उत्तर प्रदेश में आज ग्रेटर नॉएडा के जेवर में भारत के सबसे बड़े हवाई अड्डे का शिलान्यास किया गया। मंत्रोच्चारण के साथ भारत के सबसे बड़े हवाई अड्डे की नींव रखी गयी। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में इस हवाई अड्डे को लेकर बहुत आशाएं हैं। हर परियोजना विकास की नई परिभाषा लिखती है और नए अवसर लेकर आती है और साथ ही लाती है लोगों के जीवन में कई सुखद परिवर्तन। आज प्रदेश के साथ साथ देश की जनता की इन्हीं आकांक्षाओं को पंख दिए सरकार ने। परन्तु एक वर्ग ऐसा है जो श्रेष्ठता भाव से भरा बैठा है। जिस वर्ग के लिए उत्तर प्रदेश और बिहार के लोग जाहिल लोग हैं और जिन्हें अधिकार नहीं है कि वह अपने जीवन को बेहतर बना सकें।
वह वर्ग उत्तर प्रदेश की जनता से अत्यधिक घृणा करता है, और इसे गोबरपट्टी कहकर मजाक उडाता है और समय समय पर अजीब सी श्रेष्ठता की हीनता से भरा रहता है।
उनके लिए उत्तर प्रदेश और बिहार तब बहुत अच्छे हैं, जब उनकी गरीबी पर बात होती है, जब उनकी कथित दीनता पर बात होती है, जब उनके लिए बीमारू राज्य का उल्लेख किया जाता है। परन्तु समस्या यह है कि इसी गोबर पट्टी और कथित बीमारू राज्यों ने उनके झूठ की पोलपट्टी खोलकर रख दी है। आज सबा नकवी ने ट्वीट किया:
सबा ने विज्ञापन की तस्वीर ट्वीट की और लिखा:
बढ़िया है, अब उत्तर प्रदेश के लोग फ्लाईट ले सकते हैं। उन्हें यही चाहिए, एयरपोर्ट!
अर्थात सबा नकवी पर यह बर्दाश्त नहीं हो रहा है कि उत्तर प्रदेश में देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बनने जा रहा है। जहाँ एक ओर आज जनता ने अभूतपूर्व स्वागत किया तो वहीं कुंठा से भरे इस कट्टर इस्लामी वर्ग को घृणा वमन करने से फुर्सत नहीं है।
कोरोना और उत्तर प्रदेश का मीडिया कवरेज
उत्तर प्रदेश के प्रति लुटियन मीडिया का दृष्टिकोण कैसा है वह कोरोना की दूसरी लहर की कवरेज देखकर पता लग जाता है। सभी ने देखा था कि कैसे उत्तर प्रदेश के विषय में झूठी झूठी खबरें फैलाई गईं, और जहाँ एक ओर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने उत्तर प्रदेश के कोरोना प्रबंधन की प्रशंसा की तो वहीं देश का मीडिया इस विषय में झूठ परोस रहा था और पूरी तरह से एक तरफ़ा रिपोर्टिंग कर रहा था।
सभी ने देखा कि कैसे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हर गाँव जा जाकर स्थिति को देखा, समीक्षा की और अपने प्रदेश को कथित विकसित प्रदेश कहे जाने वाले केरल और महाराष्ट्र की तुलना में बेहतर किया।
इतना ही नहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कुशल नेतृत्व में टीकाकरण में भी सबसे ऊपर पायदान पर है।
प्रथम लॉकडाउन के समय दिल्ली से चुन चुन कर उत्तर प्रदेश के लोगों को भगाया जाना भी लोगों को याद होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इन सब चुनौतियों का सामना किया और आज यही कारण है कि प्रदेश विकास की ओर बढ़ रहा है।
सबा नकवी के जहर पर लोगों की प्रतिक्रिया
सबा नकवी के इस ट्वीट पर लोग भड़क गए। लोगों ने सबा को घेर लिया। ट्विटर पर लोग सबा के ट्वीट को लेकर कई प्रश्न पूछ रहे हैं:
एक यूजर ने प्रश्न किया कि पॉइंट यह है कि कैसे उत्तर प्रदेश के कथित पिछड़े हवाई जहाज में यात्रा कर सकते हैं। यह विशेषाधिकार तो केवल गिने चुने लोगों को है, अंग्रेजी बोलने वाले वामपंथी लोगों को
एक यूजर ने कहा “हाँ तो बनाएँगे ही। वो तो हमारा काम है।वहाँ से Airplane हाईजैक करना और वहाँ करना तुम्हारे इस्लामी जिहादीयों का।“
एक यूजर ने कहा कि एयरपोर्ट विकसित समाजों में बनते हैं और पिछड़ी मानसिकता के लोगों द्वारा उनका मजाक उड़ाया जाता है
तो वहीं एक यूजर ने पूछा कि एयरपोर्ट मदरसे से तो बेहतर हैं:
कई यूजर्स सबा नकवी की इस घृणा पर बात कर रहे हैं और सबा को जबाव दे रहे हैं। पर हमें बिटवीन द लाइन पढ़ना चाहिए। आखिर सबा ने लिखा क्या है और उसका अर्थ क्या है? सबा ने क्या लिखा है? सबा ने ताना मारते हुए लिखा है कि
Oh good all the people of UP can take flights now। That’s what they care about। Airports।
अर्थात
बढ़िया है! अब उत्तर प्रदेश के सभी लोग फ्लाईट पकड़ सकते हैं! उन्हें इसी की तो परवाह है! एयरपोर्टस!
