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False glorification of Mughals
Book throws light on how Assam resisted repeated Muslim invasions for nearly 5 centuries
IANS -
As Assam is celebrating the year-long varied events on the occasion of the 400th birth anniversary of Lachit Barphukan, the great Ahom General who...
Had Ahoms succumbed to Mughals, Southeast Asia’s unique culture would have been lost: Assam CM
IANS -
Assam Chief Minister Himanta Biswa Sarma on Wednesday claimed that had the Mughals defeated the Ahoms in the battle of Saraighat in 1671, the...
अपनी ही बेटी को नहीं करने दी शादी, उसके आशिकों को मरवा दिया और फेमिनिस्ट भरती हैं आहें उसी शाहजहाँ के नाम की!
भारत में इतिहासकारों का एक बहुत बड़ा वर्ग ऐसा है जिसने मुग़ल काल को ही सबसे रूमानी बताया है जैसे कि इसके अतिरिक्त और...
24 जून 1564, जब वीर रानी दुर्गावती ने अकबर की सेना का सामना करते हुए घोंप ली थी अपने सीने में कटार, तो...
भारत में वामपंथी इतिहासकारों ने मुगलो का ऐसा महिमामंडन किया है कि ऐसा लगता है कि उनका इतिहास ही सबसे महत्वपूर्ण इतिहास है। परन्तु...
विजन आईएएस के वीडियो के बहाने औरंगजेब को नायक बनाने पर उठे प्रश्न: यही तो पाकिस्तान के इतिहास में बताया जाता है! अधूरा इतिहास...
पाकिस्तान का इतिहास पढ़ते समय औरंगजेब की क्रूरताओं को छिपाने के लिए मन्दिरों का विध्वंस छिपा दिया जाता है। और यदि किया भी जाता...
विजन आईएएस के वायरल वीडियो के बीच आईएएस कोचिंग अध्ययन सामग्री से उपजे विवाद? क्या वास्तव में एकपक्षीय दृष्टिकोण ही सिखाया जा रहा है?
प्राय: हम लोग सुनते ही रहते हैं कि कई आईएएस अधिकारी या प्रशासनिक मशीनरी हिन्दू धर्म के प्रति दुराग्रह का भाव लिए होती है...
29 जनवरी 1528, जब राजपूतों के कटे सिरों की मीनार पर जश्न मनाया था मुगल आक्रान्ता बाबर ने
आज 29 जनवरी है। आज से सैकड़ों वर्ष पूर्व, बाबर ने आज ही के दिन चंदेरी के दुर्ग पर मरे हुए राजपूतों के सिरों...
A case for re-writing Bharat’s history
Oscar Wilde famously said- “The one duty we owe to history is to rewrite it.” I have always been intrigued by this quote. What...
अकबर के हरम में औरतें पालकी में आती थीं और अर्थी में जाती थी
हिन्दुओं को नीचा दिखाने के लिए प्राय: यह कहावत प्रयोग की जाती है कि स्त्री ससुराल जाती है डोली में तो अर्थी में...
तालिबान की “निंदा” के बाद नसीरुद्दीन शाह लौटे अपने पुराने कट्टर मुस्लिम के रूप में, मुगलों को बताया रिफ्यूजी!
पाठकों को याद होगा कि कैसे नसीरुद्दीन शाह को उनके कथित लिबरल मुस्लिम साथियों ने ही तालिबान विरोधी बयान पर घेर लिया था और...