उदयपुर में कन्हैयालाल का गला अकेला ही नहीं रेता गया है। उनसे पहले महाराष्ट्र में उमेश कोल्हे को जान से मारा जा चुका है और उनका गला रेते जाने के बाद दिनांक 28 अर्थात उसी दिन का समाचार आ रहा है कि हरियाणा में पलवल में विक्की भारद्वाज नाम के युवक पर जानलेवा हमला हुआ था और इस समय वह अपने जीवन और मृत्यु के मध्य संघर्ष कर रहे हैं।
जहाँ एक ओर उमेश कोल्हे के मामले में यह कहा जा रहा है कि उनकी हत्या नुपुर शर्मा के पक्ष में कोई पोस्ट लिखे जाने को लेकर हुई तो वहीं विक्की पर यह हमला क्यों किया गया, यह अभी तक नहीं पता चला है।
उमेश कोल्हे की महाराष्ट्र में हत्या
उमेश कोल्हे अमरावती में एक मेडिकल स्टोर चलाते हैं। 21 जून को उनकी हत्या मात्र इस बात पर कर दी गयी कि उन्होंने कथित रूप से नुपुर शर्मा के पक्ष में एक पोस्ट साझा कर दी थी। उनकी हत्या के आरोप में अब्दुल, शोएब, मुदस्सिर, और शाहरुख पठान हिदायत खान को हिरासत में लिया गया है। सबसे अधिक हैरानी और क्षोभ की बात यह है कि तीनों ही कम उम्र के युवा है। सभी की उम्र 22 से 24 वर्ष है!
मीडिया के अनुसार ये चारों लोग उनकी रेकी कई दिनों से कर रहे थे और मीडिया के अनुसार उनका गला उनके बेटे और बहू के सामने ही रेता गया। उमेश अपनी दुकान बंद करके घर की ओर जा रहे थे। उनके बेटे और बहू दूसरी बाइक पर उनके साथ थे। रास्ते में एक स्थान पर चारों आरोपियों ने उमेश पर चाकू से हमला किया और उस समय उनके बेटे और बहू उनसे 15 फीट की दूरी पर थे।
उनके बेटे उन्हें अस्पताल लेकर गए, परन्तु उन्हें बचाया न जा सका!
पलवल हरियाणा में विक्की भारद्वाज पर हमला
हरियाणा में पलवल में भी विक्की भारद्वाज पर अंजुम द्वारा बिना बात के जानलेवा हमला किया गया। उसकी छाती पर हमला करके उसे चीर दिया गया
विक्की पर हुए इस हमले की शिकायत उनके पिता शिवराम ने पुलिस थाना कैम्प पलवल में दर्ज कराई है। दर्ज शिकायत के अनुसार उन्होंने कहा है कि
“मेरा बेटा विकास उर्फ़ विक्की 28 जून 2022 अपनी गाड़ी से दुकान का सामान लेने दिल्ली गया था पर शाम को घर नहीं आया। रात लगभग 1।00 मुझे उस पर चाकू से जानलेवा हमले की जानकारी मिली। मैं अस्पताल पहुँचा तो मेरे बेटे ने बताया, “दिल्ली से लौटते हुए उसे बस अड्डे पर कुछ दोस्त मिल गए। उन्हें छोड़ने मैं कैम्प क्षेत्र में गया। रात लगभग 12।15 AM पर गोलाया पब्लिक स्कूल के पास पहुँचा तो सड़क के किनारे खड़ी एक गाड़ी से लगभग 5-6 लोगों ने उतर कर मेरी गाड़ी रुकवा ली। इसमें एक आरोपित का नाम अंजुम है जिसके अब्बा का नाम सुलेमान है। वो पलवल के शेखपुरा में रहता है। मेरी गाड़ी रुकते ही उन सभी ने मेरे साथ मारपीट शुरू कर दी। “
इतना कहते ही अंजुम पुत्र सुलेमान ने अपने हाथ में लिया गया छुरा मुझे जान से मारने की नियत से मेरी छाती और कमर पर मारा, चोट लगते ही मैं नीचे गिर गया, और मैंने व मेरे दोस्तों ने बचाओ बचाओ का शोर किया, तो कुछ राहगीर आए तो अंजुम यह कहकर भाग गया कि दोबारा मौक़ा लगाकर इसको जान से ही खत्म करूंगा!”
पलवल में इस घटना को लेकर जमकर विरोध प्रदर्शन हुआ है
उदयपुर की घटना को लेकर रणवीर शौरी ने कहा कि समय है सुधर जाएं
उदयपुर में हुई जिहादी घटना को लेकर वैसे तो बॉलीवुड की नपी तुली प्रतिक्रिया आई है और सेक्युलर प्रतिक्रिया आई है, परन्तु रणवीर शौरी ने बहुत सही लिखा है। उन्होंने लिखा कि मैं यही कहूँगा कि यह उन सभी लोगों के लिए एक चेतावनी है जो भारत में इस्लाम के अनुयाइयों को पीड़ित बताते हैं और उन्हें आत्ममंथन करने से रोकते हैं और कट्टरपंथ और चरमपंथ की समस्या का हल खोजने से रोकते हैं, मगर आप उसे नहीं जगा सकते हैं, जो सोने का बहाना कर रहा है!
दक्षिण की अभिनेत्री प्रणिता सुभाष ने भी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए लिखा कि क्या कोई सुन रहा है और उनके हाथ में एक पोस्टर था जिसमें लिखा था कि हिन्दू लाइव्स मैटर!
रणवीर शौरी ने जो बात कही है कि जो सोने का नाटक कर रहा है उसे नहीं जगाया जा सकता, और इस मामले में सोने का नाटक कर रहे हैं वह तमाम लोग जो इस इस्लामी कट्टरपंथी जिहाद को नहीं समझ रहे हैं, उसके खतरे जानते हुए भी उन्हें रेखांकित नहीं कर रहे हैं, और उमेश कोल्हे, विक्की भारद्वाज जैसे मामलों पर बोल नहीं रहे हैं!
मगर जनता बोल रही है, एक यूजर ने रणवीर शौरी को उत्तर देते हुए उमेश कोल्हे के विषय में लिखा कि यह मेरे पिताजी के दोस्त थे, इनके साथ भी ऐसा किया
देखना होगा कि कब सेक्युलर्स इस खतरे के बारे में जागरूक होंगे या फिर इसी प्रकार जनता को भाईचारे के झूठे सपने दिखाकर इन हत्याओं पर मौन धारण करे रहेंगे! कब तक उमेश कोल्हे जैसे गुमनाम कत्ल होते रहेंगे?