हिमाचल प्रदेश और गुजरात में चुनाव होने वाले हैं, इस बार अरविन्द केजरीवाल के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी भी दोनों राज्यों में चुनाव लड़ रही है। अरविन्द केजरीवाल दोनों राज्यों में पूरा जोर लगा रहे हैं, उसका मुख्य कारण है कि वह अपने आपको भाजपा का मुख्य प्रतिद्वंदी बनाना चाहते हैं, और कांग्रेस को अपदस्थ कर मुख्य विपक्षी दल बनना चाहते हैं। लेकिन वह भूल गए हैं कि भारत में राजनीति करना इतना आसान नहीं, वह भी तब जब उनकी पार्टी का इतिहास संदिग्ध हो, उनके पार्टी के नेताओं का आचरण संदिग्ध हो।
अरविन्द केजरीवाल और उनकी पार्टी स्वयं को कट्टर ईमानदार बताते हैं, और मीडिया की सहायता से इस छवि को बनाये रखने का प्रयास भी करते हैं। लेकिन सुकेश चंद्रशेखर नामक एक व्यक्ति ने उनकी इस छद्म छवि को नष्ट भ्रष्ट करने का जैसे प्रण ले लिया है । वह आये दिन नए नए तथ्य उजागर कर रहे हैं, वह केजरीवाल और उनके सभी प्रमुख साथियों पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं। दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद सुकेश दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना को एक कई पत्र लिख चुके हैं जिनमे उन्होंने आम आदमी पार्टी पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं और मुख्यमंत्री केजरीवाल से त्यागपत्र देने की मांग भी की है।
कौन है सुकेश चंद्रशेखर?
सुकेश चंद्रशेखर कर्नाटक के बेंगलुरु का रहने वाला एक व्यवसायी है। वह एक जाना माना ठग है, जिसने मात्र 17 वर्ष की आयु से ही लोगों को ठगना शुरू कर दिया था। आलीशान जिंदगी जीने की चाह में वह लोगों के साथ आर्थिक ठगी करने का अभ्यस्त हो गया था। बेंगलुरु में ठगी करने के बाद उसने चेन्नई और दूसरे शहरों में भी लोगों को निशाना बनाना शुरू कर दिया था। उसके लक्ष्य पर बड़े राजनीतिज्ञ, अमीर व्यवसायी, से लेकर बॉलीवुड के बड़े अभिनेता और अभिनेत्री रहे हैं।
सुकेश चंद्रशेखर को 2017 में गिरफ्तार कर दिल्ली की मंडोली जेल में बंद कर दिया गया था, उस पर धोखाधड़ी के कई मामले न्यायालय में विचाराधीन हैं। सुकेश ने उच्च न्यायालय में दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के विरुद्ध शिकायत की है, जिस पर अगले महीने सुनवाई होगी। वहीं दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन भी मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 6 महीने से तिहाड़ जेल में बंद हैं।
आम आदमी पार्टी ने सुकेश से करोड़ो लिए चुनाव प्रचार के लिए
अपने पत्र में सुकेश ने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी ने उनसे पंजाब और गोवा चुनावों के लिए धन की मांग की थी और उसने उन्हें करोड़ों रूपए दिए भी थे। सुकेश ने कहा कि अगर वह झूठा है तो उस पर अरविंद केजरीवाल और सत्येंद्र जैन केस वापस लेने का दबाव क्यों डाल रहे हैं। वहीं आम आदमी पार्टी द्वारा स्वयं पर आक्षेप लगाने के पश्चात सुकेश चंद्रशेखर ने अरविंद केजरीवाल और आप पार्टी पर पलटवार करते हुए कहा कि उसे मीडिया के सामने आने के लिए विवश किया जा रहा है, क्योंकि जवाब देने के बजाय यह लोग उन पर निजी आक्रमण कर रहे हैं।
7 अक्टूबर को सुकेश ने जेल से दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना को पहली चिट्ठी लिखी थी, जो 1 नवंबर को मीडिया के द्वारा सामने लाई गयी थी। इसमें सुकेश ने कहा कि जेल में सुरक्षा के नाम पर सत्येंद्र जैन ने उनसे 10 करोड़ रुपए वसूले थे। सुकेश ने कहा कि उसने AAP को भी 50 करोड़ रुपए दिए थे और बदले में पार्टी ने दक्षिण भारत में जिम्मेदारी सौंपने का वादा किया था।
वहीं 5 नवंबर को सुकेश की दूसरी चिट्ठी सामने आई, जिसमे उन्होंने लिखा- मैं अगर ठग हूं तो केजरीवाल महाठग हैं। उन्होंने राज्यसभा सीट के बदले मुझसे 50 करोड़ रुपए मांगे थे। केजरीवाल के निर्देश पर मैंने कैलाश गहलोत को असोला के एक फॉर्म हाउस पर जाकर 50 करोड़ रुपए दिए थे। सुकेश ने कहा है कि जो भी जानकारी दी गई है, वह सच है और इसकी जांच कराई जा सकती है। इसके साथ ही पार्टी ने मुझे कर्नाटक में 500 करोड़ का चंदा इक्ट्ठा करने का जिम्मा सौंपा था।
इसके पश्चात 7 नवंबर को सुकेश की तीसरी चिट्ठी सामने आई, जिसमे उन्होंने कहा कि मंत्री सत्येंद्र जैन और जेल डीजी संदीप गोयल की तरफ से उसे धमकी दी जा रही है, और उसकी जान को खतरा है। उसके पास आम आदमी पार्टी के साथ लेनदेन की पूरी जानकारी भी है। उसने इसके अतिरिक्त उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना से इस विषय में सीबीआई द्वारा जांच कराने की मांग की।
चौथी चिट्ठी में दावा, सुकेश के पास हैं केजरीवाल और सत्येंद्र जैन के कुछ गूढ़ राज?
