देशभर में अग्निपथ योजना का हिंसक विरोध हो रहा है, और इनमे सबसे आगे है बिहार, जहाँ सबसे ज्यादा हिंसा हुई है। पुलिस की जाँच में यह पाया गया था कि इन हिंसक प्रदर्शनों के पीछे कई जाने माने कोचिंग संस्थानों और बड़े शिक्षकों की बहुत बड़ी भूमिका है। बिहार पुलिस ने आज इस विषय पर बड़ी कार्यवाही करते हुए पटना के प्रसिद्ध कोचिंग शिक्षक गुरु रहमान के कोचिंग और घर पर छापा मारा है।
रहमान पर अग्निपथ योजना के विरुद्ध छात्रों को भड़काने के आरोप लगे हैं। पटना के कोचिंग संचालक व प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करवाने वाले शिक्षक एम. रहमान के कदमकुआं थाना इलाके के जगत नारायण रोड स्थित आवास एवं संस्थान पर पटना पुलिस ने छापेमारी की और डेढ़ घंटे तक छानबीन की, लेकिन रहमान वहां नहीं मिले।
पटना पुलिस के एसएसपी डॉ. मानवजीत सिंह ढिल्लो ने बताया कि दानापुर में हुई हिंसा के आरोप में कुछ उपद्रवी लड़को को पकड़ा गया था, जिनके मोबाइल फ़ोन से ढेरों वीडियो साक्ष्य मिले हैं। उसमें रहमान अग्निपथ योजना के विरुद्ध छात्रों को भड़का रहे हैं और ट्रेन रोकने, तोड़फोड़ करने, और गांधी मैदान से प्रगति मैदान तक आंदोलन करने को कह रहे हैं। ऐसे गैर जिम्मेदार और भ्रमित कर देने वाले बयानों से अभ्यर्थी ज्यादा आक्रोशित हो कर तोड़फोड़ करने लगे।
रहमान का मोबाइल फोन भी छापेमारी से कुछ देर पहले तक चालु था, लेकिन बाद में वह बंद हो गया। बिहार पुलिस पिछले दिनों हुई हिंसा पर कड़ी कार्यवाही कर रही है, और उन सभी लोगो पर कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी जिन्होंने युवाओं को उकसाया, जिसकी परिणीति इतने बड़े स्तर की हिंसा और आगजनी जैसी घटनाओं में हुई। पुलिस कार्यवाही से लग रहा है कि जल्दी ही रहमान और उन जैसे अन्य कोचिंग संचालकों को गिरफ्तार किया जाएगा। दानापुर में हिंसक प्रदर्शन के बाद एक वीडियो के आधार पर कोचिंग संचालक रहमान के विरुद्ध दानापुर में केस दर्ज किया गया था, इस वीडियो में रहमान युवाओं को भड़काते नजर आए हैं।
पटना में इस विषय पर अभी तक 190 लोगो को गिरफ्तार कर लिया है, वहीं 11 प्राथमिकी दर्ज हुई है जिनमें 6 कोचिंग संस्थानों का नाम भी आया है। पटना पुलिस वीडियो और सीसीटीवी फुटेज के साथ सोशल मीडिया पर डाले भ्रामक पोस्ट के आधार पर उपद्रवियों की पहचान कर रही है। जिन कोचिंग पर केस हुआ है उनमें डीडीएस कोचिंग इंस्टीट्यूट मसौढ़ी, यथार्थ कोचिंग इंस्टीट्यूट मसौढ़ी, आरक्षण कोचिंग इंस्टीट्यूट मसौढ़ी, टारगेट कोचिंग मनेर और निरंजन कोचिंग दानापुर, और आसरा कोचिंग इंस्टीट्यूट मसौढ़ी सम्मिलित हैं।
रहमान ने अपने बचाव में दिया बचकाना तर्क
