पाकिस्तान में हिन्दू समुदाय की क्या स्थिति है यह किसी से छिपी नहीं है। आए दिन हिन्दू लडकियों के अपहरण होते हैं तो वहीं दलितों पर हमले बहुत आम हैं। अब एक और समाचार आया है जो यह बताता है कि हिन्दू समुदाय वहां पर कैसी स्थिति में है।पाकिस्तान के हैदराबाद में अशोक कुमार नामक दलित युवक के पीछे भीड़ पड़ गयी। और वह बस हर कीमत पर उस युवक का सिर चाहती थी।
परन्तु वह दलित युवक और वह भी सफाई कर्मी का सिर क्यों चाहती थी? वह उसका सिर इसीलिए चाहती थी क्योंकि यह अफवाह फ़ैल गयी थी कि उसने कुरआन का अपमान कर दिया है। कहा जा रहा है कि दलित युवक अशोक कुमार का झगड़ा अपने पड़ोसी से हो गया, तो एक मुस्लिम महिला ने कुरआन के पन्ने जलाए और लोगों से कहा कि दलित ने उन पन्नों को जला दिया है। अब मुस्लिम उसके पूरे परिवार को ही निशाने पर ले रहे है
वहीं पुलिस ने इस मामले में कार्यवाही करते हुए अशोक को ही गिरफ्तार कर लिया है, पुलिस के अनुसार एक औपचारिक एफआईआर दर्ज करने के बाद जाँच शुरू हो गयी है:
वहीं भारत में दलितों के नाम पर हिन्दुओं में विभाजन करने वाले एक्टिविस्ट इस घटना का भी लाभ लेने के लिए जुट गए और भारत को बदनाम करने का षड्यंत्र भी आरम्भ हो गया है। भारत और हिन्दू विरोधी ट्वीट करने वाले और भ्रामक खबरें फैलाने वाले अशोक स्वेन ने ट्वीट करते हुए लिखा कि पाकिस्तान में पुलिस एक हिन्दू सफाई कर्मचारी की रक्षा कर रही है, वह प्रदर्शन करने वाले लोगों को तितर बितर कर रही है। यदि पुलिस और प्रशासन कार्य करे तो दक्षिण एशिया में किसी को भी धर्म या बहुसंख्यक की भावनाओं के आधार पर मारा नहीं जाएगा!
अशोक स्वैन के ट्वीट से यह स्पष्ट है कि मोदी सरकार और उस बहाने से हिन्दुओं पर निशाना साधा है, परन्तु वह यह नहीं बता पा रहे हैं कि कब ऐसा भारत में हुआ हो। महादेव के विषय में अनाप शनाप टिप्पणी करने वाले लोगों पर ऐसी किसी हिन्दू भीड़ ने हमला किया हो? बल्कि हिन्दुओं ने हमेशा ही क़ानून का सहारा लिया है, वह क़ानून की शरण में गया है फिर भी हिन्दुओं को बदनाम करने का एक भी अवसर ऐसे एक्टिविस्ट नहीं छोड़ते हैं, और जहाँ पर हिन्दुओं का कोई लेना देना ही नहीं है!
पाकिस्तान में ब्लेसफेमी का यह कानून हिन्दुओं के लिए किसी काल से कम नहीं है।
पाकिस्तान में यह काला क़ानून हिन्दुओं के लिए किसी काल से कम नहीं है। हिन्दुओं के खिलाफ अत्याचार कम नहीं थे कि यह तो और भी बढ़कर उनके अधिकारों को छीनने वाला है। फरवरी में ही एक हिन्दू शिक्षक को न्यायालय ने ब्लेसफेमी के मामले में उम्र कैद और पचास हजार रूपए के जुर्माने की सजा दी थी। शिक्षक नौतन लाल नाम था उनका।
लड़कियों का अपहरण भी जारी है
ऐसा नहीं है कि ब्लेसफेमी के चलते ही हिन्दुओं को मारा जा रहा है, या उन पर हमले हो रहे हैं। हिन्दू लड़कियों का अपहरण किया जा रहा है और उन्हें जबरन मुसलमान भी बनाया जा रहा है। जुलाई माह में ही करीना कुमारी का अपहरण कर लिया गया था और उसका जबरन निकाह फिर एक मुस्लिम आदमी के साथ कर दिया आज्ञा। हिन्दू समुदाय ने नवाबशाह में जरदारी हाउस के सामने बैठकर धरना प्रदर्शन किया था और करीना को वापस लाने की मांग की थी।
परन्तु ऐसा होता नहीं है कि एक बार अपहरण की गयी हिन्दू लड़की को वापस भेजा जाए। क्योंकि वहां पर हिन्दू लड़कियों के बाद अब शिया मुस्लिमों की लड़कियों के साथ भी यही होने लगा है, जैसा पिछले दिनों देखा था। परन्तु हिन्दू समुदाय वहां पर न जाने कब से पीड़ित है, न जाने कब से हिन्दू लडकियां इस प्रकार अपहृत होती रही हैं और उनका जबरन निकाह कराया जाता रहा है।
पुलिस भी अधिकतर आरोपियों के पक्ष में ही रहती है क्योंकि इस मामले में भी पुलिस का यही कहना है कि लड़की अपने आप ही एक मुस्लिम लड़के के साथ गयी है। हालांकि फिर भी पुलिस का कहना है कि उन्होंने लड़की के पिता की शिकायत के आधार पर खलील के पिता असगर जोनो को गिरफ्तार कर लिया है। फिर भी निकाहनामा के अनुसार यह निकाह हो चुका है।
अब लड़की को सिंध उच्च न्यायालय में पेश किया जाएगा और फिर पुलिस ने कहा कि यह उस पर निर्भर करता है कि वह कहाँ जाना चाहती है?
वहीं हिन्दू संगठन इससे इंकार कर रहे हैं। उनका कहना है कि ऐसा कुछ नहीं है।
यह अत्यंत दुर्भाग्य की बात है कि हिन्दुओं को उस धरती पर ही इस प्रकार का धार्मिक भेदभाव झेलना पड़ रहा है, जो उनकी अपनी धरती है, जहाँ पर हिन्दू धर्म फला फूला, जहाँ पर हिन्दुओं की सांस्कृतिक पहचान अभी भी उपस्थित है, फिर भी अब जो भी शेष है, उन्हीं को मिटाने का कुत्सित प्रयास है और इसी क्रम में पहले लड़कियों का जबरन निकाह और बाद में ब्लेसफेमी के मामलों में युवकों को फंसाना है!
उससे भी बड़ा दुर्भाग्य यह है कि हिन्दुओं के इस दर्द को कोई समझता ही नहीं है, पहचानता ही नहीं है! यहाँ तक संयुक्त राष्ट्र भी डिनाइल अर्थात उनके दर्द को नकारने के ही मोड में है!
A horrible episode! They’re all out to harass, kill and eliminate the Hindus. They abduct Hindu women, convert them and then forcibly get them married to Muslim youths. But nobody thinks, “What is their fault?” Why the Muslims are so outrageous with the Hindus and other minority communities? Under the present situation, no non-Muslim family/ person will dare to work, stay and settle in Islamic state of Pakistan, Bangladesh, Afghanistan. This is a social crisis to the direct detriment to the development of these countries.