सुकेश की चौथी चिट्ठी भी सामने आ गयी है, जिसमे उन्होंने लिखा है, ‘केजरीवाल जी आपके प्रवक्ता सौरभ जी और आतिशी जी पूछ रही है कि सुकेश कौन है, बहुत लोग नहीं जानते और उनसे पूछना कि अगर मैं राजा सत्यवादी हरिश्चंद्र हुआ तो।’ उसने कहा, ‘केजरीवाल जी मैं जवाब देता हूं। आप के अनुसार बहुत सारे लोग हैं जो सुकेश को नहीं जानते हैं , तो मैं आपसे एक सवाल पूछता हूं कि अगर मैं कुछ भी नहीं हूं तो आप क्यों हमसे डरे हुए हैं, बचाव की मुद्रा में क्यों है। मैं सत्यवादी हरिश्चंद्र नहीं, लेकिन आप और आपके लोग हैं तो सारे सवालों के सही-सही जवाब दें।’
सुकेश चंद्रशेखर ने आगे लिखा, ‘केजरीवाल जी जीत के सपने देखना छोड़ दीजिए, क्योंकि अब लोगों को आपका ड्रामा आपका झूठ सब कुछ साफ-साफ दिख रहा है। केजरीवाल जी मुझे धमकाना बंद करिए और मुझे प्रलोभन देना बंद करिए, मुझे आपके किसी भी ऑफर में अब कोई दिलचस्पी नहीं है मैं पीछे नहीं हटूंगा। मेरा प्रयास होगा कि हमारे लेनदेन को न्यायालय के द्वारा सामने लाया जा सके। मैं सौभाग्यशाली हूँ कि 2016 से अब तक मैंने सारे साक्ष्य सुरक्षित रखे हुए हैं।’
अंत में सुकेश ने अरविन्द केजरीवाल को चेतावनी देते हुए कहा, ‘आखिरी मैं केजरीवाल जी आपसे कहना चाहता हूं कि आप और आपके सहयोगी मुझे उकसाना बंद करें, क्योंकि कहीं ऐसा ना हो कि मैं कुछ और निजी चीजें सामने ले आऊं, जिसके कारण आप और सत्येंद्र जैन बिल्कुल भी खुश नहीं होंगे। और आपको पता है कि मैं किस बारे में बात कर रहा हूं। इसलिए, कृपया शिष्टाचार बनाए रखें और जांच का जवाब दें, और मेरे व्यक्तित्व और अखंडता के बारे में बात करने के बजाय सच्चाई को स्वीकार करें।
विपक्ष ने आप को घेरा, वहीं केजरीवाल उत्तर देने से बच रहे हैं
सुकेश ने अपने अधिवक्ता के माध्यम से पिछले दिनों चार पत्र लिखे हैं, उसके पश्चात दिल्ली की राजनीति में भूचाल आ गया है। जहां आम आदमी पार्टी उन्हें भाजपा का प्रवक्ता बता रही है, वहीं भाजपा और कांग्रेस आप पर हमलावर हैं और उनकी कथित ‘कट्टर ईमानदार’ की छवि पर प्रश्नचिन्ह भी खड़े किये हैं।
जहां भाजपा आम आदमी पार्टी को उगाही करने वाला राजनीति दल बता रही है, वहीं कांग्रेस भी अरविन्द केजरीवाल और उनके नेताओं के भ्रष्ट आचरण पर ऊँगली उठा रही है। लेकिन इन सबसे से विचलित हुए बिना केजरीवाल इस मामले में अपने आपको अबोध बताते हुए केंद्र सरकार पर ही आरोप लगा कर कार्यवाही करने की मार्मिक अपील कर रहे हैं।
केजरीवाल ने ट्वीट किया और कहा कि, अरे, केजरीवाल आतंकवादी या भ्रष्ट है तो गिरफ़्तार करो ना? केजरीवाल ना आतंकवादी है ना भ्रष्ट।केजरीवाल जनता का लाड़ला है, इस से बीजेपी को तकलीफ़ है।
हालांकि यह केजरीवाल के दोहरे आचरण को भी उजागर करता है, जहां वह और उनकी पार्टी सभी राजनीतिक प्रतिद्वंदियों पर आरोप लगाते हैं और उनके त्यागपत्र की मांग करते हैं । लेकिन अपने आप को वह इन सब मापदंडों से ऊपर मानते हैं, यही कारण है कि कई महीनों से जेल में बंद सत्येंद्र जैन से उन्होंने त्यागपत्र नहीं माँगा है। वहीं इन आरोपों पर कोई उत्तर देने के बजाय उनकी पार्टी सुकेश को भाजपा का एजेंट बता रही है, और केजरीवाल जनता के सामने भावनात्मक अपील कर इस विषय से ध्यान हटाने का प्रयास कर रहे हैं। क्या यही होती है कट्टर ईमानदारी?