सेक्युलर प्रयोगशालाओं में तमिलनाडु पीछे रह जाए ऐसा हो नहीं सकता और हिन्दुओं के साथ उनकी पहचान के साथ प्रयोग न हो यह भी नहीं हो सकता।यह प्रयोग अब उत्पीडन में बदल गया है।हिन्दुओं की धार्मिक पहचान को धीरे धीरे नष्ट ही नहीं किया जा रहा है बल्कि उनके प्रति हिन्दू बच्चों में भी आत्महीनता का बोध भरा जा रहा है, बच्चों का ही उत्पीडन किया जा रहा है।
ईसाई कान्वेंट स्कूल में ईसाई शिक्षक ने एक बच्चे को कथित रूप से इसलिए प्रताड़ित किया कि उसने भभूत एवं रुद्राक्ष धारण किया हुआ था।सोशल मीडिया पर एक पत्र बहुत तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें कक्षा दस में पढने वाले दो बच्चों Kirubakaran and Kirubanandan के अभिभावकों ने मुख्यमंत्री की विशेष सेल को पत्र लिखा है।इन का आरोप है कि एक ईसाई शिक्षक जॉयसन ने इन लड़कों को इसलिए पीटा क्योंकि उन्होंने धार्मिक चिन्ह धारणा किए हुए थे।यह बच्चे एंडरसन हाइयर सेकंडरी स्कूल के छात्र है, जो कांचीपुरम में एक सरकारी सहायता प्राप्त स्कूल है।
आरोप है कि जॉयसन ने बच्चों के रुद्राक्ष और भभूति धारण करने पर यह कहते हुए डांटा कि केवल गुंडे और गंदे लोग (rowdies and misfits) ही इन्हें धारण करते हैं और शिक्षक ने यह भी कहा कि जो भी लोग इन चिन्हों को धारण करते हैं, वह अनैतिक होते हैं.
शिक्षक ने न केवल बच्चों को कक्षा में प्रवेश करने से रोका बल्कि साथ ही उनके कक्षा के अन्य बच्चों से उनका मजाक भी उडवाया।अभिभावकों का आरोप है कि चूंकि बच्चों को उनके अभिभावकों के सामने ही प्रताड़ित किया गया, तो अब वह स्कूल नहीं जा रहे हैं।उन्होंने मुख्यमंत्री एम के स्टालिन से अनुरोध किया कि वह स्कूल और शिक्षक के खिलाफ कड़ा कदम उठाएं।
मगर क्या एमके स्टालिन ऐसा करेंगे? यह प्रश्न इसलिए उठता है क्योंकि यह स्कूल चर्च ऑफ साउथ इंडिया द्वारा संचालित होता है और यह 150 वर्षों से अधिक पुराना है तथा साथ ही इसे सरकार से सहायता भी मिलती है।कांचीपुरम लोकसभा क्षेत्र के वर्तमान सांसद सेल्वन, जो खुद डीएमके से हैं, वह भी उसी स्कूल के विद्यार्थी रह चुके हैं।हाल ही में मुख्यमंत्री एमके स्टेलिन ने चर्च ऑफ साउथ इंडिया का दौरा किया था और उनके द्वारा चुनावों में किए गए समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया था।
अत: देखना होगा कि इस मामले में हिन्दू अभिभावकों को न्याय मिलता है या नहीं!
पेरियार की सच्चाई बताने वाले यूट्यूबर को जेल भेजा
वैसे तो अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की दुहाई पेरियारवादी देते हैं और इसी के आधार पर रामायण की व्याख्या की गयी है, परन्तु जब बात आती है पेरियार के विरुद्ध अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की, तो यह सारी व्याख्याएँ कहीं खो जाती हैं।
डीएमके की सेक्युलर और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता में विश्वास रखने वाली डीएमके सरकार ने एक तमिल राष्ट्रवादी यूट्यूबर को केवल इसलिए जेल भेज दिया है, क्योंकि उन्होंने ईवी रामास्वामी अर्थात पेरियार के वास्तविक चेहरे को दिखाने का प्रयास किया था।
उन्होंने दो वीडियो पोस्ट किए थे, The real face of EV Ramasamy part-1 and part-2’ और यह दोनों ही पेरियारवादी सैमी चिदम्बरनर द्वारा लिखी गयी और वर्ष 1939 में प्रकाशित पुस्तक तमिलर थलैवर पर आधारित थे और जिसकी समीक्षा खुद पेरियार ने की थी।यूट्यूबर दक्षिणमूर्ति ने इसी पुस्तक के आधार पर यह खुलासा किया कि कैसे स्त्री अधिकारों के मसीहा बताए जाने वाले पेरियार असली जीवन में स्त्री विरोधी थे!
इस वीडियो में ईवी रामास्वामी के असली चरित्र को दिखाते हुए बताया कि कैसे वह महिलाओं को विवाह के बाद भी परेशान करते थे और वह न केवल तवायफों के पास जाते थे बल्कि साथ ही वह पूरी पूरी रात कावेरी नदी के तट पर अपने दोस्तों के साथ रहते थे और सुबह ही घर आते थे।उनकी पत्नी अपने सास ससुर से छिपकर सभी के लिए खाना भेजती थीं।
दक्षिणमूर्ती ने इन सभी को और ऐसी ही कई घटनाओं को अपने वीडियो में बताया और कहा कि पुस्तक में बताई गयी यह सभी घटनाएं यह बताती हैं कि ईवी रामास्वामी शराब पीते थे और उनके निजी जीवन में एक रखैल भी थी।
उन्होंने एक यूट्यूब चैनल Zhagaram को दिए गए एक साक्षात्कार में द्रविड़वादियों एवं पेरियारवादी संगठनों की आलोचना की थी जैसे द्रविड़ कजघम, थान्थई पेरियार द्रविड़र कजघम आदि और उनसे प्रश्न किया था कि वह द्रविड़ के नाम पर तमिलों को धोखा क्यों दे रहे हैं?
उन्हें ऐसे प्रश्न उठाने पर गिरफ्तार कर लिया गया है और इतना ही नहीं भाजपा नेता कल्याणरमण जिन्हें पहले पैगम्बर मुहम्मद के विषय में बोलने के लिए हिरासत में ले लिया गया था, और वह हाल ही में जेल से बाहर आए थे, उन्हें भी दोबारा से गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने भी ईवी रामास्वामी के विषय में कुछ बोल दिया था।
डीडीएमके के सांसद डॉ सेंथिल कुमार ने कल्याणरमण को चेतावनी दी थी और कहा था कि वह ऐसी किसी भी टिप्पणी के लिए जेल जाएंगे।इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि कल्याणरमण के ट्विटर अकाउंट को भी सस्पेंड किया जाएगा।
यह कहा जा सकता है कि वहां पर भी हिन्दुओं के विरुद्ध सेक्युलर प्रयोग चल रहे हैं!