स्वतंत्रता दिवस से ठीक पहले एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) को बड़ी सफलता मिली है। देश की राजधानी दिल्ली के कुख्यात बाटला हाउस से प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन आईएसआईएस के एक सक्रिय सदस्य को गिरफ्तार कर लिया गया है। संदिग्ध आतंकवादी मोहसिन अहमद बिहार का रहने वाला है, वह पिछले कुछ समय से वह बाटला हाउस में रह रहा था और आईएसआईएस का ऑनलाइन प्रोपोगेंडा चला रहा था।
पुलिस के अनुसार मोहसिन भारत और विदेशों में आईएसआईएस से सहानुभूति रखने वाले लोगों से संपर्क में था, और वह आतंकवादी घटनाओं के लिए धन इकट्ठा करने में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। उसका उद्देश्य क्रिप्टो करेंसी के माध्यम से धन इकठ्ठा कर मुस्लिम युवकों को जिहाद के नाम पर बरगला कर आईएसआईएस का सदस्य बनाने का था। एनआईए के दल ने गुप्त सूचना मिलने के पश्चात बटला हाउस स्थित अहमद के घर पर छापा मारा, जहां उन्हें कई आपत्तिजनक सामग्री मिली हैं।
एनआईए के अनुसार आरोपी मोहसिन अहमद आईएसआईएस का सक्रिय सदस्य है, और इसके पर्याप्त साक्ष्य उन्हें मिल चुके हैं। एनआईए
पिछले कुछ समय से उसकी गतिविधियों का संज्ञान ले रही थी, उनकी जांच में पता लगा है कि मोहसिन आतंकी गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए कट्टर लोगों से पैसे इकट्ठे करता था, फिर उन्हें क्रिप्टोकरेंसी में बदल कर सीरिया और अन्य इस्लामिक देशों में भेजता था। मोहसिन टेक्नोलॉजी को लेकर बड़ा सजग था, वह सुरक्षा दलों से बचने के लिए साधारण बातचीत के लिए भी एक मोबाइल एप का उपयोग करता था।
मोहसिन पिछले 6 महीने से बाटला हाउस में एक घर में किराए पर रह रहा था। उसके साथ कुछ साथी भी रहते हैं, लेकिन उन्होंने मोहसिन के गतिविधियों से अनभिज्ञता प्रकट की है। आपकी जानकारी के लिए बता दें, बाटला हाउस एक मुस्लिम बहुल जगह है, और यहीं कई वर्ष पहले आतंकवादियों से दिल्ली पुलिस की मुठभेड़ हुई थी, जिसमे कई आतंकवादी मारे गए थे, वहीं दिल्ली पुलिस के शूरवीर इंस्पेक्टर मोहन चंद्र शर्मा ने अपना बलिदान दिया था।
आतंकवादी स्लीपर सेल पकड़ने के लिए लगातार हो रही है छापेमारी
आतंकवादी घटनाओं को रोकने और स्लीपर सेल को पकड़ने के लिए इस समय सुरक्षा एजेंसियां लगातार छापेमारी कर रही हैं। पिछले ही दिनों एनआईए ने आईएसआईएस से जुड़ी गतिविधियों के विषय में छह राज्यों में संदिग्धों के 13 परिसरों की तलाशी ली थी। एनआईए ने मध्य प्रदेश, गुजरात, बिहार, कर्नाटक, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में कई स्थानों पर छापेमारी की थी। इसके अतिरिक्त भोपाल, रायसेन, भरूच, सूरत, अहमदाबाद, नवसारी, अररिया, भटकल, तुमकुर, कोल्हापुर, नांदेड़, और देवबंद जिले में भी छापेमारी की थी।
एनआईए ने इन सभी मामलों में आईपीसी की धारा 153 ए और 153 बी और यूए (पी) अधिनियम की धारा 18, 18 बी, 38, 39 और 40 के अंतर्गत मामले दर्ज किये थे। एनआईए ने जाँच में कई आपत्तिजनक सामग्रियां भी जब्त की हैं । पिछले ही दिनों बिहार पुलिस ने पीएफआई के आतंकी मॉड्यूल को पकड़ा था और देश विरोधी षड्यंत्र में सम्मिलित तीन लोगों को गिरफ्तार किया था।
मोहसिन के परिवार ने बताया उसे एक ‘समाजसेवी’
गिरफ्तार आतंकवादी का परिवार पटना से दिल्ली पहुंच चुका है, उसके पिता रेलवे में काम करते हैं। परिवार में मोहसिन के अलावा, उसकी तीन बहनें भी हैं। परिवार का कहना है कि मोहसिन बहुत ही नेक व्यक्ति है, जो कई तरह की समाजसेवा भी करता रहा है। उसने लॉकडाउन के समय गरीबों को अनाज बांटने का कार्य भी किया था। मोहसिन की मां के अनुसार वह 12 जुलाई को ही दिल्ली आया था, उसने पिछले ही दिनों जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में प्रवेश लिया था।
यह एक जाना माना तरीका है, जिसमे आतंकियों और उनके सहयोगियों का बचाव किया जाता है। हमने देखा है, कैसे बुरहान वानी जैसे आतंकवादी के समर्थन में ऐसी ही बातें की जाती थीं। किसी आतंकवादी को अच्छा खिलाड़ी बताया जाता है, किसी को संगीतज्ञ, किसी के पिता को शिक्षक बता कर उसके पक्ष में सहानुभूति बटोरी जाती है। कुछ इसी तरह का प्रयास मोहसिन के मामले में भी होता दिख रहा है।
आम आदमी पार्टी ने बताया मोहसिन को ‘निर्दोष’
जैसा की आशा थी, आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान ने इस आतंकवादी की गिरफ्तारी पर प्रश्नचिन्ह लगा दिए हैं । अमानतुल्लाह ने इस गिरफ्तारी को गलत और असंवैधानिक बताया, उसने इसे भाजपा और आरएसएस का षड्यंत्र बताया। उसके अनुसार आईएसआईएस के नाम पर मुसलमानों को बदनाम और परेशान करने का नया तरीका खोज निकाला गया है। मोहसिन निर्दोष है और उसका किसी भी असामाजिक तत्व के साथ कोई सम्बंध नहीं रहा है, अतः उसे जल्दी ही मुक्त किया जाए।
भाजपा के नेता कपिल मिश्रा ने इस विषय पर अमानतुल्लाह खान और आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि “आप कल तक ताहिर हुसैन को बेकसूर बता रही थी , आज ISIS के आतंकवादी को बेकसूर बता रही हैं । दिल्ली में बम ब्लास्ट करने, दिल्ली के लोगों को मारने के लिए आये आतंकवादियों को केजरीवाल का गैंग क्यों बचा रहा हैं ? अमानतुल्ला खान केजरीवाल के इशारे पर ये सब बोल रहा हैं”
भारत का सबसे बड़ा दुर्भाग्य ही यह है कि यहाँ राजनीतिक लाभ के लिए देश विरोध करने से भी लोग पीछे नहीं हटते। इस विषय में भी देखा जा सकता है कि कैसे एक युवक भारत में आतंकवाद फैलाने के लिए प्रयास कर रहा है, दूसरे देशों में भी पैसा भेज रहा है। वहीं अमानतुल्लाह जैसे नेता भी हैं जो कहीं न कहीं आतंकवादियों का बचाव करते हैं, क्योंकि उनका मजहब एक ही है।इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या ही हो सकता है हमारे देश का?