
इतना ही नहीं, हिन्दू धर्म को बदनाम करने वाले वीरदास ने अपनी फिल्म मस्तीजादे में मंदिर के भीतर कंडोम बांटने का भी दृश्य फिल्माया था। और इसे लेकर सन्नी लियोनी सहित सभी क्रू सदस्यों पर एफआईआर दर्ज हुई थी।
वीरदास के पुराने कई ट्वीट अश्लीलता की सीमा पार करते हुए हैं:
मस्तीजादे फिल्म के ट्वीट भी अश्लील थे और उस रेप कल्चर को बढ़ाने वाले हैं, जो वीरदास जैसे लोग करते हैं:
हालांकि अब वीरदास का विरोध होते देखकर तहसीन पूनावाला उतर आए हैं, तहसीन पूनावाला ने बचाव करते हुए लिखा कि वह अर्थात हिन्दू, वीरदास या मांसाहार के पीछे नहीं हैं, बल्कि वह हमारा अंत करने के लिए आ ही गए हैं। वह हमसे हमारे अधिकार ले चुके हैं। उनका विचार है कि वह हम पर अधिकार करें, और हमें शर्मिंदा करें
इस पर कई यूजर्स ने ट्वीट करते हुए पूछा कि ऐसी मानसिकता वाले व्यक्ति का साथ देने का कारण क्या है? स्वाति गोयल ने यह प्रश्न किया:
एक यूजर ने प्रश्न करते हुए ट्वीट किया कि चलिए हम कहते हैं कि हम एक ऐसे भारत से आते हैं, जहां पर दिन में पांच बार नमाज पढ़ते हैं और फिर रात में औरतों का बलात्कार करते हैं, इसे तहसीन जी दोहराइये:
रश्मि सामंत ने भी वीरदास के पुराने ट्वीट का स्क्रीन शॉट लगाते हुए ताना मारा कि मैं उस भारत से हूँ, जहाँ मैं दिन में औरतों का अपमान करता हूँ और रात में फेमिनिस्ट हो जाता हूँ
आज इस मामले को लेकर सुधीर चौधरी ने लिखा कि
“मैं ऐसे भारत से आता हूँ जहाँ छोटे छोटे मसखरे, छोटे से फ़ायदे के लिए अपने देश को बेच सकते हैं।” ऐसे लोगों की वजह से हम मुग़लों के ग़ुलाम रहे और फिर अंग्रेजों के। ऐसे लोगों को 1893 में शिकागो में स्वामी विवेकानंद का भाषण सुनना चाहिए।उस पर भी खूब तालियाँ बजी थीं।
वहीं शहजाद पूनावाला ने लिखा कि जब वीरदास ने कहा कि हम औरतों की दिन में पूजा करते हैं और रात में उनका गैंगरेप करते हैं, तो वह केवल हिन्दू पुरुषों पर निशाना साध रहा था। उन्होंने हिन्दूफोबिया पर निशाना साधा
महुआमोइत्रा भी वीरदास के समर्थन में आईं, जिनके बदले में फिर एक यूजर ने ममता बनर्जी के विषय में वीरदास के विचार दिखाए
वीरदास का एक पुराना वीडियो भी एक यूजर ने दिखाया, जिसमें वह शिवाजी का उपहास उड़ाते दिख रहा है:
सोशल मीडिया पर वीरदास को लेकर गुस्सा है तो वहीं वीरदास ने जस्टिफिकेशन जारी करते हुए अपनी बात रखी कि उनका वीडियो केवल समाज में दोहरे रवैये को लेकर है और किसी को लेकर नहीं। यह वीडियो केवल उस बात को लेकर है कि हमें यह नहीं भूलना है कि हम महान थे और हमें क्या महान बनाता है। और कहा कि एडिटेड वीडियो से भ्रमित न हों!
इस पर लोगों ने दोगलेपन पर पुराने ट्वीट दिखाए:
महुआ मोइत्रा के समर्थन पर भी लोगों ने कहा कि यह देखना बहुत हैरान करता है कि एक महिला होने के बाद भी वह ऐसे अश्लील व्यक्ति के समर्थन में है:
कई यूजर्स ने इसी बात पर ट्वीट किए कि क्या वास्तव में तृणमूल कांग्रेस इस व्यक्ति का समर्थन करती है:
राजदीप, राना अयूब, निधि राजदान सहित पूरी लिबरल लॉबी जाहिर है कि वीरदास के समर्थन में आ गयी है, जिसकी एक विशेषता ने भारत की हिन्दू अस्मिता से घृणा करने वाले एक विशेष वर्ग का नया नायक बना दिया है कि वह हिन्दू धर्म से घृणा करता है, वह भारत की हिन्दू पहचान से घृणा करता है।