एक मौलाना है, जरजिस अंसारी! जरजिस अंसारी की पहचान यह है कि उसके वीडियो इस विषय में बहुत होते हैं कि औरतों को शौहर के लिए क्या करना चाहिए? औरतों को कैसे शौहर की खिदमत करनी चाहिए, औरतों को कितनी लिपस्टिक लगानी चाहिए या फिर औरतों को तब भी सेक्स के लिए उपलब्ध कैसे रहना चाहिए, जब वह ऊँट पर बैठी हो, अर्थात अपनी गर्भावस्था के अंतिम दिन में हो!
मौलाना जरजिस को जिस मामले में सजा सुनाई गयी है, वह साढ़े छ साल पहले दर्ज हुआ था। मीडिया के अनुसार यह मामला दर्ज कराने वाली पीड़िता ने बताया था कि
“मौलाना जरजिस वाराणसी में तकरीर करने के लिए आता था। उस दौरान वह वाराणसी के होटलों में रुकता था। तकरीर के दौरान ही वर्ष 2013 में उसका परिचय मौलाना जरजिस से हुआ था। उसी दौरान वह उसे होटल में बुलाया था।
होटल में मौलाना जरजिस ने उसके साथ रेप किया था और उसका अश्लील वीडियो बना लिया था। इसके बाद निकाह का झांसा देकर मौलाना जरजिस ने उसके साथ अलग-अलग होटलों में कई बार दुष्कर्म और कुकर्म किया था। 19 नवंबर 2015 को मौलाना जरजिस उसके घर आकर दुष्कर्म किया।“
उसके बाद मौलाना ने उसे समाज में बदनाम करने की धमकी भी दी और फिर काफी समय बीतने के बाद भी उसके साथ निकाह नहीं किया तो वह बनारस के एसएसपी के पास पहुँची कि उसकी शिकायत तो दर्ज की जाए। इसके बाद दिसंबर 2015 में मौलाना के खिलाफ मामला दर्ज हुआ और जिसमें उसे कल सजा सुना दी गयी।
पेशी के दौरान हंसता हुआ आया था मौलाना जरजिस
यह भी कहा जा रहा है कि वह हँसता हुआ न्यायालय के परिसर में आया था, तो वहीं जैसे ही उसे सजा सुनाई गयी थी, वैसे ही उसके चेहरे की हंसी गायब हो गयी।
परन्तु अभी उसके वकील ने कहा है कि वह उच्च न्यायालय में जाएंगे।
भड़काऊ वीडयो की अंतहीन श्रृंखला है मौलाना की
मौलाना जरजिस की एक नहीं बल्कि कई वीडियोज ऐसी हैं, जिनमें वह लोगों को इस्लाम की औरतों को लेकर भड़कते हुए दिखाई दे रहे हैं और साथ मुस्लिम औरतों को आदमियों की इच्छाओं का गुलाम बताते हुए भी नजर आ रहे हैं। एक तो वीडियो वही है, जो ऊपर बताया जिसमें वह कह रहा है कि अगर किसी औरत का शौहर उसके साथ तब भी जिस्मानी सम्बन्ध बनाने की बात कहे जब वह ऊँट पर बैठी हो, तो भी उसे इंकार नहीं करना चाहिए क्योंकि उसे जन्नत तभी मिलेगी जब वह अपने शौहर को जिस्मानी तौर पर खुश रखेगी!
ऊँट पर बैठने का अर्थ क्या है?
ऊँट पर बैठना तो ठीक है, परन्तु ऐसा कब होता है कि औरतें ऊँट पर बैठें। तो यह बात भी स्पष्ट की गयी है कि ऊंटनी के ऊपर बैठना क्या होता है? ऊंटनी के ऊपर बैठने का अर्थ है जब औरत के बच्चा होने वाला होता था और उसके प्रसव को सरलता से कराए जाने के लिए उसे ऊंटनी पर अरब में बैठाया जाता था। तो मौलाना का कहना था कि अगर औरत अपनी गर्भावस्था की उस स्थिति में भी है, कि उसे ऊंटनी पर बैठाया गया है अर्थात उसकी डिलीवरी का समय भी निकट है और उस समय भी उसका शौहर यह कहता है कि वह जिस्मानी ताल्लुक करना चाहता है तो भी वह इंकार नहीं कर सकती है।
मौलाना का कहना है कि यह औरत की जिम्मेदारी है कि वह अपने शौहर के दिल में लगी आग को बुझाए, नहीं तो वह कहीं और भी जा सकता है!
पर्दा न करने वाली लड़कियों को गाली दी थी!
इतना ही नहीं, एक और वीडियो में जरजिस ने अपनी उन मुस्लिम औरतों के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कहा था कि वह लडकियां जो सज धज कर जलसों में आती हैं, वह ऐसा लगता है जैसे कु———–के पीछे कु———– लगे हुए हैं।”
एक औरत का बलात्कार करने की सजा पाने वाले वाले मौलाना जरजिस ने औरतों को ब्यूटीपार्लर में जाने को लेकर कहा था कि औरत औरत होती है, माने छिपाई जाने वाली। और हिजाब का विरोध करने वाली मुस्लिम औरतों के लिए भी अपशब्द मौलाना ने कहे हैं।
मगर मजे की बात यह है कि औरतों को नीचा समझने वाले, औरतों को शौहर के लिए केवल और केवल सेक्स मशीन बताने वाले और मेकअप करने वाली लड़कियों और औरतों को कु—— कहने वाले मौलाना को अब खुद ही बलात्कार के मामले में जेल हो गयी है, अब मौलाना किसे कोसेंगे? किसकी बुराई करेंगे?
मजे की बात यह भी है कि यदि यह सब बातें कोई हिन्दू कहता तो उसके बहाने पूरे हिन्दू धर्म को बदनाम करने वाली फेमिनिस्ट मौलाना के इतने बड़े पाप पर चुप हैं? इतना ही नहीं, ये फेमिनिस्ट औरतें मौलाना के उन वीडियो के विरुद्ध भी मौन रही थीं, जिनमें वह औरतों को गाली दे रहा है और बेपर्दा औरतों को जैसे पूरी तरह से उपलब्ध बता रहा है! कभी कभी तो वास्तव में ही लगता है “ फेमिनिज्म और कुछ नहीं बल्कि कट्टरपंथी इस्लाम का ही एक साथी है!”
और मौलाना के लिए तो यही कहा जा सकता है कि औरतों के प्रति घृणा स्पष्ट दिखाई रही है!