हिन्दू समाज इस समय चौतरफा हमले झेल रहा है, यह हमले हमारे धर्म और आस्था पर हो रहे हैं । आश्चर्य की बात है कि अब जिहादी महिलाएं भी खुल कर ऐसे षड्यंत्र कर रही हैं कि हैरत होती है कि इनके मस्तिष्क में जिहाद की विचारधारा कितने गहरे तक पैठ बना चुकी है। ताज़ा मामला है मध्य प्रदेश के विदिशा के कुरवाई में सरकारी स्कूल का, जहां कि मुस्लिम प्रधानाध्यापिका ने विद्यालय में ही सरकारी खर्चे से मज़ार बनवा दी है।
सूत्रों के अनुसार विदिशा जिले के कुरवाई के एक सरकारी ‘सीएम राइज’ विद्यालय की प्रधानाध्यापिका शाइना फिरदौस ने विद्यालय के परिसर के अंदर फरवरी 2022 में एक चबूतरा बनवाया था, जिसे धीरे धीरे एक मजार का रूप दे दिया गया। जैसे ही इसका पता स्थानीय गाँव वालों को लगा, उन्होंने इसका विरोध करना शुरू किया और जल्दी ही पूरे गांव में विवाद की स्थिति उत्पनन्न हो गई थी। जब इस घटना की जानकारी भोपाल शिक्षा मंडल को मिली, तब उन्होंने इस घटना पर उचित कार्यवाही करने का निर्णय किया।
स्थानीय लोगों ने बताया कि फिरदौस ने विद्यालय में ना मात्र मज़ार बनवायी, उसने पूरे विद्यालय की दीवारों और जालियों को हरे रंग में पुतवा दिया था। वह छात्रों पर इस्लाम के बारे में अधिक जानकारी लेने का दबाव डालती थी, और उसने विद्यालय में राष्ट्रगान गाने पर भी एक अघोषित प्रतिबन्ध लगा दिया था। सबसे आश्चर्यजनक बात यह है कि यह सब निर्माण कार्य करने के लिए उसने सरकारी धन का दुरूपयोग किया।
इस घटना पर शिक्षा विभाग ने कार्यवाही करते हुए शाइना फिरदौस को तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया। इसके अतिरिक्त कुछ अन्य शिक्षा विभाग के अधिकारियों के विरूद्ध भी जांच के आदेश दे दिए गए हैं । प्रदेश के शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने वक्तव्य दिया है कि विद्यालय में एक चबूतरा बनाया गया था, जिसे बदलाव कर एक मजार जैसा ढांचा बना दिया गया था। विभाग की जांच में प्रथम दृष्टया प्रभारी प्राचार्य को इन सब घटाओं के लिए उत्तरदायी माना गया है, और यही कारण है कि उन्हें निलंबित कर दिया गया है।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि डीईओ अधिकारी की भी विस्तार से जांच की जा रही है, और यह जानने का प्रयास किया जा रहा है कि उनकी जानकारी में आने के पश्चात भी फिरदौस ने विद्यालय में मजहबी ढांचा कैसे बना लिया। हमारे विद्यालय माँ सरस्वती के मंदिर होते हैं, वहां पर इस तरह का जिहादी निर्माण कार्य करना पूरी तरह से गलत है। उन्होंने कहा कि उन्हें और भी कई विद्यालयों से इस तरह की शिकायतें मिली हैं, जिन्हे चिन्हित कर उन पर भी कार्यवाही की जायेगी। शिक्षा मंत्रालय ने निर्देश जारी किए हैं कि जिन विद्यालयों में नए निर्माण कार्य किए जा रहे हैं, वहां इस तरह की लापरवाही ना की जाये।
जिला शिक्षा अधिकारी अतुल मुद्गल ने इस विषय की जांच करने पर मजार बनाए जाने की शिकायत को सही पाया। हालांकि राष्ट्रगान और राष्ट्रगीत को लेकर कोई तथ्य उन्हें अभी तक नहीं मिले हैं। रिपोर्ट भोपाल पहुंचने के बाद प्रभारी प्राचार्य शाइना फिरदौस पर कार्यवाही कर दी गयी है । वहीं फिरदौस ने अपने बचाव में कहा है कि विद्यालय में एक चबूतरा था, और उसने उसकी मरम्मत करने के लिए सरकारी धन का उपयोग किया।