कोचिंग संचालक रहमान पुलिस के सामने तो नहीं आये, लेकिन उन्होंने एक वीडियो जारी कर अपनी सफाई देने का प्रयास किया है। हालांकि यह प्रयास एकदम बचकाना लगता है, क्योंकि उन्होंने कहा कि वह इस योजना का विरोध कर रहे थे क्योंकि देश भर के अन्य छात्र इसके विरोध में हैं। उन्होंने अपने बयान में कहा कि यह योजना न किसी को समझ आई और न किसी ने इसे समझाने की कोशिश की। लेकिन रहमान ने दावा किया है कि उन्होंने हमेशा बच्चों को अहिंसा पर चलने को कहा।
हालांकि ऐसा हुआ नहीं, रहमान के कई छात्रों का नाम इस हिंसा में सामने आया है, और कइयों के पास उनके वीडियो साक्ष्य भी मिले हैं, जिससे यह साफ़ है कि रहमान ने ना सिर्फ अपने छात्रों को गलत जानकारी दी, बल्कि उन्हें हिंसा करने के लिए उकसाया भी था।
रहमान का एक बयान तो यूट्यूब पर भी उपलब्ध है, जिसमे लाइव सिटीज चैनल से बात करते हुए उन्होंने छात्रों को बिना डरे ट्रेन रोक देने को कहा । इस वीडियो में गुरु रहमान कहते हैं- “ट्रेन रोक सकते हैं आप क्योंकि आपकी जिंदगी रोकी जा रही है।” इस वीडियो में उन्होंने छात्रों को गलत जानकारी दी कि सेना का भी प्राइवेटाइजेशन होने वाला है।
इस वीडियो में आप देख सकते हैं कि कैसे रहमान अग्निपथ योजना से कुपित हैं। उन्होंने विपक्ष को उलाहना देते हुए पूछा कि वह कहाँ हैं, और कैसे सत्ता में बैठी सरकार इतने गलत फैसले लेती जा रही है। रहमान कहते हैं कि वो किसी कीमत पर सरकार का साथ नहीं देंगे क्योंकि सरकार छात्रों के साथ अन्यायपूर्ण कार्य कर रही है।
कौन हैं कोचिंग संचालक ‘गुरु रहमान’?
रहमान पटना के प्रसिद्द कोचिंग संचालको में से एक हैं । रहमान बिहार के सारण जिले के बसंतपुर के निवासी हैं। उन्होंने बीएचयू से प्राचीन भारत और पुरात्व में ग्रेजुएशन और मास्टर्स किया। इसके बाद उन्होंने कोचिंग में पढ़ाना शुरू किया और साथ ही पटना विश्वविद्यालय में भी अपनी सेवाएं दी। यहीं रहमान को यूजीसी द्वारा ‘बेस्ट टीचर’ का पुरूस्कार भी मिला।
सूत्रों के अनुसार 1997 में रहमान ने एक हिंदू लड़की अमिता से शादी करने का मन बनाया, लेकिन उनका परिवार इसके विरुध्द था। रहमान के परिवार वाले चाहते थे कि अमिता पहले धर्मांतरण करे और मुस्लमान बन जाए। मगर जब ऐसा नहीं हुआ तो रहमान ने अपनी पत्नी के साथ घर छोड़ दिया। 2010 में रहमान को पुत्री की प्राप्ति हुई और उसके बाद ही उन्होंने स्वयं का एक कोचिंग सेंटर भी शुरू किया। आज रहमान का कोचिंग सेंटर पटना के नामी कोचिंग संस्थानों में से एक माना जाता है।
अरे भाई आपने दुनिया के नामचीन देशो में अग्निपथ जैसे कार्यक्रम दशकोसे चलाये जाते हैं !! एक शिक्षक की जिम्मेदारी है कि वह विषय का तर्क पुरी तरह जानकर अपना बयान दे !! सेना ने अग्निपथ कार्यक्रम तीन सालों से पुर्ण अभ्यास करके बनाया है !! उसमें मुख्य बात भारतिय अर्थव्यवस्था पर पैन्शन के खर्चे का बहुत बड़ा भार है !! जैसे पेट्रोल डिझल की सब्सिडी का था !! जो मोदी सरकार ने बंद कर दिया है !! इसके बाद मदद का हाथ सिर्फ़ गरीबों को मिलेगा !! हर हर महादेव !!