बैंगलोर से एक मामला सामने आया है जहां 24 और 25 नवंबर के बीच देर रात केरल से आयी एक युवती के साथ जिहादी युवकों ने सामूहिक बलात्कार कर दिया, जिसमे उनके सहायता उनकी महिला सहयोगी ने की।
केरल की एक 22 वर्षीय महिला, जो व्यवसाय के काम से बेंगलुरु आई हुई थी, उसने बीटीएम लेआउट से इलेक्ट्रॉनिक सिटी तक ले जाने के लिए एक बाइक टैक्सी किराए पर ली। रैपिडो चालक शहाबुद्दीन इस 22 वर्षीय पीड़िता को अपने घर ले गया, जो पीड़िता के निवास स्थान के पास ही था। पुलिस के अनुसार शहाबुद्दीन का साथी अख्तर और उसकी महिला मित्र भी उसके घर पहुंचे और फिर दोनों ने यह कुकृत्य किया
इस जघन्य घटना के समय बलात्कारियों की एक महिला मित्र घर के बाहर पहरा दे रही थी, ताकि किसी को इस घटना के बारे में पता ना लग पाए। बेंगलुरु साउथ ईस्ट पुलिस ने तीनों आरोपियों को हिरासत में लिया है। पुलिस उपायुक्त दक्षिण-पूर्व डिवीजन बेंगलुरु, सीके बाबा ने कहा कि आरोपियों की महिला साथी ने शहाबुद्दीन और अख्तर को बचाने के लिए पुलिस को झूठी सूचना दी। इस मामले में जांच चल रही है, लेकिन पुलिस अभी तक महिला आरोपी की पहचान नहीं कर पाई है।
पीड़िता बेंगलुरू में बीटीएम लेआउट की एक कंपनी में फ्रीलांस ग्राफिक डिजाइनर के तौर पर काम करती थी। उसने अपने घर पहुंचने के लिए गुरुवार रात बाइक टैक्सी बुक की, और जब बाइक टैक्सी चालक शहाबुद्दीन मौके पर पहुंचा तो महिला नशे में थी। नीलाद्रिनगर की ओर जाते समय वह लगभग बेहोश हो गई थी, तब शहाबुद्दीन ने इसे एक अवसर के रूप में लिया और उसे सुरक्षित घर पहुंचाने का वचन दिया।
शहाबुद्दीन पीड़िता को अपने घर ले गया, पीड़िता के मन में कोई संशय ना रहे, इसके लिए आरोपी ने अख्तर और अपनी महिला मित्र को भी आमंत्रित कर लिया। बाद में दोनों जिहादियों ने पीड़िता के साथ बलात्कार किया, वहीं उनकी महिला मित्र घर के बाहर पहरा देती रही, ताकि उनकी आवाज आदि से पडोसी लोग सतर्क ना हो जाएँ।
पुलिस के अनुसार जब पीड़िता को होश आया, तो इन तीनो आरोपियों ने उसे झूठ बोला कि वह रात को बेहोश हो गयी थी और गंभीर समस्या उत्पन्न हो गयी थी, इसीलिए उन्हें विवश हो कर उसे अपने घर लाना पड़ा। पीड़ित युवती ने तीनों पर विश्वास किया और अपने घर चली गयी, लेकिन घर जा कर उसकी तबियत खराब हो गई। पीड़िता को पूरे शरीर में तेज दर्द हो रहा था, और वह चल फिर भी नहीं पा रही थी। जब वह चिकित्सक के पास पहुंची, और जांच कराई तो ज्ञात हुआ कि उसके साथ बलात्कार किया गया था।
इसकी सूचना उन्होंने तुरंत पुलिस को दी, पुलिस ने तुरंत प्राथमिकी दर्ज कर मदद करने वाली प्रेमिका सहित आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस इस मामले की गहनता से जांच कर रही है, और पता लगाने का प्रयास कर रही है कि क्या यह आरोपी पहले भी इस प्रकार के कुकृत्य कर चुके हैं या नहीं। पुलिस के सूत्रों के अनुसार आरोपियों ने पीड़िता को धमकी दी थी कि वह इस घटना के बारे में किसी को सूचित ना करे। वहीं कुछ प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार शहाबुद्दीन ने इलेक्ट्रॉनिक सिटी जाते समय एक दुकान पर अपनी मोटरसाइकिल रोकी थी और पीड़िता से छेड़छाड़ की थी।
बेंगलुरु के पुलिस आयुक्त प्रताप रेड्डी ने कहा कि पुलिस ने फोरेंसिक लैब विशेषज्ञों की सहायता से मौके से पर्याप्त सबूत एकत्र किए हैं। पुलिस ने कहा कि शहाबुद्दीन रैपिडो बाइक चालक के रूप में काम करता था, जबकि उसका मित्र अख्तर एक मोबाइल स्टोर पर कार्यरत था। पुलिस के अनुसार शहाबुद्दीन का पहले भी कई प्रकार की आपराधिक गतिविधियों में लिप्त रह चुका है।
इससे पहले, कर्नाटक राज्य परिवहन विभाग ने ग्राहकों से पैसे वसूलने के आरोप में कर्नाटक में ओला, उबर और रैपिडो जैसे ऑटो एग्रीगेटर्स पर प्रतिबंध लगा दिया था। आम टैक्सी और कैब के विपरीत, शेयर ऑटो और मोटरसाइकिल चालकों के पास ऐसी सेवाओं को संचालित करने के लिए आवश्यक पुलिस निकासी प्रमाणपत्र नहीं होते हैं। कुछ लोग कथित रूप से अपने वाहनों को उन दोस्तों को से देते हैं जिनके पास ड्राइविंग लाइसेंस भी नहीं होता है।
वहीं अक्टूबर में, कर्नाटक उच्च न्यायालय ने कर्नाटक परिवहन विभाग द्वारा दिए गए आदेश पर अंतरिम रोक लगा दी थी। न्यायालय ने राज्य के अधिकारियों को ऑटो एग्रीगेटर्स के विरुद्ध कठोर कार्रवाई नहीं करने का आदेश दिया। इसके अतिरिक्त कर्नाटक उच्च न्यायालय ने ऑटो / बाइक एग्रीगेटर्स को सुविधा शुल्क के रूप में बेस फेयर से 10 प्रतिशत और जीएसटी के 5 प्रतिशत चार्ज करने की भी अनुमति दे दी थी।