पाकिस्तान में गुजरात के चाक कमाल गाँव से हैरान करने वाला मामला सामने आया है। वहां पर एक लड़की की कब्र खोदकर लाश के साथ बलात्कार किया गया। और लड़की की कब्र आठ फुट गहरी थी।
यह इतना हैरान करने वाला और दरिंदगी से भरा हुआ मामला है, जो यह सोचने पर विवश करता है कि क्या यही तो कारण नहीं था कि जब मुस्लिम हमला करते थे तो राजपूत रानियाँ जौहर कर लेती थीं क्योंकि उन्हें अपनी देहों के साथ बलात्कार का भय सताता होगा।
मानसिक और शारीरिक रूप से विकलांग किशोरी की मृत्यु 4 मई को हुई थी और उसे उसी रोज मजहबी रीतिरिवाजों के अनुसार दफना दिया गया था। मगर जब अगले दिन वह कुछ और रस्मों को करने के लिए लड़की की कब्र पर पहुंचे तो देखा कि कब्र खुली पड़ी है और लड़की की लाश गायब है। यह देखते ही परिजनों के होश उड़ गए और उन्होंने उस लाश की तलाश जारी कर दी।
जब उन्होंने तलाश की तो उन्हें उस लड़की का शव कुछ दूरी पर मिला, जिसके साथ बलात्कार किया गया था।
इस मामले को लेकर जांच चल रही है और 17 संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है, जिनसे पूछताछ हो रही है। सरकार का कहना है कि हर प्रकार के सबूत जुटाए जा रहे हैं। और किसी भी दोषी को छोड़ा नहीं जाएगा।
परन्तु ऐसा नहीं है कि पहली बार ऐसा हो रहा हो। जब हम internet पर और खोजते हैं तो पता चलता है कि ऐसे घृणित कार्य पहले भी हो चुके हैं। वर्ष 2019 में कुछ अज्ञात आदमियों ने शहर के लांधी शहर क्षेत्र में कब्रगाह में एक औरत की कब्र को खोदकर लाश निकालकर उसका बलात्कार किया था। हालांकि उस औरत के परिवारवालों ने किसी भी प्रकार की रिपोर्ट लिखवाने से इंकार कर दिया था।
तथा वर्ष 2021 में अगस्त में भी ऐसी ही घटना हुई थी जिसमें कुछ अज्ञात आदमियों ने एक किशोरी की कब्र को खोदकर उसका बलात्कार किया था। यह घटना हुई थी मौलवी अशरफ चान्दियो गाँव में। इसमें एक चौदह वर्ष की किशोरी की अचानक मृत्यु पर उसे कब्रिस्तान में दफना दिया था और फिर घर वाले वापस आ गए थे। जब लड़की के घरवाले कुछ और रस्मों को करने के लिए सुबह वापस गए तो उन्होंने देखा कि लड़की की कब्र खुदी पड़ी है और उसकी लाश गायब है और फिर जब शरीर मिला तो यह दिख रहा था कि बलात्कार हुआ है।
हालांकि पुलिस में रिपोर्ट लिखाने के बाद भी इसपर कोई कदम नहीं उठाया गया था।
वर्ष 2021 में ही अक्टूबर में ही एक ऐसा मामला आया था, जिसने सभी हिलाकर रख दिया था। इसमें मोहम्मद रियाज़ नाम के एक आदमी को पकड़ा गया था जिसने आठ वर्षों में पापोश नगर के कब्रगाह में 48 औरतों की लाशों के साथ गंदा काम किया था।
मीडिया के साथ बात करते हुए रियाज़ ने बताया था कि उसका काम था कब्र की देखभाल करना, पौधों में पानी आदि डालना! मगर वह औरतों की लाशों के साथ गंदा काम भी करता था। फिर एक दिन जब वह यही करने के लिए ताजी कब्र में घुसा तो उसने देखा कि उस लाश की आँखें और दांत बहुत अजीब हैं। जिन्हें देखकर वह डर गया और उसने यह काम न करने की कसम खाई! जब वह डरकर वहां से भाग रहा था तो उसे लोगों ने चोर समझकर पकड़ा और पुलिस के हवाले कर दिया।
यह तो थी पाकिस्तान की बात! तालिबानियों के विषय में भी यही कहा गया था
पाठकों को याद होगा कि जब तालिबान ने सरकार बनाई थी तो वहां से कई मुस्लिम औरतें भारत या कहीं और भाग गई थीं। उनमें से ही एक महिला ने यह बताया था कि तालिबान इतने निर्दयी हैं कि वह शवों के साथ भी बलात्कार करते हैं। मुस्कान नामक पत्रकार, जो अपनी जान बचाकर भरत आई थीं तो उन्होंने बताया था कि वहां पर लोगों के सामने बहुत खतरे हैं।।यह कहा गया कि वह पत्रकारों को खोज खोज कर मार रहे थे। और वह लोग बलात्कार करते हैं और शवों को भी नहीं छोड़ते हैं
ये सभी उदाहरण उस कारण को बताते हैं जिस कारण आज से सैकड़ों वर्ष पहले राजपूतों की रानियाँ जौहर कर लिया करती थीं जिससे उनकी लाश भी इन घिनौने लोगो के हाथ न पड़े!