“Pakistan: पढ़ाई के लिए धर्म बदलने को मजबूर हिंदू छात्राएं, कलमा पढ़ने के लिए मासूमों पर जबरन बनाया जा रहा दबाव”, अमर उजाला, दिसंबर 05, 2025
“पाकिस्तान के सिंध प्रांत में अल्पसंख्यक हिंदू स्कूली छात्राओं को पढ़ाई जारी रखने के लिए इस्लाम धर्म अपनाने का दबाव बनाया गया। इसकी शिकायत के बाद सरकार ने जांच के आदेश दिए हैं। एक अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि नवंबर अंत में सिंध के मीरपुर साक्रो में स्थित सरकारी हाई स्कूल की कुछ हिंदू छात्राओं के माता-पिता ने मीडिया को बताया था कि प्रधानाध्यापिका ने हिंदू छात्राओं से कहा था कि वे अपनी पढ़ाई जारी रखने के लिए इस्लाम धर्म अपना लें।
माता-पिता ने आरोप लगाया कि हिंदू छात्राओं को कलमा पढ़ने के लिए मजबूर किया गया और हिंदू धर्म का मजाक उड़ाया गया। इस घटना से आक्रोश फैल गया। छात्राओं के माता-पिता का कहना है कि इस्लाम धर्म अपनाने या कलमा पढ़ने से इन्कार करने पर छात्राओं को उनके घर लौटा दिया गया।
शिक्षा मंत्री ने बनाई समिति, दर्ज किए बयान
धार्मिक मामलों के राज्यमंत्री खीसो मल खील दास ने बृहस्पतिवार को संसद के उच्च सदन सीनेट को बताया कि प्रांतीय शिक्षा मंत्री ने इस मामले की जांच का आदेश दिया है। सिंध के शिक्षा मंत्री सैयद सरदार अली शाह के एक प्रवक्ता ने बताया कि मीरपुर साक्रो का दौरा करने व सच्चाई का पता लगाने के लिए एक समिति बनाई गई है। उन्होंने शुक्रवार को कहा कि समिति सदस्यों ने प्रभावित छात्रों, उनके माता-पिता, प्रधानाध्यापिका और अन्य शिक्षकों के बयान दर्ज कर लिए हैं। किसी को भी जबरन धर्म परिवर्तन कराने के लिए दबाव या धमकियों का इस्तेमाल करने की इजाजत नहीं है…..”
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