“जब राहुल गाँधी के पिता थे PM, तब सिखों की उतारी पगड़ियाँ-काटे केश… जलाए गए जिंदा: 1984 नरसंहार का वह इतिहास जिसे कॉन्ग्रेस नेता के माथे पर गोद देना चाहिए”, ऑपइंडिया, सितम्बर 19, 2024
“कॉन्ग्रेस नेता राहुल गाँधी (Rahul Gandhi US Visit) इस समय अमेरिका दौरे पर हैं। भारत को बदनाम करने की नीयत से वे विदेशी जमीन से एक के बाद एक प्रोपेगेंडा कर रहे हैं। इसी क्रम में उन्होंने यह बताने की कोशिश की है कि भारत में सिखों को पगड़ी और कड़ा पहनने तक की इजाजत नहीं है।
कॉन्ग्रेस नेता ने कहा है, “भारत में लड़ाई इस बात को लेकर है कि क्या एक सिख को भारत में पगड़ी पहनने की इजाजत दी जाएगी? क्या एक सिख को भारत में कड़ा पहनने की इजाजत दी जाएगी या वह गुरुद्वारा जा सकेगा? लड़ाई इसी बात को लेकर है और यह सिर्फ सिखों के लिए नहीं है, यह सभी धर्मों के लिए है।”
दिलचस्प यह है कि राहुल गाँधी उसी राजीव गाँधी के पुत्र हैं, जिनके प्रधानमंत्री रहते हुए स्वतंत्र भारत में सिखों का नरसंहार हुआ था। जिन्होंने इस नरसंहार का यह कह बचाव किया था कि जब भी कोई बड़ा पेड़ गिरता है तो धरती थोड़ी हिलती है। राहुल गाँधी उसी इंदिरा गाँधी के पौत्र हैं जिनकी हत्या के बदले में सिखों का नरसंहार किया गया था। यह नरसंहार पगड़ी-कड़ा से पहचान कर अंजाम दिया गया। इस दौरान हिंसा से गुरुद्वारों को भी अपवित्र किया गया। राहुल गाँधी उसी कांग्रेस पार्टी के नेता हैं, जिससे जुड़े लोगों की इस नरसंहार में संलिप्तता थी……”
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