पाकिस्तान सरकार द्वारा गुरुद्वारा करतारपुर साहिब के प्रबंधन को पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी(PSGPC) से हटा कर ‘इवैक्यूई ट्रस्ट प्रॉपर्टी बोर्ड’ (ETPB) को दीए जाने की विश्व हिन्दू परिषद कड़ी निंदा करती है।
इस संबंध में यह तर्क दिया जाना कि कमेटी गुरुद्वारे के प्रबंधन के काम में हिस्सेदार होगी, वह सिर्फ भ्रम या मिथ्या प्रचार के अतिरिक्त कुछ नहीं क्योंकि ETPB के 9 सदस्यों में से एक भी सिख नहीं है। ETPB ने जिस प्रकार गुरुद्वारे के प्रोजेक्ट प्रबंधन विभाग को उसके खातों को भी देखने का अधिकार दिया है, उससे स्पष्ट होता है कि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी उस पवित्र गुरुद्वारे को ‘रहत’ और ‘मर्यादा’ के साथ स्वेच्छिक रूप से नहीं चला सकती।
इससे स्पष्ट होता है कि विश्व के पवित्रतम गुरुद्वारे को पाकिस्तान की सरकार और अंततोगत्वा वहाँ का मुस्लिम समुदाय हड़पना चाहता है। भारत सरकार के विदेश विभाग ने अपनी कड़ी आपत्ति दर्ज करा दी है। विश्व हिन्दू परिषद भी मांग करती है कि पाकिस्तान सरकार गुरुद्वारे के प्रबंधन को वहाँ के सिख समुदाय को सौंपे।
(उपरोक्त प्रेस विज्ञप्ति श्री विनोद बंसल, राष्ट्रीय प्रवक्ता, विश्व हिंदू परिषद द्वारा प्रदान की गई है)
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