“जिसका अब्बू काटता है मुर्गी, वो राम मंदिर को हैंड ग्नेनेड से उड़ाता: धोखा देने के लिए नाम रख लिया था शंकर, जमात और निजामुद्दीन मरकज से है कनेक्शन”, ऑपइंडिया, मार्च 04, 2025
“हरियाणा के फरीदाबाद जिले के पाली गाँव में गुजरात और हरियाणा की एटीएस टीम ने मिलकर एक संदिग्ध आतंकी अब्दुल रहमान को पकड़ा है। अब्दुल अयोध्या के राम मंदिर पर हमले की साजिश रच रहा था। उसके पास से दो हैंड ग्रेनेड भी बरामद हुए हैं। वो पिछले 10 माह से इस्लामिक स्टेट-ISKP से जुड़ा था, और ऑनलाइन ट्रेनिंग भी ले रहा था। खास बात ये है कि अब्दुल फरीदाबाद में ‘शंकर‘ नाम से छिपा था और उसे आतंकी संगठन के हैंडलर ने 2 हैंड ग्रेनेड मुहैया करा दिए थे।
मरकज में बने आतंकियों से कनेक्शन
रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब्दुल का कनेक्शन जमात और निजामुद्दीन मरकज से भी सामने आया है। करीब छह महीने पहले वह अयोध्या शहर गया था। वहाँ वह मौलाना उस्मान हजरत के संपर्क में आया। इसके बाद वह दिल्ली के मरकज और फिर विशाखापट्टनम तक गया। चार महीने बाद वह गाँव लौटा।
पुलिस को शक है कि मरकज में रहते हुए वह परवेज अहमद उर्फ पीके से मिला। पीके जम्मू में लश्कर और हिजबुल जैसे आतंकी संगठनों के लिए पैसों का इंतजाम करता था। एटीएस ने पीके को 27 फरवरी 2025 को निजामुद्दीन स्थित एक गेस्ट हाउस से पकड़ा था। उससे पूछताछ के बाद रहमान के बारे में पता चला। यहीं उसे दो हैंड ग्रेनेड भी उपलब्ध कराए गए थे……”
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