उत्तर प्रदेश की बलिया जिले में नर्सिंग की एक छात्रा के साथ लव जिहाद, उसकी हत्या की कोशिश की और फिर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लेकर भी अपशब्द भेजे। पीड़ित छात्रा ने अब आरोपी मोहम्मद आलम के व्हाट्सएप स्टेटस के विषय में बताया कि उसने लिखा है कि “”मैंने जो किया है, इससे जन्नत मिलती है।”
भास्कर के अनुसार इस छात्रा ने बताया कि उसने २४ फरवरी २०२२ को कोर्ट मैरिज की थी। मगर जल्दी ही उसे पता चल गया कि उसने जिससे शादी की है, वह अनुज प्रताप सिंह न होकर मोहम्मद आलम है। और उसके बाद जैसे ही उसे सच पता चला तो उसके बाद उसपर लगातार अत्याचार का सिलसिला आरम्भ हो गया।
छात्रा के अनुसार उसके शौहर आलम के भाइयों ने भी उसे नशे का इंजेक्शन देकर उसके साथ बलात्कार किया। उसकी वीडियो क्लिपिंग बनाई और इतना ही नहीं जब उस लड़की ने मुकदमा कराने की बात की तो उसी क्लिप वायरल करने की धमकी भी दी गयी। छात्रा ने विवश होकर समझौता तो कर लिया, मगर फिर उसके साथ विश्वासघात हुआ, क्योंकि उस पर गोलियां चलाई गईं। उसके दो गोलियां लगीं, मगर किसी तरह उसकी जान बच गयी। और फिर जब वह इस हमले को भी झेल गयी तो फिर उसे धमकी देने, जान से मारने आदि की धमकी दी जाने लगीं।
छात्रा ने अब तक हार नहीं मानी है। क्योंकि उसने केवल मोहम्मद आलम की ही नहीं बल्कि उसके पूरे परिवार की कहानी बताई है। उसके अनुसार यह पूरा का पूरा परिवार ही जिहादी है। उसके छोटे भाई शाह आलम ने भी हिन्दू छात्रा को फंसाकर शादी की थी। उसके बाद उस लड़की की संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु हो गयी थी। इतना ही नहीं उसका बड़ा भाई तो एक ईसाई लड़की की संपत्ति हड़पने के लिए तो ईसाई तक हो गया था।
मगर उसके बाद लड़की के साथ एक दुर्घटना हुई थी जिसके चलते उसकी मृत्यु हो गयी थी और उसके बाद उसकी माँ की भी संदिग्ध स्थितियों में मृत्यु हो गयी थी।
इस छात्रा का कहना है कि आलम का पूरा परिवार ही जिहादी है और उसकी अम्मी भी मिली हुई है।
छात्रा ने कई तस्वीरें साझा की है, जो यह बताती हैं कि कैसे वह हिन्दू लड़कियों को फंसाने के लिए धार्मिक पहचान को धारण कर लेते हैं। छात्रा ने बताया कि आलम ने अपनी मजहबी पहचान छिपाकर अनुज प्रताप सिंह उर्फ सोनू के नाम से दोस्ती की। उसने हर प्रकार के हथकंडे अपनाए जिससे वह यह विश्वास दिला सके कि वह हिन्दू है। छात्रा ने बताया कि वह हर मंदिर जाता था। तिलक लगाता था और आरती भी किया करता था।
भास्कर से बात करते हुए छात्रा ने बताया कि आलम ने कभी इस बात का एहसास नहीं होने दिया कि वह मुस्लिम है। मंदिरों में जैसे हिंदू लोग जाकर पूजा अर्चना करते हैं उसने मेरे साथ हर वो काम किया।
उसके बाद उस लड़की ने फिर से वही बात बोली जिसका आरोप कई एक्टिविस्ट आदि भी लगाते हैं कि ऐसा कार्य करने के लिए विदेशों से पैसा आता है।
पीडिता ने भास्कर के साथ व्हाट्सएप स्टेट्स साझा किए और यह दावा किया कि मोहम्मद आलम ने उसे धमकी दी है कि “तुमको मैं इतना बदनाम कर दूंगा कि तुम कहीं मुंह दिखाने लायक नहीं रहोगी। अभी गोली मरवाया था ना? अब तुम्हारे ऊपर तेजाब फेंकवाऊंगा। मीडिया, पुलिस प्रशासन, सब मेरा है। 3 दिन के अंदर तुमको गोली मरवा दूंगा या मैं तुम्हारे चेहरे पर तेजाब फिंकवा दूंगा। तुम कुछ नहीं कर पाओगी।’
भास्कर में जब इस छात्रा की कहानी प्रकाशित हुई थी उसके बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने उसे सुरक्षा प्रदान की है। क्योंकि जब उसने अगस्त 2022 में शिकायत दर्ज कराई थी तो उस समय उसकी माँ और भाई को जहां जान से मारने की धमकी दी थी और साथ ही उसके भी वीडियो वायरल करने की धमकी दी है।
छात्रा डर गयी थी और उसने डर कर आलम से समझौता कर लिया था। मगर जैसे ही समझौता किया वैसे ही उस पर गोलियां चलवा दी गईं थी।
इन्हीं सब स्थितियों को ध्यान में रखते हुए उसे सुरक्षा प्रदान की गयी है।
यह घटना बहुत ही हतप्रभ करने वाली इसलिए प्रतीत हो रही है क्योंकि इसमें छात्रा ने जो व्हाट्सएप चैट साझा की है वह खतरनाक है। इसमें आरोपी मोहम्मद आलम ने यह दिखाया है कि उसके दिल में उत्तर प्रदेश की उस सरकार के प्रति भी भय नहीं है, जिसे क़ानून व्यवस्था में सर्वश्रेष्ठ तो कहा ही जा रहा है बल्कि साथ ही जिसने लव जिहाद के विरुद्ध क़ानून भी बनाया है।
यह घटना इस सत्य को दर्शाती है कि जब तक विमर्श के स्तर पर यह स्थापित नहीं होता कि दरअसल यह हिन्दुओं का सांस्कृतिक जीनोसाइड है, तब तक इस प्रकार की घटनाएं न ही रुकेंगी और न ही अपराधियों को दंड मिल पाएगा!