मदुरई में एक नाबालिग लड़की द्वारा पादरी पर यौन शोषण का आरोप लगाने के बाद पादरी के खिलाफ POCSO के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया है। पादरी ने खुद को “गरीबों की सेवा करने वाले एक अच्छे व्यक्ति” के रूप में प्रस्तुत किया था। जब उसके माता-पिता काम पर गए थे तब उसने लड़की का यौन शोषण किया और जब वह नहा रही थी तो उसका वीडियो बना लिया।
पादरी और अधिवक्ता लॉरेंस एक साल पहले लड़की के परिवार के संपर्क में आया था। TNIE की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि उसने खुद के विषय में यह कहते हुए प्रस्तुत किया कि वह गरीब परिवारों को शिक्षा आदि प्रदान करता है। लड़की एक निगम स्कूल में पढ़ती है और उसके पिता एक दिहाड़ी मजदूर हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि भोले-भाले माता-पिता ने आसानी से पादरी की बातों को स्वीकार कर लिया और अपने बच्चों को उन्हें सौंप दिया। प्रार्थना के बहाने वह अक्सर उनके घर जाने लगा और तब भी जब बड़े लोग घर पर नहीं थे।
पादरी ने लड़की का यौन उत्पीड़न करना शुरू कर दिया और सितंबर 2022 में उसके साथ कई बार मारपीट की। लेकिन यह घटना तभी सामने आई जब मां ने उसके परेशान और असामान्य व्यवहार पर ध्यान दिया और इस बारे में पूछताछ की। एक हिंदू तमिल रिपोर्ट में कहा गया है कि जब लड़की नहा रही थी तब पादरी ने चुपके से उसकी तस्वीरें और वीडियो ले लिए और उन्हें ब्लैकमेल करने और धमकी देने के लिए इस्तेमाल किया। इस खुलासे के बाद उसके माता-पिता ने उसके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी।
वह फरार है और पुलिस उसकी तलाश कर रही है। उसके खिलाफ POCSO अधिनियम की धारा 5 (i) और 6 और IPC की धारा 506 (i) के तहत मामला दर्ज किया गया है। पिछले एक सप्ताह के अंतराल में ऐसी ही 3 घटनाएं हो चुकी हैं। कन्याकुमारी के सिरो मलंकारा पुजारी बेनेडिक्ट एंटो की पहली निंदनीय तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए। बाद में पता चला कि वह नाबालिग समेत महिलाओं का यौन शोषण करता था। एक समय में उसने एक ही परिवार की 3 महिलाओं, मां, बेटी और बहू के साथ सेक्स किया।
यहां तक कि जब वह फरार था और पुलिस उसकी तलाश कर रही थी तो उसी दौरान तेनकासी में बिलीवर्स चर्च के एक पादरी को महिला अनुयायियों का यौन उत्पीड़न करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। उसने महिलाओं के वीडियो तक पहुँचने के लिए चर्च में लगे सीसीटीवी के फुटेज का इस्तेमाल किया, उन्हें मॉर्फ किया और इसका इस्तेमाल उनका शोषण करने के लिए किया। उसने नहाते समय एक महिला का वीडियो भी बनाया और उसे धमकाने के लिए इसका इस्तेमाल किया। उसने बीमार महिला के ठीक होने के लिए प्रार्थना करने के बहाने उसके साथ दुष्कर्म किया।
ऐसे मामले लगातार आते रहते हैं, परन्तु दुर्भाग्य की बात यही है कि कथित महिला अधिकारों पर बात करने वाली तमाम स्त्रियाँ इन सब शोषणों पर मौन साध लेती हैं।