एआईएमआईएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी रविवार को दोपहर में रांची पहुंचे थे। रांची एयरपोर्ट पर बाहर निकलते ही कार्यकर्ताओं ने फूलमाला से उनका स्वागत किया।
इसी मध्य उनके जोशीले कार्यकर्ताओं ने पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए।
भीड़ में नारा लगाने वाले की पहचान नहीं हो सकी
अभी भीड़ में नारा लगाने वाले की पहचान स्पष्ट नहीं हो पाई है। सभी मीडिया कर्मियों का ध्यान ओवैसी के एयरपोर्ट से बाहर निकलने पर था। रांची में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे के बाद ओवैसी के इस चुनावी दौरे के विवाद में घिरने की आशंका है।
एयरपोर्ट से निकलने के साथ ही मीडिया के सवालों पर ओवैसी ने कहा कि रांची में हुए हिंसक घटना पर जिन परिवारों ने अपना बच्चों को खोया है ,उन परिवारों से मिलना था लेकिन प्रशासन और सरकार वहां जाने के लिए रोक लगाई हुई है, जिससे वेनहीं जा सकते हैं। ऐसे में जो चुनावी जनसभा होनी है उसी के लिए सीधे वहां जा रहे हैं।
अग्निपथ योजना का विरोध संसद सत्र बुलाने की मांग
असदुद्दीन ओवैसी ने अग्निपथ योजना का विरोध करते हुए संसद का सत्र बुलाने की मांग की है, उन्होंने कहा कि देश आज देश की सीमा को चीन और पाकिस्तान से खतरा है सेना में लाखों पद रिक्त हैं। इसके बावजूद 4 साल के संविदा पर नियुक्ति का फैसला उचित नहीं है ।
रांची की मांडल विधानसभा सीट के लिए 23 जून को उपचुनाव होना है, ओवैसी निर्दलीय प्रत्याशी देव कुमार धान का चुनाव प्रचार करने पहुंचे हैं। इधर ओवैसी के समर्थन पाकिस्तान का नारा लगने मामले में रांची के उपायुक्त छवि रंजन ने हटिया डीएसपी को 24 घंटे में जांच कर रिपोर्ट देने का आदेश दिया है।
ओवैसी के आगमन पर पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगने पर भड़की भाजपा
भाजपा ने ओवैसी के समर्थकों द्वारा पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने कड़ी निंदा की है।
प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि अलगाववादी शक्तियों का हेमंत सरकार के कार्यकाल मनोबल बढ़ गया है , मुख्य प्रत्याशी के नामांकन से लेकर जीत जश्न तक पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लग रहे हैं ।
हालांकि यह पहला अवसर नहीं है कि पाकिस्तान के नारे इस प्रकार लगे हों, इससे पहले 20 फरवरी 2020 को बेंगलुरु में हुए समान नागरिकता कानून के विरोध में भी असदुद्दीन ओवैसी के मंच पर एक लड़की अमूल्य लियोना ने पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए थे। लेकिन इसके बाद असदुद्दीन ओवैसी ने इस से अपना पल्ला झाड़ लिया था।