अब समझते हैं कि सबा ने क्या कहा! सबा के इस कथन में कथित औपनिवेशिक और गुलामी मानसिकता तो है ही साथ ही सबा पूरे उत्तर प्रदेश के नागरिकों को कठघरे में खड़ा कर रही हैं। क्योंकि सबा के अनुसार उन्होंने गलत सरकार चुनी है। सबा नकवी की मोदी जी और उसके बाद योगी जी के प्रति घृणा जग जाहिर है। परन्तु यह घृणा व्यक्ति विशेष से नहीं है, और न ही पार्टी विशेष से! क्योंकि प्रकाश जावड़ेकर को अपनी पुस्तक भेंट करते तो उनकी तस्वीर चर्चित रही थी।
तो फिर घृणा किससे है? सबा नकवी को घृणा है जागृत हिन्दू चेतना वाले हिन्दुओं से और मुस्लिमों के कुकृत्यों पर प्रश्न उठाने वाले हिन्दुओं से! पाठकों को याद होगा कि जब पूरे भारत से ऐसे वीडियो आ रहे थे जिनमें मुस्लिम समुदाय के कुछ लोग थूक लगा लगाकर सब्जियां और फल बेच रहे थे तो उनकी इन हरकतों को जस्टिफाई करने के लिए और विक्टिम कार्ड खेलने वाली सबा ने कैसे वीडियो बनाया था:
इसमें वह प्रश्न करती हैं कि आखिर हम लोगों से आप क्या चाहते हैं? अब यह स्पष्ट था कि हम कौन है? हम का अर्थ मुस्लिम!
सबा नकवी ने राम मंदिर निर्माण पर भी आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। कोरोना काल में राम मंदिर पर टिप्पणी करते हुए सबा नकवी ने लिखा था कि,
तो स्पष्ट है कि चीन सीमाओं पर अतिक्रमण के साथ कोरोना भेज रहा है, पाकिस्तान टिड्डियाँ भेज रहा है, नेपाल भी हमारे खिलाफ है और आख़िरी उम्मीद डोनाल्ड ट्रंप है और जब वह अपने देश की व्यवस्था ठीक कर लेंगे तो हम हम उन्हें यहाँ राम मंदिर बनाकर बुलाएंगे!
यहाँ तक कि सबा नकवी हिन्दुओं की आस्था के सबसे बड़े प्रतीक अयोध्या में प्रभु श्री राम के मंदिर को भी भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का अपना इतिहास और स्मारक बता चुकी हैं। और राम मंदिर के उच्चतम न्यायालय के निर्णय पर प्रश्न उठा चुकी हैं।
और मुस्लिमों की हार के सबसे बड़े प्रतीक राममंदिर का निर्णय मात्र हिन्दुओं की आस्था के कारण ही आ पाया है, क्योंकि वह लड़े हैं, हर प्रकार की लड़ाई! कानूनी भी, और आन्दोलन की भी। गोलियां खाई हैं। अपने प्राणों का बलिदान दिया है और फिर वह मंदिर बन रहा है। और यह मंदिर बन रहा है आस्था से, एवं उत्तर प्रदेश की इस सरकार के कारण। क्योंकि पूर्ववर्ती सरकारों ने राम जन्मभूमि जमीन विवाद से जुड़े दस्तावेजों का अनुवाद ही नहीं कराया था।
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की सरकार द्वारा हर आवश्यक दस्तावेज़ का अनुवाद कराया गया, और कार्यवाही पूरी हो सकी।
इसीलिए सबा नकवी उत्तर प्रदेश के नागरिकों पर तंज कस रही हैं कि उत्तर प्रदेश के नागरिकों को तो केवल एयरपोर्ट की ही परवाह है!
यह सबा नकवी की हिन्दू घृणा का एक और उदाहरण है!
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