बिहार में गया से एक दिल दहलाने वाला समाचार आ रहा है। गया में माओवादियों ने कंगारू कोर्ट लगाकर चार लोगों की फांसी लगाकर हत्या कर दी तो वहीं उनका घर भी उड़ा दिया। यह अत्यंत ही सिहरा देने वाली घटना है।
कानून और व्यवस्था के एडीजी के अनुसार यह घटना डुमरिया पुलिस थाने के क्षेत्र में हुई है, जो बिहार और झारखंड क्षेत्र के पास है और जहाँ पर प्रतिबंधित कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (माओवादी) के सदस्यों ने शनिवार की रात को सरयू सिंह भोक्ता के घर हमला कर दिया। सरजूसिंह भोक्ता उस समय घर पर नहीं थे, परन्तु हमलावरों ने उनके बेटे और बहुओं को मार डाला।
मओवादिओं ने इसके पीछे एक नोट छोड़ा है, जिसमें उन्होंने सरजू सिंह भोक्ता और उनके परिवार को पुलिस का मुखबिर बताया है और उन सभी लोगों को कुछ महीने पहले मुठभेड़ में मारे गए माओवादियों की हत्या का आरोपी बताया है। सात महीने पहले मोनबार गांव में चार बड़े नक्सली नेताओं को पुलिस ने मुठभेड़ में मार डाला था, परन्तु माओवादियों के अनुसार यह मुठभेड़ झूठी थी और उनके अनुसार सरजू सिंह भोक्ता और उसके बेटे एवं बहुओं ने उन चारों बड़े नेताओं को जहर दिया था।
माओवादी इन सभी हत्याओं के लिए इसी परिवार को दोषी मानते थे और उन्हें गद्दार मानते थे। यही कारण है कि शनिवार को उन्होंने उस घर पर हमला कर दिया और बेटे और बहुओं की फांसी लगाकर हत्या कर दी तो वहीं घर डायनामाईट से उड़ा दिया। क्योंकि उनका मानना था कि इस घर में ही वह बड़े नेता रुके थे और उन्हें जहर दे दिया गया था।
गया के एसएसपी घटना के क्षेत्र में शिविर लगाए हुए हैं और वह अपराधियों की धरपकड़ के लिए सर्च ऑपरेशन की निगरानी कर रहे हैं। 24 नवम्बर को होने वाले पंचायत चुनावों को लेकर पुलिस प्रशासन सतर्क हो गया है।